Kharmas 2024: मार्च में इस दिन से बंद हो जाएंगे शादी-विवाह, सभी मांगलिक कार्यों पर लगेगी रोक

Kharmas 2024: खरमास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे संस्कारों का आयोजन नहीं करना चाहिए, इसके साथ ही इस दौरान नया वाहन, घर, प्लाट, रत्न-आभूषण और वस्त्र आदि नहीं खरीदना चाहिए. आइए जानते है खरमास कब से शुरू होने जा रहा है.

By Radheshyam Kushwaha | February 26, 2024 11:04 AM
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Kharmas 2024: सनातन धर्म में खरमास का विशेष महत्व है. खरसाम साल में दो बार आता है एक दिसंबर-जनवरी और दूसरा मार्च-अप्रैल के आसपास. मार्च-अप्रैल में लगने वाले खरमास को मीनमास के नाम से जाना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस दिन सूर्य देव मीन राशि में गोचर करते हैं, उस दिन से खरमास लग जाता है. खरमास में ज्यादा से ज्यादा तपस्या करनी चाहिए. खरमास को अशुभ माना जाता है, इस समय के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है जैसे कि विवाह, मुंडन या फिर गृह प्रवेश. हालांकि इस दौरान पूजा-पाठ करने की मनाही नहीं होती है. आइए जानते हैं मार्च मास में कब से खरमास लगने जा रहा है.

कब शुरू होगा खरमास
पंचांग के अनुसार 14 मार्च 2024 से खरमास की शुरुआत हो जाएगी और 13 अप्रैल को इसका समापन होगा, जिस दिन सूर्य देव मीन राशि में गोचर करेंगे, उस दिन से ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी, इस दिन को मीन संक्रांति के नाम से जाना जाता है. खरमास की अवधि को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है. 14 मार्च से मांगलिक कार्य विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, शादी से जुड़े समस्त कार्यों पर विराम लग जाएगा. हालांकि पूजा पाठ, मंत्र जाप आदि के लिए खरमास शुभ माना गया है, इस दौरान विष्णु जी की विशेष पूजा से पापों का नाश होता है.

खरमास क्या होता है ?
सूर्य जब बृहस्पति की राशि धनु या मीन में भ्रमण करते हैं तो खरमास शुरू हो जाता है. ज्योतिष ग्रंथों में इसे गुरुवादित्य काल भी कहा गया है. ये स्थिति साल में 2 बार दिसंबर-जनवरी और मार्च-अप्रैल में बनती है. दिसंबर-जनवरी के दौरान सूर्य के धनु राशि में आने से इसे धनुर्मास भी कहा जाता है. वहीं मार्च-अप्रैल में मीन राशि में सूर्य के आने से इसे मीनमास भी कहा जाता है.

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खरमास में क्या नहीं करें
खरमास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे संस्कारों का आयोजन नहीं करना चाहिए, इसके साथ ही इस दौरान नया वाहन, घर, प्लाट, रत्न-आभूषण और वस्त्र आदि नहीं खरीदना चाहिए. इन दिनों गाजर, मूली, तेल, चावल, तिल, बथुआ, मूंग, सोंठ और आंवला का सेवन नहीं करना चाहिए. खरमास अशुभ होते हैं इसलिए इस दौरान मांगलिक कार्य करने से बचना चाहिए.

खरमास में जरूर करें ये काम
खरमास में केवल मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं, लेकिन खरमास में किसी भी वस्तु के क्रय-विक्रय की मनाई नहीं है, परंतु अधिकांश जनमानस मकर संक्रांति के बाद सूर्य उत्तरायण होते ही जमीन, मकान, वाहन की खरीद आदि शुभ आवश्यक कार्य करते हैं. विज्ञान हो या धर्म, पृथ्वी पर सूर्य के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है.

  • खरमास में इन नियमों का रखें ध्यान
  • खरमास में सूर्य उपासना का बहुत महत्व होता है, इसलिए इस दौरान प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें.
  • इन दिनों चारपाई या पलंग का त्याग कर भूमि पर बिस्तर लगाकर शयन करना चाहिए.
  • खरमास की अवधि में थाली की बजाए पत्तल में भोजन करना उत्तम रहता है.
  • ये माह आराधना और जप, उपवास आदि के लिए शुभ माना जाता है.
  • इस दौरान मन में किसी के प्रति बुरी भावना लाने से बचें.
  • खरमास के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करना भी बेहद शुभ रहता है.
  • खरमास में नियमित रूप से तुलसी पूजन भी करना चाहिए.

जानें मार्च में विवाह के शुभ मुहूर्त

  • 2 मार्च 2024 दिन शनिवार को स्वाति नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त रात 08 बजकर 24 मिनट से 3 मार्च 2024 दिन रविवार की सुबह 06 बजकर 44 मिनट तक
  • 3 मार्च 2024 दिन रविवार को अनुराधा नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 44 मिनट से दोपहर 03 बजकर 55 मिनट तक
  • 4 मार्च 2024 दिन सोमवार को अनुराधा नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त रात 10 बजकर 16 मिनट से 5 मार्च 2024 दिन मंगलवार की सुबह 06 बजकर 42 मिनट तक
  • 5 मार्च 2024 दिन मंगलवार को मुला नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 42 मिनट से दोपहर 02 बजकर 09 मिनट तक रहेगा.
  • 6 मार्च 2024 दिन बुधवार को मुला नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 52 मिनट से 7 मार्च 2024 दिन गुरुवार की सुबह 06 बजकर 40 तक
  • 7 मार्च 2024 दिन गुरुवार को उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 40 मिनट से सुबह 08 बजकर 24 मिनट तक
  • 10 मार्च 2024 दिन रविवार को उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त रात 01 बजकर 55 मिनट से 11 मार्च 2024 दिन सोमवार को सुबह 06 बजकर 35 मिनट तक
  • 11 मार्च 2024 दिन सोमवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 35 से 12 मार्च 2024 दिन मंगलवार को सुबह 06 बजकर 34 मिनट तक
  • 12 मार्च 2024 दिन मंगलवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा, इसके बाद रेवती नक्षत्र शुरू हो जाएगी. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 34 मिनट से दोपहर 03 बजकर 08 मिनट तक
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