Loading election data...

ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह कन्या राशि में हुए अस्त, मेष-कर्क और कन्या राशि वालों के जीवन में तबाही का योग

Mangal Asta 2023: ग्रहों का सेनापति मंगल ग्रह कन्या राशि में अस्त हो चुके है. मंगल दोषपूर्ण होने पर अलग-अलग तरह के कष्ट होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अस्त अवस्था के दौरान ग्रह बेहद कमजोर और शक्तिहीन होता है.

By Radheshyam Kushwaha | September 25, 2023 12:44 PM

Mangal Asta 2023: ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को नवग्रहों में सबसे बड़ा क्रूर ग्रह माना गया है. मंगल ग्रह सभी ग्रहों का सेनापति है. मंगल ग्रह को मंगलकर्ता, दुखहर्ता, ऋणहर्ता व कल्याणकारी कहा जाता है. मंगल दोषपूर्ण होने पर अलग-अलग तरह के कष्ट होते हैं. ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि मंगल ग्रह कन्या राशि में अस्त हो चुके है. मंगल ग्रह कन्या राशि में गोचर करते हुए 24 सितंबर को शायं 5 बजकर 56 मिनट पर पश्चिम दिशा में अस्त हो गए है. अब मंगल ग्रह नए वर्ष 17 जनवरी 2024 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट पर पूर्व में उदय होंगे. मंगल ग्रह के अस्त होने का सीधा प्रभाव पृथ्वी वासियों पर पड़ेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आतंरिक कलह, आतंकवाद और अराजकता में वृद्धि होगी.

मंगल जमीन और अग्नि का भी कारक है-

मंगल ग्रह शारीरिक ऊर्जा, आत्मविश्वास, अहंकार, ताकत, क्रोध, आवेग, वीरता और साहसिक प्रकृति का प्रतिनिधित्व करता है. अगर जन्म कुंडली में मंगल ग्रह नीच अवस्था में होती है तो व्यक्ति को दुर्घटना का खतरा रहता है. इसके साथ ही आकस्मिक दुर्घटना हो सकती है. गंभीर चोट लग सकती है. वहीं जब मंगल उच्च अवस्था में होता है तो मनुष्य को उच्च कोटि का सर्जन, सेना में मेजर, बड़ा जासूस और बड़ा अधिकारी बन सकता है. मंगल जमीन और अग्नि का भी कारक है, इसलिए इससे जिनकी कुंडली में मंगल अच्छा होता है उनके पास बड़े रेस्टोरेंट, होटल और भूमि और पैसे होते है.

मंगल ग्रह का प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी नौ ग्रह समय- समय पर अस्त और उदय होते हैं. जिसका प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है. ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह 24 सितंबर 2023 को शाम में कन्या राशि में अस्त हो चुके हैं. मंगल ग्रह के अस्त होने से तीन राशियों पर इसका भयानक प्रभाव पड़ने वाला है. माना जाता है कि अस्त अवस्था के दौरान ग्रह बेहद कमजोर और शक्तिहीन हो जाते है.आइए जानते है आखिर वह राशियां कौन- कौन सी है, जिन्हें मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभाव का सामना करना पड़ेगा.

Also Read: Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि इस दिन से शुरू, जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और कलश स्थापना का समय
मेष राशि (Aries Zodiac)

मेष राशि के जातक के लिए मंगल ग्रह का अस्त होना बेहद हानिकारक साबित हो सकता है. क्योंकि आपकी राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं. वहीं मंगल ग्रह आयु के स्वामी हैं. इसके साथ ही वह छठे भाव में अस्त हुए हैं. ऐसे में आपको कई तरह की समस्या दे सकते है. आपके पैर में गंभीर समस्या आ सकती है. इसलिए इस समय आपको शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए. इस अवधि में आपको चोट लग सकती है. कोई दुर्घटना हो सकती है.

उपाय- आपको मंगल ग्रह के प्रभाव से बचने के लिए प्रतिदिन सूर्य देव को जल चढ़ाना होगा. इसके साथ ही सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें. वहीं तांबे या चांदी के धातु में मूंगा पहन सकते हैं.

कर्क राशि (Cancer Zodiac)

ग्रहों के सेनापति मंगल का अस्त होना कर्क राशि के जातकों के जीवन में बड़ा बदलाव कर सकता है. क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में मंगल करियर के स्वामी होकर अस्त हो रहे हैं. इसलिए इस समय आपकी नौकरी जा सकती है या कार्यस्थल पर आपको परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है. वहीं संतान के स्वामी होकर अस्त हो रहे हैं. इसलिए संतान पक्ष से कोई अशुभ समाचार मिल सकता है. इसके साथ ही इस समय व्यापारियों की आय कम होगी. नौकरी में आपके सेनियर के साथ कुछ अनबन हो सकती है.

उपाय- आपको मंगल ग्रह के प्रकोप से बचने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना करें साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें.

Also Read: Shardiya Navratri 2023: इस दिन से शारदीय नवरात्रि शुरू, बिना देरी किए घर से बाहर निकाल दें ये चीजें
कन्या राशि (Kanya Zodiac)

कन्या राशि राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह का अस्त होना प्रतिकूल सिद्ध हो सकता है. क्योंकि आपकी राशि से मंगल ग्रह आयु के स्वामी हैं. वहीं तीसरे भाव के स्वामी हैं. इसलिए इस समय आपकी सेहत खराब हो सकती है. आपको मौसमी बीमारी परेशान कर सकता है. वहीं 6 अक्टूबर से आपकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. वहीं इस समय आपको खून से संबंधित कोई परेशानी हो सकती है. इसके साथ ही आपका किसी के साथ वाद-विवाद हो सकता है. इसलिए आपको क्रोध से बचना चाहिए. किसी से बात करते समय अपनी वाणी में मधुरता लाने की आवश्यकता रहेगी.

उपाय- आपको मंगल ग्रह के प्रभाव से बचने के लिए सूर्य के मंत्रों का जाप करना चाहिए. इसके साथ ही सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए.

Also Read: Jitiya Vrat 2023: जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत कब है? जानें नहाय खाय, पूजा मुहूर्त, व्रत नियम और पारण टाइम
Also Read: Jitiya Vrat 2023 Video: कब है जितिया व्रत, जानें नहाय-खाय, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Next Article

Exit mobile version