Mahakumbh 2025: अत्याधुनिक तकनीक से लैस हुई महाकुम्भ की सुरक्षा, 3000 AI सीसीटीवी कर रही मेला क्षेत्र की निगरानी
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में एनएसजी की पांच विशेष टुकड़ियां तैनात है, जो विभिन्न प्रकार के खतरों से निपटने में सक्षम हैं. सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए भारतीय वायुसेना का MI-7 हेलीकॉप्टर भी तैनात किया गया है, जो हवाई निगरानी और आपातकालीन स्थिति में बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में कल 13 जनवरी दिन सोमवार से महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी. महाकुंभ का पहला शाही स्नान पौष पूर्णिमा तिथि को होगा. पंचांग के अनुसार, पौष माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 13 जनवरी दिन सोमवार की सुबह 5 बजकर 3 मिनट पर होगी. वहीं तिथि का समापन 14 जनवरी की रात 3 बजकर 56 मिनट पर होगी. कल श्रद्धालु महाकुंभ का पहला शाही स्नान करेंगे. महाकुंभ में सबसे पहले नागा साधु स्नान करते हैं. नागा साधुओं को स्नान करने की प्राथमिकता सदियों से चली आ रही है. दिव्य और भव्य महाकुम्भ मेला को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए योगी सरकार ने कड़े सुरक्षा का इंतजाम की हैं, इस बार AI तकनीक को पुलिस ने अपना हथियार बनाया है. करीब 3000 AI सीसीटीवी महाकुंभ नगर में लगाए गए हैं. जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. महाकुंभ मेले के दौरान 37,000 पुलिसकर्मी और 14,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं, इसके साथ ही एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी चौकसी बरत रही हैं. सीसीटीवी और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हर कोना सुरक्षित है.
वॉच टावरों से बनाया सुरक्षा का अभेद्य घेरा
पूरे मेला क्षेत्र में अब तक 123 वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां स्नाइपर, एनएसजी, एटीएस और सिविल पुलिस के जवान तैनात हैं. वॉच टावरों को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनसे दूरबीन की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा सके. हर वॉच टावर पर अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं. सभी वॉच टावरों को ऊंचाई और रणनीतिक स्थानों पर स्थापित किया गया है, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो. पुलिस के साथ जल पुलिस और फायर ब्रिगेड भी पूरी तरह मुस्तैद हैं.
स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता
महाकुंभ मेले के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ श्रद्धालु, स्नानार्थी, कल्पवासी और पर्यटक आने की संभावना है. ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर सख्त निगरानी रखी जा रही है. मेले के सभी जोन और सेक्टर में अलग-अलग स्थानों पर वॉच टावर बनाए गए हैं. प्रवेश के सात मुख्य मार्गों पर भी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं.
मुख्य धार्मिक स्थलों पर कड़ी की सुरक्षा
अखाड़ा क्षेत्र, बड़े हनुमान मंदिर, परेड मैदान, वीआईपी घाट, अरैल, झूसी और सलोरी जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष वॉच टावर बनाए गए हैं. यहां तैनात जवान आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस हैं.
अत्याधुनिक तकनीक से लैस हुई कुम्भ की सुरक्षा
- 2750 AI आधारित सीसीटीवी कैमरे और 80 VMD स्क्रीन मेले की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं.
- 3 जल पुलिस स्टेशन और 18 जल पुलिस कंट्रोल रूम तैनात हैं.
- 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं.
- 4,300 फायर हाइड्रेंट किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.