Makar Sakranti 2025 Upay: मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा. इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं और दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं. यह दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है.ऐसा कहा जाता है कि इस दिन किए गए उपाय जीवन में सुख, समृद्धि और धन-धान्य लाते हैं. आइए जानते हैं इस त्योहार के महत्व और शुभ उपाय.
मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति का त्योहार सूर्य देव की कृपा पाने का विशेष अवसर होता है. यह दिन पूरे भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है
मकर संक्रांति के दिन इन राशियों को होग फायदा, मंगल-गुरु बना रहे हैं ये योग
- उत्तर प्रदेश और बिहार: खिचड़ी पर्व
- उत्तराखंड: उतरायणी
- गुजरात: उत्तरायण
- तमिलनाडु: पोंगल
इस दिन को पुण्यदायिनी मानते हुए दान, स्नान और पूजा का विशेष महत्व है.
दान और पुण्य का महत्व
मकर संक्रांति के दिन तिल, गुड़, उड़द की दाल, और अन्य खाद्य सामग्री का दान करना बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
सूर्य को अर्घ्य दें
सूर्योदय के समय तांबे के लोटे में जल, तिल और गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य दें.इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और सूर्य से संबंधित दोषों का निवारण होता है.
पवित्र स्नान का महत्व
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करना पुण्यदायी होता है.इससे सभी प्रकार के पाप और दोषों से मुक्ति मिलती है.
तिल और गुड़ का सेवन
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ का सेवन शुभ माना जाता है. यह न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि शरीर को शुद्ध भी करता है. तिल से बनी खिचड़ी का सेवन भी इस दिन विशेष महत्व रखता है.
सूर्य मंत्र का जाप करें
इस दिन “ओम नमो भगवते सूर्याय नमः” या “ओम सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे सूर्य से जुड़े दोषों से राहत मिलती है और वैभव, सफलता और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
मकर संक्रांति के दिन करें ये महाउपाय, सूर्य की होगी कृपा, मिलेगी सफलता