29.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कुंभ संक्रांति पर बन रहा है शुभ योग, जानें किस शुभ मुहूर्त में करें पूजा

Kumbha sankranti 2025: फाल्गुन मास में जब सूर्य देव मकर राशि से बाहर निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं, तब कुंभ संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, ध्यान, पूजा, जप, तप और दान करने से व्यक्ति को देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस प्रकार के कार्य करने से सभी पापों का नाश होता है.

Kumbh sankranti 2025: ज्योतिषी पंचांग के अनुसार, आत्मा के कारक सूर्य देव 12 फरवरी 2025 की रात 09 बजकर 56 मिनट पर कुंभ राशि में गोचर करने वाले है, वहीं वर्तमान के समय में सूर्य देव मकर राशि में उपस्थित हैं. साथ ही मकर राशि में गोचर करने की तिथि पर सूर्य देव उत्तरायण मे होते हैं.सूर्य देव 12 फरवरी 2025 को मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद सूर्य देव 14 मार्च 2025 को मीन राशि में गोचर करेंगे. इससे पूर्व सूर्य देव 19 फरवरी 2025 को शतभिषा और 04 मार्च 2025 को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करने वाले हैं.

कुंभ संक्रांति पर पुण्य काल और महा पुण्य काल

वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार इस वर्ष कुंभ संक्रांति पर पुण्य काल दोपहर 12:36 बजे से लेकर संध्या 6:10 बजे तक होगा वहीं, महा पुण्य काल दोपहर 4:19 बजे से संध्या 6:10 बजे तक होगा.इस प्रकार, पुण्य काल की अवधि 05 घंटे 34 मिनट और महा पुण्य काल की अवधि 02 घंटे 51 मिनट रहेंगी.

माघ पूर्णिमा से जुड़ी है ये पौराणिक कथा, यहां से देखें 

कुंभ संक्रांति पर बन रहा है शुभ योग

कुंभ संक्रांति के अवसर पर सौभाग्य और शुभदायक योग का बन रहा है.इसके साथ ही अश्लेषा और मघा नक्षत्र का भी संयोग भी बन रहा है, साथ ही शिववास योग की भी उपस्थिति होगी.इन योगों में सूर्य देव की पूजा अर्घ्य करने से जातकों उनकी ऊर्जा मनोवांछित फल का आशीर्वाद प्राप्ति होता है.इस दिन पितरों की पूजा और तर्पण भी करने का विधान होता है.

कुंभ संक्रांति का महत्व

सनातन धर्म में संक्रांति तिथि का अत्यधिक महत्व है. इस दिन स्नान, ध्यान और दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. कुंभ संक्रांति के अवसर पर तिल का दान, सूर्य देव की पूजा और ब्राह्मणों को भोजन कराने की परंपरा सदियों से प्रचलित है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये दिन मकर राशि और सिंह राशि के लिए विशेष रूप से फलदायी माने जाते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें