Mahakumbh 2025 Snan Niyam: प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन कुछ ही दिनों में होने जा रहा है. हिंदू धर्म में इसे सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है, जो हर 12 वर्ष में आयोजित होता है. यह पर्व देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर मनाया जाता है. महाकुंभ आस्था और धर्म का एक विशाल मेला है. मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उसके सभी पूर्वजन्म के पाप समाप्त हो जाते हैं.
महाकुंभ में गृहस्थ यानी विवाहित व्यक्तियों के लिए स्नान के विशेष नियम निर्धारित किए गए हैं. यह माना जाता है कि यदि गृहस्थ लोग कुंभ-स्नान के समय इन नियमों का पालन करते हैं, तो उन्हें अद्वितीय पुण्य की प्राप्ति होती है. इस संदर्भ में, आइए जानते हैं कि विवाहित व्यक्तियों को कुंभ स्नान से पूर्व किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ में किस घाट पर नहाने का है सबसे अधिक महत्व
गृहस्थों के लिए कुंभ स्नान के नियम
महाकुंभ के अवसर पर शाही स्नान के पश्चात संगम में श्रद्धा के साथ डुबकी लगाना आवश्यक है. यह मान्यता है कि जब साधु-संत स्नान कर लेते हैं, तब उसके बाद गृहस्थों को स्नान करना चाहिए, क्योंकि इससे विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.
इसके अतिरिक्त, गृहस्थ अर्थात् विवाहित व्यक्तियों को महाकुंभ में न्यूनतम पांच बार डुबकी लगानी चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, कुंभ में स्नान करते समय पांच डुबकी लगाना अनिवार्य है.
महाकुंभ 2025 में कब-कब होगा शाही स्नान
पौष पूर्णिमा- 13 जनवरी 2025
मकर संक्रांति- 14 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या- 29 जनवरी 2025
बसंत पंचमी- 3 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा- 12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि- 26 फरवरी 2025