इस दिन मनाई जाएगी महाशिवरात्रि, यहां देखें जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त

Mahashivratri 2024 Date: महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव की आराधना सभी प्रकार के संकटों का समाधान करती है. इस दिन चार प्रहर में शिवलिंग पर दूध, दही, गंगाजल, घी और बेलपत्र से अभिषेक करने का विशेष महत्व है. महाशिवरात्रि की पूजा जीवन से संबंधित सभी दोषों को समाप्त कर सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य प्रदान करती है. आइए, हम चार प्रहर की पूजा के शुभ मुहूर्त और विधि के बारे में विस्तार से जानें.

By Gitanjali Mishra | February 12, 2025 8:24 AM
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Mahashivratri 2024 Date: महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाते हैं.इस साल 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा, वहीं पारण अगले दिन 26 फरवरी 2025 को सम्पन्न होगी. महाशिवरात्रि पारण का शुभ मुहुर्त सुबह 06 बजकर 48 मिनट से सुबह 08 बजकर 54 मिनट तक है.

महाशिवरात्रि 2025 का शुभ मुहूर्त

स्त्रों में चार पहर की पूजा का विधान होता है, ये पहर पूजन से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्त होती हैं.

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  • रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – शाम 06:29 से रात 09:34 तक
  • रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – रात 09:34 से 26 फरवरी 2025 को सुबह 12:39 तक
  • रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 26 फरवरी 2025 को रात 12:39 से सुबह 03:45 तक
  • रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 26 फरवरी 2025 को सुबह 03:45 से 06:50 तक

महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक का समय

महाशिवरात्रि के दिन जलाभिषेक की प्रक्रिया का आरंभ सुबह ब्रह्म मुहूर्त से होता है. हालांकि, शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह 6 बजकर 48 मिनट से 9 बजकर 41 मिनट तक है. इसके बाद, 11 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक जलाभिषेक किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त, शाम में 3 बजकर 26 मिनट से 6 बजकर 9 मिनट तक और रात्रि में 8 बजकर 53 मिनट से 12 बजकर 1 मिनट तक पूजा का शुभ समय रहेगा.

महाशिवरात्रि का महत्व

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का महत्व है, इस दिन महाशक्ति मां पार्वती और भगवान शिव जी का विवाह हुआ था. इसी कारण इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा कर उनका अभिषेक करते है,और इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह पुराणिक कथाओं के अनुसार करते हैं. शिव मान्यता है कि इस दिन शिव जी की विधिवत पूजा करने से जीवन में खुशियों,और सुख समृद्धि आती है, इसके साथ ही हर तरह के दुखों का निवारण मिलता है, इस साल की महाशिवरात्रि काफी खास है, क्योंकि इस दिन 12 साल बाद प्रयागराज में लगा महाकुंभ का आखिरी शाही स्नान होगा.

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