Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर बन रहा दुर्लभ योग का संयोग, इस तरह करें पूजा और व्रत

Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ पृथ्वी पर मौजूद सभी शिवलिंग में विराजमान होते हैं, इसलिए महाशिवरात्रि के दिन की गई शिव की उपासना से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है.

By Radheshyam Kushwaha | March 6, 2024 5:21 PM
an image

Mahashivratri 2024 Puja Time: महाशिवरात्रि का पर्व हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. महाशिवरात्रि का पर्व शिव जी की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है. महाशिवरात्रि के दिन शिवजी के भक्त श्रद्धा और विश्वास के साथ व्रत रखते हैं और विधि-विधान से शिव-गौरी की पूजा करते हैं. महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ पृथ्वी पर मौजूद सभी शिवलिंग में विराजमान होते हैं, इसलिए महाशिवरात्रि के दिन की गई शिव की उपासना से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है. महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च 2024 को रखा जाएगा. आइए जानते है महाशिवरात्रि की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि…

महाशिवरात्रि 2024 के मुहूर्त

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 08 मार्च दिन शुक्रवार की रात 09 बजकर 57 मिनट पर
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि की समाप्ति 9 मार्च दिन शनिवार की शाम 06 बजकर 17 मिनट पर
महाशिवरात्रि निशिता पूजा मुहूर्त देर रात में 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक
दिन में महाशिवरात्रि की पूजा का समय ब्रह्म मुहूर्त 05 बजकर 01 से प्रारंभ

महाशिवरात्रि 2024 पर बनने वाले 4 शुभ संयोग

सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 06 बजकर 38 मिनट से सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक
शिव योग: सूर्योदय से रात 12 बजकर 46 मिनट तक
सिद्ध योग: 09 मार्च को 12 बजकर 46 मिनट से रात 08 बजकर 32 मिनट तक
श्रवण नक्षत्र: प्रात:काल से 10 बजकर 41 मिनट तक, इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र रहेगी.

महाशिवरात्रि की चारों प्रहर पूजा मुहूर्त

8 मार्च रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समयः शाम 06 बजकर 27 मिनट से रात 09 बजकर 29 मिनट तक
8 मार्च रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समयः रात 09 बजकर 29 मिनट से रात 12 बजकर 31 मिनट तक
8 मार्च रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समयः रात 12 बजकर 31 मिनट से देर रात 03 बजकर 33 मिनट तक
8 मार्च रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समयः देर रात 03 बजकर 33 मिनट से 9 मार्च सुबह 06 बजकर 35 मिनट तक
8 मार्च को महाशिवरात्रि निशिता मुहूर्तः रात 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक
Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि व्रत में न करें ये गलतियां, जानें नियम और जरूरी बातें

महाशिवरात्रि पर बन रहा शुभ योग का संयोग

पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन सुबह 04 बजकर 45 मिनट से पूरे दिन शिव योग रहेगा. वहीं सुबह 06 बजकर 45 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की दृष्टि से शुभ योग का संयोग बन रहा है. मकर राशि में मंगल और चंद्रमा की युति रहेगी. वहीं, कुंभ राशि में शुक्र, शनि और सूर्य की युति से त्रिग्रही योग बनेगा. ग्रहों के शुभ संयोग और महाशिवरात्रि से कुछ राशिवालों के अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे.

घर पर ऐसे करें शिवरात्रि की पूजा

शिवरात्रि के दिन स्नानादि कर निवृत्त हो जाएं.
घर के मंदिर में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करें और व्रत का संकल्प लें.
ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें.
शिवरात्रि के दिन आप पूरे दिन का व्रत भी रख सकते है.
पूजा की शुरुआत गणेश जी से करें और उसके बाद शिव जी का पूजन शुरू करें.
महाशिवरात्रि पूजा 4 पहर के समय ही करें.
भोलेनाथ को फल, फूल, चंदन, बिल्व पत्र, धतूरा, धूप व दीप से शिवजी की पूजा करें.
शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अभिषेक करें.

महाशिवरात्रि पर पूजन सामग्री

महाशिवरात्रि की पूजा में बेलपत्र, भांग, धतूरा, गाय का कच्चा दूध, चंदन, रोली, कपूर, केसर, दही, घी, मौली, अक्षत (चावल), शहद, शक्कर, पांव प्रकार के मौसमी फल, गंगा जल, जनेऊ, वस्त्र, इत्र, कनेर पुष्प, फूलों की माला, खस, शमी का पत्र, लौंग, सुपारी, पान, रत्न, आभूषण, परिमल द्रव्य, इलायची, धूप, शुद्ध जल, कलश इत्यादि पूजन सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है.

Exit mobile version