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Janmashtami 2023 Live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान

Krishna Janmashtami Puja Time in Mathura Live: भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा-वृंदावन में कान्हा का जन्मोत्सव यानी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आज मनाया जा रहा है. यहां के सभी प्रमुख मंदिरों में आज 12 बजते ही कान्हा का जन्म हुआ. इस मौके पर मथुरा-वृंदावन के गली-गली हरे कृष्णा हरे कृष्णा से गूंज रही है. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंची है. कान्हा के जन्म होने से ब्रज के कण-कण में उल्लास है. घर- घर में जय श्री कृष्ण और राधे-राधे की जय जयकार हो रही है. शंख, घंटे-घड़ियाल की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान है.

लाइव अपडेट

शंख, घंटे-घड़ियाल की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान

भगवान श्री कृष्ण का जन्म हो गया है. घर- घर में जय श्री कृष्ण और राधे-राधे की जय जयकार हो रही है. शंख, घंटे-घड़ियाल की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान है.

Shree krishna janmashtami: 12 बजे कृष्ण कन्हाई लेंगे जन्म

मुरली वाले की मंगल आरती, श्रृंगार, अभिषेक आदि धार्मिक अनुष्ठान होंगे. रात 12 बजते ढोल-ताशे, शंख ध्वनि बज उठेंगे और बधाइयां गाई जाएंगी. कृष्ण कन्हाई जन्म लेंगे.

Janmashtami 2023 Live:  कुछ ही देर में कृष्ण कन्हाई का होगा जन्म

कुछ ही देर में कृष्ण कन्हाई का जन्म होगा. जन्म के बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आसमान से फूलों की बारिश होगी.

Janmashtami 2023 Live: ब्रज के कण-कण में उल्लास

ब्रज के कण-कण में उल्लास है. अपने गोपाल के जन्मोत्सव को मनाने के लिए हर कोई उत्साहित दिख रहा है. कन्हैया के जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए मथुरा में देश-विदेश से लोग आए हुए है

Janmashtami 2023 Live: मथुरा में लल्ला के जन्म का इंतजार

श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा में भगवान लल्ला का जन्म अब कुछ ही देर में होगा. कान्हा के जन्म के साक्षी बनने को आए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने जन्मस्थान के आसपास डेरा जमा लिया है. जन्मस्थान को जाने वाले रास्तों पर खेल खिलौने बेचने वालों की दुकान लगी हुई हैं. भीड़ का आलम इतना अधिक है कि श्री कृष्ण जन्मस्थान संस्थान के बाहर बिछाई गई लाल रंग की कालीन पर श्रद्धालु लल्ला के जन्म का इंतजार कर रहे हैं.

Janmashtami 2023 Live: श्रीकृष्ण की आरती

आरती कुंजबिहारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला

श्रवण में कुण्डल झलकाला,नंद के आनंद नंदलाला

गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली

लतन में ठाढ़े बनमाली भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक

चंद्र सी झलक, ललित छवि श्यामा प्यारी की,

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की, आरती कुंजबिहारी की…॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं।

गगन सों सुमन रासि बरसै, बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग ग्वालिन संग।

अतुल रति गोप कुमारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा।

स्मरन ते होत मोह भंगा, बसी शिव सीस।

जटा के बीच,हरै अघ कीच, चरन छवि श्रीबनवारी की

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ ॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू

चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू

हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटत भव फंद।

टेर सुन दीन दुखारी की

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

Janmashtami 2023: श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेव, यहां पेश है ये भजन

Janmashtami 2023 Live : कृष्ण जन्मभूमि पर लगी दो किमी लंबी कतार

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर श्रद्धालु खासे उत्साहित हैं. श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि के किसी भी द्वार पर पैर रखने तक की जगह नहीं मिल पा रही है. प्रवेश द्वार से करीब दो किमी लंबी लाइन बाहर लगी हुई है. भक्त कान्हा के जन्म के साक्षी बनने के लिए लालायित नजर आ रहे हैं.

Janmashtami 2023 Live : मथुरा-वृंदावन में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव शुरू

मथुरा-वृंदावन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है. यहां पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का कार्यक्रम शुरू है. वृंदावन की गलियां कान्हा के रंग में डूब चुकी हैं. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि 12 बजे हुआ था. इसलिए जन्माष्टमी पर भगवान की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त रात 12 बजे ही माना जाता है. इस योग में पूजा और व्रत शुभ माना जा रहा है.

Janmashtami 2023 Live : चांदी की कामधेनु गाय के दूध से कान्हा का अभिषेक

मथुरा और वृंदावन में रात 12 बजे भगवान का महाअभिषेक किया जाएगा. चांदी की कामधेनु गाय के दूध से कान्हा का अभिषेक होगा. इस दौरान पूरा मंदिर परिसर ढोल-नगाड़े, झांझ, मजीरा, मृदंग और हरिनाम संकीर्तन किया जाएगा. अभिषेक के बाद भगवान की महाआरती होगी.

Janmashtami 2023 Live : भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव

मथुरा-वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. आधी रात को 12 बजे बाल गोपाल का जन्म होगा. चारों ओर हरे कृष्णा हरे कृष्णा की गूंज से पूरा परिसर श्री कृष्ण मय हो गया है. कान्हा के जन्मोत्सव में शामिल होने देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. श्री कृष्ण लल्ला के स्वागत के लिए मथुरा-वृंदावन रंग बिरंगी लाइट्स से सजी है मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.

Janmashtami 2023 Live : भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर सोहर गीत

जन्मे हैं माखन चोर कृष्ण कन्हैया

गोकुल में बाजे बधईया

माता देवकी के जनमे कन्हैया,

नंद की नगरी में बाजे बधईया

Janmashtami 2023 Live: कान्हा के जन्म होने में अब कुछ घंटों का इंतजार

मथुरा में कान्हा के जन्म होने में अब कुछ घंटों का ही इंतजार है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा-वृंदावन में भक्तों की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई है. रात की बदरी छाते ही जन्मभूमि रंग बिरंगी रोशनी से झिलमिला उठी है.

Janmashtami 2023 Live: मथुरा में बढ़ रही भक्तों की भीड़

मथुरा में कान्हा के जन्म की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, भक्तों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. मथुरा में जगह-जगज सजाई गईं झांकियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं.

यहां देखें मथुरा से श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का सीधा प्रसारण

Janmashtami 2023 Live: वृंदावन में प्रकट होंगे नंदलाल

आज मथुरा और वृंदावन में रात 12 बजे भगवान का प्राकट्य के साथ महाअभिषेक किया जाएगा. चांदी की कामधेनु गाय के दूध से कान्हा का अभिषेक होगा. इस दौरान पूरा मंदिर परिसर ढोल-नगाड़े, झांझ, मजीरा, मृदंग और हरिनाम संकीर्तन किया जाएगा. अभिषेक के बाद भगवान की महाआरती होगी.

श्रीकृष्ण के पसंदीदा आठ फूल और पत्ते जरुर अर्पित करें

  • फूल: वैजयंती, कमल, मालती, गुलाब, गेंदा, केवड़ा, कनेर और मौलश्री (बकुल)

  • पत्र: तुलसी, बिल्वपत्र, अपामार्ग, भृंगराज, मोरपंख, दूर्वा, कुशा और शमी

जन्माष्टमी पर कान्हा की नगरी में गूंज रही बधाई

कान्हा की नगरी मथुरा और वृंदावन आज कृष्णमय है. भक्त गायन कर रहें हैं. चारों तरफ भजन और कीर्तन किए जा रहे है. श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार के सामने कलाकार नृत्य कर रहे हैं. हर कोई अपने कान्हा के जन्म का बेसब्री से इंतजार कर रहा है.

Janmashtami 2023: मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का मुख्य आयोजन शुरू

मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर पर मुख्य आयोजन शुरू हो गए हैं. वहीं ठाकुर राधारमण मंदिर में सेवायतों ने वेदमंत्रों के मध्य 2100 किलो दूध, दही, घी, शक्कर, पंचगव्य, सर्वोषधि,गंधाष्टक और बीजाष्टक से ठाकुर राधारमण महाराज का महाभिषेक विधिविधान पूर्वक किया. यहां पर इस नयनाभिराम छवि को निहारने के लिए होड़ मची रही.

Janmashtami 2023: वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की धूम

Janmashtami 2023: वृंदावन के प्राचीन मंदिरों में सुबह से भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की धूम मची है. ठाकुरजी का मंत्रोच्चारों के मध्य महाभिषेक किया गया. अभिषेक के दौरान मंदिर जयकारों से गुजायमान हो गए. श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों में उमड़ी हुई है.

Janmashtami 2023 Live: मथुरा और इस्कॉन मंदिर में कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी

भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र में आधी रात को 12 बजे मथुरा में श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. इसलिए मथुरा की जन्माष्टमी काफी खास होती है. इस साल मथुरा-वृंदावन और इस्कॉन मंदिर में भी 7 सितंबर 2023 को ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. आज जन्माष्टमी पर मृगशिरा नक्षत्र का संयोग बन रहा है.

Shri Krishna Birth Story: जानें कहां हुआ था कान्हा जन्म

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग में भाद्रपद मास में मथुरा स्थित एक कारागार में हुआ था. मथुरा में असुरों का साम्राज्य था, जहां, राजा कंस का राज था. कंस मथुरावासियों पर बहुत अत्याचार करते थे. एक दिन आकाशवाणी हुई कि कंस की बहन देवकी का पुत्र ही उसके मृत्यु का कारण बनेगा. इसके बाद कंस ने अपनी बहन देवकी को उसके ससुराल पहुंचाने के बजाय उसे और उसके पति वसुदेव को एक कारागार में बंद कर दिया. इसी कारगर में भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में कृष्ण का जन्म हुआ. लेकिन ईश्वर की मायाजाल ऐसी थी कि कृष्ण उस कारागार से मुक्त हो गए.

Janmashtami 2023 Live:  इस्कॉन मंदिर में आज जन्म लेंगे कान्हा

वैष्णव समुदाय आज जन्माष्टमी मना रहे हैं. इस्कॉन मंदिर में आज बाल लीला का आयोजन किया जायेगा. सुबह से ही भजन-कीर्तन शुरू हो गया है. दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक भगवान का अभिषेक होगा, फिर शाम सात बजे से रास-लीला कार्यक्रम होगा. रात में बाल गोपाल की महाआरती होगी. इसके बाद छप्पन भोग से भोग लगाया जायेगा.

Janmashtami 2023 Live: दही हांडी गाना...

1. मच गया शोर, किशोर कुमार, लता मंगेशकर -खुद्दार

2. गोविंदा आला रे आला, मोहम्मद रफ़ी, ब्लफ़मास्टर -द्वारा

3. गोविंदा आला, रेध्वनि अरोड़ा- गोविंदा आला रे

4. शोर मच गया, शोरकिशोर कुमार- बदला

5. तीन बत्ती वाला गोविंद आला, किशोर कुमार, मोहम्मद रफी- मुकाबला

6. जीतेगा वही जिसमें है दम, कुमार शानू, सुनंदा- संग्राम

7. गो गो गोविंदा, मीका सिंह, श्रेया घोषाल- हे भगवान

Janmashtami 2023 Live: मथुरा-वृंदावन और इस्कॉन कृष्ण जन्माष्टमी कब है-

07 सितंबर 2023 दिन बृहस्पतिवार

निशिता पूजा का समय- रात 11 बजे से 12 बजकर 42 मिनट

जन्माष्टमी पारण समय- 08 सितंबर दिन शुक्रवापर 06 बजकर 02 मिनट के बाद

मध्यरात्रि का क्षण- 12 बजकर 19 मिनट पर

अष्टमी तिथि प्रारंभ- 6 सितंबर 2023 को 03 बजकर 37 मिनट पर

अष्टमी तिथि समाप्त- 7 सितंबर 2023 बको 04 बजकर 14 मिनट

रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ- 6 सितंबर 2023 को 09 बजकर 20 मिनट

रोहिणी नक्षत्र समाप्त-07 सितंबर 2023 को 10 बजकर 25 मिनट

Janmashtami 2023 Live: ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम की समय सारणी

  • श्रृंगार आरती सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर

  • राजभोग आरती सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर

  • दोपहर 12 बजे कपाट बंद कर दिए जाएंगे

  • फिर शाम 5 बजकर 30 मिनट पर कपाट खुलेंगे

  • शयन भोग आरती रात 9बजकर 30 मिनट पर

  • ठाकुर जी का अभिषेक रात 12 बजे

  • आधी रात में मंगला आरती 1 बजकर 55 मिनट पर

Janmashtami 2023 Live Shubh muhurt: जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि 12 बजे हुआ था. इसलिए जन्माष्टमी पर भगवान की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त रात 12 बजे ही माना जाता है. आज 7 सितंबर की रात 12 बजते ही आप भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा कर सकते हैं. जन्माष्टमी के व्रत का पारण समय 8 सितंबर दिन शुक्रवार को सुबह 6 बजकर 2 मिनट के बाद रहेगा.

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Janmashtami 2023 Live: घर-घर में हुआ बाल गोपाल का जन्म, बधाइयां शुरू

घर घर में बाल गोपाल का जन्म हो गया है. बधाइयां चारो ओर गूंज रही है. हाथी घोड़ा पाल की जय कन्हैया लाल की जयकारों के पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया है. श्रीकृष्ण भक्त बाल गोपाल की पूजा में लीन है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही हर घर में बधाइयां बजना शुरू हो गयी. मान्यता है कि जिस तरह से आप अपने घर के छोटे बालक को सुलाने के लिए लोरी सुनाते हैं. उसी तरह से लड्डू गोपाल को भी लोरी सुनाएं. क्योंकि माता यशोदा भी कान्हा को सुलाने के लिए लोरी सुनाती थीं. लोरी में आप कान्हा के ही भक्ति गीत या लोरियां सुना सकते हैं.

Janmashtami 2023 Live Puja vidhi: जन्माष्टमी की पूजा विधि

कुछ ही देर बाद शुभ मुहूर्त में कान्हा का जन्म होगा. देवकी जी के लिए बनाएं गए प्रसूति गृह लड्‌डू गोपाल को झूले पर बैठाएं. इसके बाद बाल गोपाल का श्रृंगार करें. रात्रि 12 बजे शंख बजाकर कान्हा का जन्म कराएं. इस समय कुमकुम, हल्दी, फूलों से कान्हा की पूजा करें. फिर खीरा काटें. माखन मिश्री का भोग लगाएं. कृष्ण शतनामावली का पाठ करें और फिर आरती के बाद ही व्रत खोलें.

Janmashtami 2023 Live Puja Rules: जन्माष्टमी की पूजा में न करें ऐसी गलती

अब आप पूजा की पूरी तैयारी कर लीजिए, क्योंकि कान्हा कुछ देर में जन्म लेंगे. कान्हा को भूलकर भी बासी या मुरझाए फूल न चढ़ाएं. इसके साथ ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा में काले रंग के वस्त्र न पहनें. इसे अशुभ माना जाता है. इस रंग के वस्त्र पहनने से श्रीकृष्ण पूजा स्वीकार नहीं करते.

Janmashtami 2023 Live Kanha Birth Vidhi: यहां जानें  कान्हा के जन्म कराने की विधि

  • श्रीकृष्ण का जन्म मध्यरात्रि 12 बजे कराया जाता है.

  • कई जगहों पर कृष्ण का जन्म डंठल वाले खीरे से कराते हैं.

  • इसे गर्भनाल माना जाता है. जिस तरह जन्म के बाद माता के नाल से शिशु को अलग किया जाता है.

  • उसी तरह से खीरे के डंठल से कृष्ण को अलग किया जाता है.

  • इसे नाल विछेदन प्रकिया भी कहा जाता है.

  • अष्टमी तिथि लगते ही डंठल वाले खीरे को काटकर कृष्ण के बाल स्वरूप की मूर्ति रखी जाती है.

  • इसके बाद रात्रि में कृष्ण का जन्म कराया जाता है.

  • सिक्के की सहायता से खीरे को डंठल से अलग किया जाता है और कृष्ण को बाहर निकाला जाता है.

  • इसके बाद भक्तजन कृष्ण जन्मोत्सव मनाते हैं.

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Janmashtami 2023 Live Puja: श्रीकृष्ण भक्त आंधी बारिश को मान रहे शुभ संकेत

यूपी की राजधानी लखनऊ समेत आसपास के जिलों में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई. इसे श्रीकृष्ण भक्त कान्हा के जन्म का शुभ संकेत मान रहे है. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, वहीं योग और संयोग आज रात में बना है. इसके साथ ही संकेत भी आज देखने को मिल रहा है. जब श्रीकृष्ण भगवान ने जन्म लिया था, उस रात भी आंधी बारिश आई थी. कुछ इसी तरह का उस रात भी मौसम हुआ था, यह बात धर्म शास्त्रों में बताया गया है.

Janmashtami 2023 Live Krishna Aarti: आरती श्री कृष्ण भगवान

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला ।

श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला ।

गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली ।

लतन में ठाढ़े बनमाली भ्रमर सी अलक,

कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक,

ललित छवि श्यामा प्यारी की,

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं ।

गगन सों सुमन रासि बरसै । बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग,

ग्वालिन संग, अतुल रति गोप कुमारी की,

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा ।

स्मरन ते होत मोह भंगा बसी शिव सीस,

जटा के बीच, हरै अघ कीच,

चरन छवि श्रीबनवारी की,

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू,

बज रही वृंदावन बेनू ।

चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू

हंसत मृदु मंद,चांदनी चंद,

कटत भव फंद,

टेर सुन दीन दुखारी की,

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

आरती कुंजबिहारी की,

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

Janmashtami 2023 Live Shubh Muhurat: आज का शुभ मुहूर्त

रोहिणी नक्षत्र आरंभ- 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 20 मिनट से शुरू

रोहिणी नक्षत्र समाप्त- 7 सितंबर को सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक

हर्षण योग- रात 10 बजकर 25 मिनट तक

वज्र योग- रात 10 बजकर 25 मिनट तक से 7 सितंबर को रात 10 बजकर 1 मिनट तक

सर्वार्थसिद्धि योग – सुबह 9 बजकर 20 मिनट से 7 सितंबर को सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक

त्रिपुष्कर योग –सूर्योदय से आज सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक

अमृत काल – सुबह 6 बजकर 54 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक

Janmashtami 2023 Live  :हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण.. 

"हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे".... यह वैष्णव मंत्र है जो भगवान कृष्ण का सबसे प्रसिद्ध मंत्र है

Janmashtami 2023 Live :"ॐ देविकानन्दनाय विधमहे...

"ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात".... श्रीकृष्ण के इस मंत्र का जाप करने से सब दुख दूर होते हैं

Janmashtami 2023 Live : श्री कृष्ण के बाल स्वरूप का पूजन

  • कृष्ण जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण के बाल स्वरूप का पूजन होता है.

  • भगवान श्रीकृष्ण के साथ माता देवकी जी की मूर्ति भी स्थापित करें.

  • देवकी, वासुदेव, बलदेव, नन्द, यशोदा और लक्ष्मी जी इन सबका नाम लेते हुए विधिवत पूजन करें.

  • यह व्रत रात में बारह बजे के बाद ही खोला जाता है.

  • इस व्रत में अनाज का उपयोग नहीं किया जाता.

  • फलहार के रूप में कुट्टू के आटे की पकौड़ी, मावे की बर्फी और सिंघाड़े के आटे का हलवे का सेवन कर सकते हैं.

Janmashtami 2023 Live : भोग में तुलसी दल जरुर डालें

रात में 12 बजे खीरा काटकर कान्हा का जन्म कराएं. जन्माष्टमी के दिन खीरे को उसके तने से काटकर अलग किया जाता है. इसे श्री कृष्ण का माता देवकी से अलग होने का प्रतीक माना गया है. पूजा में बाल गोपाल को माखन, मिश्री, धनिए की पंजीरी, मखाने की खीर, मिठाई का भोग लगाएं. इसके बिना कान्हा की पूजा अधूरी है. भोग में तुलसी दल जरुर डालें, इसके बिना कान्हा भोग स्वीकार नहीं करते है.

Janmashtami 2023 Live : श्रीकृष्ण की भक्ति में असीम शक्ति है

भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में असीम शक्ति है. यह श्रीकृष्ण की भक्ति का ही फल था कि उनके गरीब मित्र सुदामा की दयनीय स्थिति को देखकर श्री कृष्ण ने उन्हें बिना बताये धनवान बना दिया. यह विदुर जी के श्री कृष्ण भक्ति का ही परिणाम था कि श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध आरंभ होने के पूर्व उनके घर जाकर रुखा-सूखा भोजन किया, जबकि उनके लिए 56 प्रकार के भोग कौरवों ने अपने घर पर बनाये हुए थे. यह भी श्रीकृष्ण की भक्ति का ही फल था कि द्रौपदी ने उन्हें केवल एक चावल का दाना और साग खिला कर भाई बना लिया और श्रीकृष्ण ने अपने प्रिय भक्त की रक्षा की. यह श्री कृष्ण की भक्ति का ही परिणाम था कि मीरा ने अंततः उन्हें प्राप्त कर लिया. ऐसे कितने ही उदाहरण और कितने ही प्रकरण हैं, जो यह सिद्ध करते हैं कि श्रीकृष्ण की भक्ति में असीम शक्ति है.

Janmashtami 2023 Live :  श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष संयोग

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष संयोग बना रहा है. जन्माष्टमी पर 30 साल बाद शनि ग्रह स्वराशि कुंभ में रहेंगे. इसके साथ ही जन्माष्टमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. वृषभ राशि में चंद्रमा, रोहिणी नक्षत्र और दिन बुधवार का संयोग भी बन रहा है.

Janmashtami 2023 Live : भगवान श्रीकृष्ण श्रृंगार

भगवान श्रीकृष्ण को शंख के माध्यम से ही जल या दूध से स्नान कराएं. इस दिन पूजा से पहले सुगंधित फूलों से भगवान कान्हा की झांकी सजाएं. कान्हा को झूले में विराजमान करें. पालने के पास बांसुरी, मोरपंख अवश्य रखें.श्रीकृष्ण के अभिषेक के बाद उन्हें स्वच्छ कपड़े, आभूषण, मुकुट, पहलनाएं. श्रृंगार करें, काजल जरुर लगाएं, क्योंकि यशोदा मैय्या कान्हा को तैयार करने के बाद उन्हें बुरी नजर से बचाने के लिए काजल लगाती थीं.

Janmashtami 2023 Live : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूजन विधान

जन्माष्टमी पर भक्त श्रद्धानुसार उपवास रखते हैं. साथ ही भगवान कृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. भगवान कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था. अत: लोग अपने घर में लड्डू गोपाल का भी जन्मोत्सव मनाते हैं. उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाकर फूल अर्पित करते हैं. इसके बाद कृष्ण जी को भोग लगाया जाता है और उस भोग को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. तत्पश्चात् व्रत का पारण किया जाता है.

Janmashtami 2023 Live: कान्हा की पूजा के दौरान छप्पन भोग

आज कान्हा की पूजा के दौरान छप्पन भोग भी लगाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण भक्त व्रत रखते हैं. इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना कर 56 भोग लगाने के बाद व्रत खोलते हैं.

Janmashtami 2023 Live: श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव

Janmashtami 2023 Live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान
Janmashtami 2023 live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान 1

द्वापर युग में भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि की आधी रात को मथुरा के कारागार में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था. श्रीकृष्ण ने बुधवार को रोहिणी नक्षत्र में जन्म लिया था. अष्टमी तिथि को रात्रिकाल अवतार लेने का प्रमुख कारण उनका चंद्रवंशी होना बताया जाता है. श्रीकृष्ण चंद्रवंशी, चंद्रदेव उनके पूर्वज और बुध चंद्रमा के पुत्र हैं. इसी कारण चंद्रवंश में पुत्रवत जन्म लेने के लिए कृष्ण ने बुधवार का दिन चुना. भगवान कृष्ण ने माता देवकी के आठवें संतान के रूप में जन्म लिया था. कृष्णजी का जन्म मथुरा में मामा कंस के कारागार में हुआ था. माता देवकी राजा कंस की बहन थी. इसीलिए भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है.

Janmashtami 2023 Live: पूजा के समय भूलकर भी न करें ये गलतियां

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भूलकर भी काले वस्त्र पहनकर पूजा न करें. ये अशुभ है. कान्हा को भूलकर भी बासी या मुरझाए फूल न चढ़ाएं. श्रीकृष्ण को अगस्त्य के फूल अर्पित न करें.

Janmashtami 2023 Live: भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कब हुआ था

हर साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद माह के अष्टमी तिथि के दिन मनाई जाती है. भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के अष्टमी तिथि की मध्यरात रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इसलिए जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र का विचार विमर्श किया जाता है. इस बार भाद्रपद अष्टमी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 37 मिनट से प्रारंभ होगी और 7 सितंबर को शाम में 4 बजकर 14 मिनट तक रहेगी. इसी के साथ रोहिणी नक्षत्र का आरंभ 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ होगी और 7 सितंबर को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी.

Janmashtami 2023 Live: आज का अशुभ समय

  • राहुकाल – दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से 1 बजकर 58 मिनट तक

  • यम गण्ड – सुबह 7 बजकर 46 मिनट से 9 बजकर 19 मिनट तक

  • कुलिक – सुबह 10 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक

  • दुर्मुहूर्त – दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 50 मिनट तक

Janmashtami 2023 Live: रोहिणी नक्षत्र में जन्माष्टमी कब है

  • अष्टमी तिथि का आरंभ - 6 सितंबर 2023 को दोपहर 3 बजकर 37 मिनट पर

  • अष्टमी तिथि का समापन- 7 सितंबर 2023 को शाम 4 बजकर 14 मिनट तक

  • रोहिणी नक्षत्र का आरंभ - 6 सितंबर 2023 सुबह 9 बजकर 20 मिनट से

  • रोहिणी नक्षत्र का समापन- 7 सितंबर 2023 को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर

  • निशिता पूजा समय - 06 सितंबर की रात 11 बजकर 57 मिनट से रात 12 बजकर 42 मिनट तक

Janmashtami 2023 Live Puja Mantra: श्रीकृष्ण के मंत्र

  • श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा

  • हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे

  • ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय

  • ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाया कुण्ठमेधसे। सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।

Janmashtami 2023 Live Vrat Vidhi: जन्माष्टमी व्रत में क्या खाएं

आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत है. जन्माष्टमी व्रत के दौरान अनाज का उपयोग नहीं किया जाता. जन्माष्टमी व्रत में फलहार कर सकते हैं. इसके साथ ही कुट्टू के आटे की पकौड़ी, मावे की बर्फी और सिंघाड़े के आटे का हलवे का सेवन भी किया जा सकता है. लोग जन्माष्टमी व्रत रखते हैं उन्हें रसीले फलों का सेवन करना चाहिए. पानी की कमी शरीर में न हो इसका भी व्रत के दौरान ध्यान रखना चाहिए.

Janmashtami 2023 Live Sanyog: 30 साल बाद अद्भुत संयोग

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष संयोग बना रहा है. जन्माष्टमी पर 30 साल बाद शनि ग्रह स्वराशि कुंभ में रहेंगे. इसके साथ ही जन्माष्टमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. वृषभ राशि में चंद्रमा, रोहिणी नक्षत्र और दिन बुधवार का संयोग भी बन रहा है.

Janmashtami 2023 Live Vrat Paran Time: जन्माष्टमी 2023 व्रत पारण समय

आज जन्माष्टमी का व्रत है. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के समापन के बाद जन्माष्टमी व्रत का पारण करने का विधान है. वे देर रात 12 बजकर 42 मिनट के बाद पारण कर सकेंगे. वहीं जो लोग अगले दिन सुबह पारण करते हैं, वे 7 सितंबर को सुबह 06 बजकर 02 मिनट के बाद पारण कर सकते है. जिनके यहां अष्टमी तिथि के समापन पर पारण होता है, वे 7 सितंबर को शाम 04 बजकर 14 मिनट के बाद कर सकते है.

Janmashtami 2023 Live: आज घर-घर पधारेंगे कान्हा

आज का दिन काफी खास है. आज कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखा जा रहा है. आज गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मना रहे हैं. इसके साथ ही आज कालाष्टमी का भी व्रत रखा जा रहा है. देशभर में आज श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम है. आज मध्य रात में कान्हा घर-घर जन्म लेंगे.

Janmashtami 2023 Shubh Muhurat: आज का शुभ मुहूर्त

रोहिणी नक्षत्र आरंभ- 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 20 मिनट से शुरू

रोहिणी नक्षत्र समाप्त- 7 सितंबर को सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक

हर्षण योग- रात 10 बजकर 25 मिनट तक

वज्र योग- रात 10 बजकर 25 मिनट तक से 7 सितंबर को रात 10 बजकर 1 मिनट तक

सर्वार्थसिद्धि योग – सुबह 9 बजकर 20 मिनट से 7 सितंबर को सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक

त्रिपुष्कर योग –सूर्योदय से आज सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक

अमृत काल – सुबह 6 बजकर 54 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक

Janmashtami 2023 Live: आज की तिथि

  • भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि समाप्त: शाम 3 बजकर 38 मिनट पर

  • अष्टमी तिथि प्रारंभ: 06 सितंबर 2023 दिन बुधवार को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट पर

  • अष्टमी तिथि समापन: 07 सितंबर 2023 को शाम 04 बजकर 14 मिनट पर

Janmashtami 2023 Live Puja: जन्माष्टमी व्रत और पूजन विधि

  • कृष्ण जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण के बाल स्वरूप का पूजन होता है.

  • इस दिन सुबह स्नान करने के बाद सभी देवताओं को नमस्कार करके व्रत का संकल्प लें.

  • फिर मध्यान्ह के समय काले तिलों को जल में छिड़क कर देवकी जी के लिए प्रसूति गृह बनाएं.

  • अब इस सूतिका गृह में सुन्दर बिछौना बिछाकर उस पर शुभ कलश स्थापित करें.

  • इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ माता देवकी जी की मूर्ति भी स्थापित करें.

  • देवकी, वासुदेव, बलदेव, नन्द, यशोदा और लक्ष्मी जी इन सबका नाम लेते हुए विधिवत पूजन करें.

  • यह व्रत रात में बारह बजे के बाद ही खोला जाता है.

  • इस व्रत में अनाज का उपयोग नहीं किया जाता.

  • फलहार के रूप में कुट्टू के आटे की पकौड़ी, मावे की बर्फी और सिंघाड़े के आटे का हलवे का सेवन कर सकते हैं.

Janmashtami 2023 Live Puja Muhurat: जयंती योग में पूजे जाएंगे कान्हा

आज 6 सितंबर दिन बुधवार बेहद खास है. आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है. आज बहुत ही शुभ जयंती योग भी बन रहा है. इसलिए गृहस्थ लोगों के लिए आज 6 सितंबर के दिन जन्माष्टमी का व्रत रखना बहुत ही शुभ रहने वाला है. इसके अलावा वैष्णव संप्रदाय के लोग 7 सितंबर के दिन जन्माष्टमी का व्रत रखेंगे.

Janmashtami 2023 Live Puja Muhurat:  जन्माष्टमी 2023 पूजा शुभ मुहूर्त

निशिता पूजा समय - 06 सितंबर की रात 11 बजकर 57 मिनट से रात 12 बजकर 42 मिनट तक

अष्टमी तिथि का आरंभ - 6 सितंबर 2023 को दोपहर 3 बजकर 37 मिनट पर

अष्टमी तिथि का समापन- 7 सितंबर 2023 को शाम 4 बजकर 14 मिनट तक

रोहिणी नक्षत्र का आरंभ - 6 सितंबर 2023 सुबह 9 बजकर 20 मिनट से

रोहिणी नक्षत्र का समापन- 7 सितंबर 2023 को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर

Janmashtami 2023 Live Puja Mantra: द्वदेवकीसुत गोविन्द’ हृदयाय नमः

ॐ श्री कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजन वल्लभाय नमः

द्वदेवकीसुत गोविन्द’ हृदयाय नमः।

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते ।
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः 

Janmashtami 2023 Live Puja Mantra: ॐ श्री कृष्णाय नमः

ॐ श्री कृष्णाय नमः

“ओम क्लीम कृष्णाय नमः”

“ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय”

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः

Janmashtami 2023 Live Puja Mantra  : गोविंदाय नमो नमः

कृष्णाय वासुदेवाय, देवकी नन्दनाय च ,
नंदा गोपा कुमारया , गोविंदाय नमो नमः

Janmashtami 2023 Puja Mantra: श्री कृष्ण की पूजा के साथ ही गाय की भी पूजा करें.

  • भगवान श्री कृष्ण की पूजा के साथ ही गाय की भी पूजा करें.

  • पूजा स्थल पर भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति के साथ गाय की मूर्ति भी रखें.

  • भगवान श्री कृष्ण का गंगा जल से अभिषेक जरूर करें.

  • गाय के दूध से बने घी का इस्तेमाल करें.

Janmashtami 2023 Puja Mantra: मंत्र आपके कार्य में उत्पन्न सभी बाधाओं को दूर करेगा

ॐ श्रीं नम: श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा।

भगवान श्रीकृष्ण का यह मंत्र आपके कार्य में उत्पन्न सभी बाधाओं को दूर करेगा. आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिये. इस मंत्र का जाप करने से कार्य में उत्पन्न सभी अड़चनें दूर हो जायेंगी और आपका कार्य सफल होगा.

Janmashtami 2023 Puja Mantra : भगवान श्रीकृष्ण को स्पेशल भोग

जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को स्पेशल भोग लगाए जाते हैं. मंदिरों में इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के 56 व्यजंनों का भोग तैयार होता है. लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय हैं और इन चीजों का भोग श्रीकृष्ण को लगाने से कान्हा प्रसन्न होते हैं. जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री, धनिया पंजीरी, मखाना पाग,खीरा, पंचामृत, लड्डू, पेड़े, खीर आदि चीजों का भोग जरूर लगाएं.

Janmashtami 2023 Puja Mantra:  मन में बुरा विचार न आने दें

  • कृष्ण जन्माष्टमी के दिन किसी का अपमान न करें.

  • मन में बुरा विचार न आने दें.

  • जन्माष्टमी के दिन काले रंग के कपड़े न पहनें.

  • बाल गोपाल को भोग लगाएं तो उसमें तुलसी जरूर हो.

  • व्रत कर रहे तो रात 12 बजे तक अन्न का सेवन न करें.

  • जन्माष्टमी के दिन गाय की पूजा और सेवा करना शुभ माना जाता है.

Janmashtami 2023 Mantra: सिद्धि मंत्र

भगवान की पूजा के दौरान ”क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि:परमात्मने प्रणत:क्लेशनाशाय गोविंदय नमो नम:” का जप अधिक से अधिक करें. प्रभु की कृपा से जीवन में आनेवाली बाधा दूर हो जाती है.

Janmashtami 2023 Mantra: सिद्धि मंत्र

ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात

Janmashtami 2023 Live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान
Janmashtami 2023 live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान 2

Dhaniya Panjiri Samagri: धनिया पंजीरी बनाने के लिए सामग्री

  • धनिया पंजीरी बनाने के लिए नौ चीजों की जरुरत पड़ेगी.

  • 1 कप धनिया पाउडर

  • 3 चम्मच घी

  • आधा कप चीनी पाउडर

  • आधा कप कटे हुए मखाने

  • आधा कप कद्दूकस नारियल

  • बारीक कटे हुए काजू

  • बारीक कटे हुए बादाम

  • चिरौंजी

  • खरबूज के बीज

Krishna Janmashtami 2023: जन्माष्टमी में क्या क्या प्रसाद बनता है?

  • माखन मिश्री का भोग: कान्हा को माखनचोर के नाम से भी पुकारा जाता है. श्रीकृष्ण जी को जन्माष्टमी पूजा के दौरान माखन और मिश्री जरुर अर्पित करना चाहिए.

  • धनिया पंजीरी: कान्हा को धनिया पंजीरी का भोग लगा चाहिए. क्योंकि कृष्णजी को धनिया पंजीरी बहुत प्रिय है.

  • पेड़ा: लड्डू गोपाल को खोए से तैयार पेड़ा भी प्रसाद के रूप में अर्पित करना चाहिए.

  • घेवर: भगवान श्रीकृष्ण को घेवर को भोग लगाना भी बेहद शुभ होता है.

  • पंचामृत: जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को पंचामृत का भोग जरुर लगाएं. इस प्रसाद को लोगों के बीच में बांटे और खुद भी सेवन करें.

  • मोहन भोग: बाल गोपाल को जन्माष्टमी पूजा के दौरान मोहन भोग अर्पित कर सकते है. इससे कान्हा प्रसन्न होंगे.

  • मखाने का पाग: भगवान श्रीकृष्ण को जन्माष्टमी पर मखाना पाग का प्रसाद चढ़ा सकते है. यह श्रीकृष्ण जी को बेहद प्रिय है.

  • मिठाई: कान्हा को बूंदी या बेसन का लड्डू, रसगुल्ला या जलेबी का भोग लगा सकते है, इससे कान्हा प्रसन्न होंगे.

Krishna Janmashtami Bhog : श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय हैं खाने की ये चीजें, जरूर लगाएं इसका भोग

Krishna Janmashtami 2023: ठाकुर जी का अभिषेक कैसे करें

  • सबसे पहले शुद्ध जल व पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद व पानी) से अभिषेक करें.

  • इसके बाद गर्म पानी से ठाकुर जी का अभिषेक करें.

  • अब पुष्प व फलों के मध्यम से लड्डू गोपाल का सहस्त्रधारा अभिषेक करें.

  • इसके बाद चूर्ण स्नान (हल्दी द्वारा) व कपूर आरती करें.

  • अब ठाकुर जी पर फूलों की वर्षा करें.

  • भगवान की सफाई और पॉलिश करें.

Krishna Janmashtami 2023: मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी कब है

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थल और वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में एक ही दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी. श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में जन्माष्टमी 7 सितंबर 2023 दिन गुरुवार को मनाई जाएगी. श्रीकृष्ण जन्मस्थान के अनुसार ही ब्रजवासी जन्माष्टमी का त्योहार मनाते रहे है. यहां जन्माष्टमी 7 सितंबर को है. वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख द्वारिकाधीष मंदिर में भी जन्माष्टमी इसी दिन मनाई जा रही है. वहीं ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में भी 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी. गृहस्थ लोग जन्माष्टमी का व्रत 6 तारीख दिन बुधवार को रखेंगे.

 Krishna Janmashtami 2023: कृष्ण जन्माष्टमी आज और कल

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल अष्टमी तिथि 6 सिंतबर दिन बुधवार को यानि आज है. इस दिन रोहिणी नक्षत्र का आरंभ 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ होगी और 7 सितंबर को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी. गृहस्थ लोग जन्माष्टमी का व्रत 6 तारीख दिन बुधवार यानि आज रखेंगे, जबकि वैष्णव व बल्लभ पंथ मानने वालों की जन्माष्टमी 7 सितंबर को है.

जन्माष्टमी 2023 शुभ मुहूर्त (Janmashtami 2023 Shubh Muhurat)

  • जन्माष्टमी तिथि बुधवार 6 सितंबर 2023 को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट से शुरू होगी.

  • अष्टमी तिथि 7 सितंबर 2023 के दिन शाम 04 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी.

  • जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त रात्रि 12 बजकर 02 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.

  • निशिता पूजा समय - 06 सितंबर की रात 11 बजकर 57 मिनट से रात 12 बजकर 42 मिनट तक

  • रोहिणी नक्षत्र का आरंभ - 6 सितंबर 2023 सुबह 9 बजकर 20 मिनट से

  • रोहिणी नक्षत्र का समापन- 7 सितंबर 2023 को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर

  • भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि दिन बुधवार रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ था.

  • इसी मान्यता के अनुसार गृहस्थ जीवन वाले 6 सितंबर को जन्मोत्सव मनाएंगे.

  • इस दिन रोहिणी नक्षत्र और बुधवार का संयोग भी बन रहा है.

  • वैष्णव संप्रदाय में 7 सितंबर के कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव मनाएंगे.

Krishna Janmashtami 2023 Live: जन्माष्टमी पूजन सामग्री

लड्‌डू गोपाल की मूर्ति, सिंहासन, रोली, सिंदूर, सुपारी, पान के पत्ते, फूल माला, कमलगट्टे, पीले वस्त्र, केले के पत्ते, कुशा और दूर्वा, पंचमेवा, गंगाजल, शहद, शक्कर, तुलसी के पत्ते, शुद्ध घी, दही, दूध, मौसम के अनुसार फल, इत्र, पंचामृत, पुष्प, कुमकुम, अक्षत, आभूषण, मौली, रुई, तुलसी की माला, खड़ा धनिया, अबीर, गुलाल, अभ्रक, हल्दी, सप्तमृत्तिका, सप्तधान, बाजोट या झूला, नैवेद्य या मिठाई, छोटी इलायची, लौंग, धूपबत्ती, कपूर, केसर, चंदन, माखन, मिश्री, कलश, दीपक, धूप, नारियल, अभिषेक के लिए तांबे या चांदी का पात्र, मोरपंख, बांसुरी, गाय की प्रतिमा, वैजयंती माला, लाल कपड़ा, तुलसी के पत्ते, आभूषण, मोट मुकुट, खीरा, गणेशजी को अर्पित करने के लिए वस्त्र, अम्बिका को अर्पित करने हेतु वस्त्र इत्यादि.

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Krishna Janmashtami 2023 Live: भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का विधान

  • भाद्रपद की अष्टमी तिथि के दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था.

  • इस साल यह तिथि 6 सितंबर दिन बुधवार को दोपहर 3 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगी.

  • अष्टमी तिथि का समापन 7 सितंबर को शाम 4 बजकर 14 मिनट पर होगा.

  • धर्म पुराणों के अनुसार श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि के समय रोहिणी नक्षत्र में हुआ था.

  • इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर दिन बुधवार को मनाई जाएगी.

  • इस दिन सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा.

  • रोहिणी नक्षत्र अगले दिन 07 सितंबर को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा.

  • जन्माष्टमी का त्योहार आमतौर पर दो दिन मनाया जाता है.

  • गृहस्थ लोग 6 सितंबर को जन्माष्टमी मनाएंगे.

  • वैष्णव संप्रदाय में 7 सितंबर के कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव मनाएंगे.

Krishna Janmashtami Bhog : श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय हैं खाने की ये चीजें, जरूर लगाएं इसका भोग

Krishna Janmashtami 2023 Live: भगवान श्रीकृष्ण की पूजन विधान

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भक्त श्रद्धानुसार उपवास रखते हैं. इसके साथ ही भगवान कृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. भगवान कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था. अत: लोग अपने घर में लड्डू गोपाल का भी जन्मोत्सव मनाते हैं. उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाकर फूल अर्पित करते हैं. इसके बाद कृष्ण जी को भोग लगाया जाता है और उस भोग को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. तत्पश्चात् व्रत का पारण किया जाता है.

Krishna Janmashtami 2023 Live: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष बुधवार, 6 सितंबर की रात्रि 07 बजकर 57 मिनट के बाद से अष्टमी तिथि लग जायेगी और दिन में 02 बजकर 39 मिनट से रोहिणी नक्षत्र भी प्रारंभ हो जायेगी. इस प्रकार इसी दिन अर्धरात्रि में अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र के संयोग से 'जयंती' नामक योग में स्मार्त्त गृहस्थ तथा अन्य सभी लोग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनायेंगे. वहीं वैष्णव संप्रदाय को मानने वाले उदय कालिक अष्टमी तिथि यानी गुरुवार, 7 सितंबर को जन्माष्टमी का व्रत-पर्व मनायेंगे. इस दिन दही हांडी उत्सव भी मनेगा.

Janmashtami 2023 Live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान
Janmashtami 2023 live: मथुरा में जन्में कान्हा, ब्रज के कण-कण में उल्लास, शंख की ध्वनि से ब्रज गुंजायमान 3

Krishna Janmashtami 2023 Live: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा विधि....

इस दिन सबसे पहले मध्याह्न रात्रि के समय काला तिल जल में डालकर स्नान करें. अब घर के मंदिर में श्री कृष्ण भगवान या फिर ठाकुर जी की मूर्ति को पहले गंगाजल में स्नान करा कर फिर मूर्ति को दूध-दही, घी, शक्कर, शहद और केसर के पंचामृत से स्नान कराएं. अब शुद्ध जल से स्नान करा कर 12:00 रात्रि में भोग लगाकर लड्डू गोपाल की पूजा- अर्चना करें और फिर आरती करें. बाल गोपाल को केसर-मेवा, मिश्री, साबूदाने या तुलसी दल डालकर खीर का भोग लगाएं. साथ ही सफेद मिठाई भी अर्पित करें. ऐसा करने से कान्हा की कृपा मिलती है और भाग्य भी मजबूत होता है.

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