Maa Vaishno Devi: वैष्णो देवी के भक्तों के लिए आज से मिलेगी घोड़ा, पिट्ठू की सुविधा, अब 7 हजार भक्त प्रतिदिन कर सकेंगे दर्शन…
Maa Vaishno Devi: नवरात्रि से पहले मां वैष्णो देवी के भक्तों के लिए खुशखबरी है. अब रोजाना 7 हजार श्रद्धालु वैष्णों माता के दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले प्रतिदिन 5000 हजार भक्त ही मां वैष्णो देवी दर्शन करते थे. श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी के दर्शक करने जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या की लिमिट बढ़ा दी है. अब यह संख्या बढ़ाकर 7000 कर दी गई है. श्राइन बोर्ड का यह फैसला 15 अक्टूबर यानि आज से लागू हो जाएगा. जम्मू-कश्मीर से बाहर के भक्तों को कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट लेकर जाना जरूरी होगा.
Maa Vaishno Devi: नवरात्रि से पहले मां वैष्णो देवी के भक्तों के लिए खुशखबरी है. अब रोजाना 7 हजार श्रद्धालु वैष्णों माता के दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले प्रतिदिन 5000 हजार भक्त ही मां वैष्णो देवी दर्शन करते थे. श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी के दर्शक करने जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या की लिमिट बढ़ा दी है. अब यह संख्या बढ़ाकर 7000 कर दी गई है. श्राइन बोर्ड का यह फैसला 15 अक्टूबर यानि आज से लागू हो जाएगा. जम्मू-कश्मीर से बाहर के भक्तों को कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट लेकर जाना जरूरी होगा.
सात महीने बाद भक्तों को मिलेगी सुविधा
सात महीने के बाद नवरात्र के मौके पर वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए आज 15 अक्टूबर से हर तरह की सुविधाएं मिलने लगेगी. श्रद्धालुओं के लिए घोड़ा, पिट्ठू और पालकी की सेवा भी उपलब्ध रहेगी. इसके साथ ही राज्य प्रशासन के निर्देश के अनुसार प्रति दिन सात हजार श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति भी होगी. इसमें खास बात यह होगी कि स्थानीय या दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए कोई निर्धारित संख्या नहीं होगी.
श्राइन बोर्ड प्रशासन ने नवरात्र पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विस्तार करने जा रहा है. यात्रा मार्ग पर भोजनालयों में फलाहार का इंतजाम भी आज से शुरू हो जाएगा. दूसरी ओर पूरे नवरात्र भवन परिसर में शतचंडी महायज्ञ भी चलेगा. नवरात्र पर बिजली, पानी, सफाई और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि पवित्र नवरात्रों को लेकर मां वैष्णो देवी के भवन प्रांगण को देसी और विदेशी फल-फूलों और रंगबिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा.
श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर, बैटरी कार, केबल कार की सेवा तो बहाल पहले से ही की गई थी. आज से घोड़े, पिट्ठू और पालकी की सुविधाएं भी श्रद्धालुओं को मिलने लगेगी. बतादें कि 18 मार्च को कोरोना महामारी के कारण वैष्णो देवी यात्रा एकाएक स्थगित कर दी गई थी. उसके बाद से घोड़ा, पिट्ठू और पालकी वाले मजदूरों के समक्ष आर्थिक तंगी की नौबत आ गई थी.
अब नवरात्रि के दौरान ज्यादा लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे. 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्रि उत्सव में तीर्थयात्रियों के लिए की जा रही व्यवस्था की समीक्षा कर रहे, जिन्हें भी माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाना है वे श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाएं. जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश से बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को अपने साथ कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य होगा.
News posted by : Radheshyam kushwaha