महाकुंभ 2025 मेले में पहुंच रहे हैं अजब-गजब साधु-संत
Maha Kumbh 2025 unique baba: प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ का आयोजन होने वाला है. इस अवसर पर साधु संतों का आगमन प्रयागराज में प्रारंभ हो चुका है. महाकुंभ के लिए कुछ साधु संत ऐसे भी आए हैं, जो अपनी विशेष पहचान के कारण लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. आइए, हम ऐसे कुछ साधु संतों के बारे में जानकारी प्राप्त करें.
Maha Kumbh 2025 unique baba: महाकुंभ के अवसर पर संगम की रेत पर साधु-संतों की भीड़ एकत्रित हो चुकी है. संतों की विशेष साधनाएं लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं. चारों ओर साधना, भक्ति, और तपस्या का अद्वितीय मिलन देखने को मिल रहा है.
14 साल से एक हाथ उठाये हुए हैं राधे पुरी बाबा
जूना अखाड़े में कई अजब-गजब बाबा पहुंच रहे हैं. उज्जैन के राधे पुरी बाबा ने साल 2011 से विश्व में कल्याण के लिए एक तप रखा है. हर कोई उनको देखकर आश्चर्य चकित हो जाता है, क्योंकि बाबा ने 14 वर्षों से अपना एक हाथ उठा कर रखा है. इसे हठ योग कहते हैं.
‘घोड़े वाले बाबा’ के नाम से मशहूर विजयपुरी बाबा
महाकुंभ क्षेत्र में बाबा विजय पुरी घोड़े से घूमते-फिरते नजर आते हैं. कुंभ इलाके में जिधर से बाबा गुजर रहे हैं, उनको देखने वालों की भीड़ लग जा रही है. बाबा के मुताबिक, वे चार घोड़े बरेली से लेकर आये हैं औरक्षेत्र में घोड़े से आने-जाने का काम करेंगे.
सात फीट लंबी जटा वाले महंत मंगलानंद सरस्वती
आवाहन अखाड़े के महंत मंगलानंद सरस्वती नागा महाराज की जटा सात फीट से ज्यादा लंबी है. वह इन जटाओं की देखभाल 30 साल से कर रहे हैं. जब वो अपनी जटाओं को लपेटकर बांध लेते हैं, तो उनकी जटा सिर पर मुकुट की तरह दिखने लगती है. हरियाणा के करनाल के रहने वाले महंत मंगलानंद नागा सन्यासी हैं. माता भद्रकाली मंदिर के महंत हैं.
सोने के कंगन और हीरे की घड़ी वाले पर्यावरण बाबा
हाथ में सोने के कंगन और हीरे से जड़ित घड़ी पहनने वाले अरुण गिरि महाराज कुंभनगरी में पहुंच गये हैं. वह ‘पर्यावरण बाबा’ के नाम से भी विख्यात हैं. अब तक एक करोड़ से अधिक पौधे लगाने वाले पर्यावरण बाबा महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को 50 हजार फलदार पौधे बांटने की तैयारी में हैं. वेशभूषा में गोल्डने बाबा से कम नहीं दिखते.
सवा लाख रुद्राक्ष धारण करने वाले गीतानंद गिरी
प्रयागराज में गीतानंद गिरी बाबा सनातन धर्म की सेवा और तपस्या की मिसाल बने हुए हैं. सवा लाख रुद्राक्ष धारण करने वाले बाबा श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़े की हरिद्वार शाखा के सेक्रेटरी भी हैं. बाबा ने साल 2019 में प्रयागराज कुंभ के दौरान 12 साल तक प्रतिदिन सवा लाख रुद्राक्ष धारण करने का संकल्प लिया था. बाबा के कठिन संकल्प के 6 वर्ष पूरे हो चुके हैं और आज उनके शरीर पर करीब 2 लाख रुद्राक्ष हैं, जिनका कुल वजन 45 किलो से भी अधिक है.
फेड्रिक ब्रूनो गिरी, फ्रांस
सनातन धर्म के महात्म्य से प्रभावित कई विदेशी भी इस बार महाकुंभ में जूना अखाड़े में ब्रह्मचारी की दीक्षा लेकर सनातनी संत बन जायेंगे. इन्ही में एक है प्रोफेसर ब्रूनो, जो फ्रांस की सबसे बड़ी मैथ की यूनिवर्सिटी सारबोर्न में गणित के प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर प्रयागराज महाकुंभ में डेरा डाल दिया है.
पत्नी और तीन बेटे बेटियों के साथ गृहस्थ जीवन जी रहे ब्रूनो का कहना है कि अंकों का गुणा-भाग जिंदगी में बहुत देख लिया, अब मन को सुकून चाहिए. इसलिए अब वह अध्यात्म की दुनिया से जुड़ रहे हैं. जीवन के अंतिम सत्य की तलाश में वे यहां आये हैं.