Marriage Muhurat in 2020-2021 : 01 जुलाई के बाद शादी के लिए करना होगा लंबा इंतजार, जानिए फिर कब है शादी-विवाह का मुहूर्त
Marriage/Vivah Muhurat 2020-2021: 01 जुलाई से शादियां थम जाएगी. अब 05 महीने लंबा इंजतार करने के बाद नवंबर में शादियों के लिए शुभ मुहूर्त शुरू होंगे. कोरोना वायरस संकट का असर शुभ कार्यों पर भी पड़ा है. पिछले तीन महीनों में कई मांगलिक कार्य सादगी पूरे किए गए हैं, तो कई शादियां (Marriage) और दूसरे शुभ कार्य स्थगित कर दिए गए है.
Marriage/Vivah Muhurat 2020-2021: 01 जुलाई से शादियां थम जाएगी. अब 05 महीने लंबा इंजतार करने के बाद नवंबर में शादियों के लिए शुभ मुहूर्त शुरू होंगे. कोरोना वायरस संकट का असर शुभ कार्यों पर भी पड़ा है. पिछले तीन महीनों में कई मांगलिक कार्य सादगी पूरे किए गए हैं, तो कई शादियां (Marriage) और दूसरे शुभ कार्य स्थगित कर दिए गए है.
इस बीच बेहद जरूरी शादियां सरकार की तय गाइडलाइन के अनुसार की गईं. लेकिन जून माह के बाद शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurta) में शादियों के लिए अब लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा. शादी ब्याह जैसे शुभ कार्यों के लिए 01 जुलाई से देवशयन हो जाएगा, जिस दौरान भगवान विष्णु क्षीर सागर में अपनी योग निद्रा में चले जाते हैं और फिर करीब 5 महीनों बाद वह पुन: जागृत होकर सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं. 27 नवंबर से फिर से लग्न शुरू हो जाएंगे.
नवंबर-दिसंबर 2020 में विवाह मुहूर्त
30 जून के बाद फिर नवंबर-दिसंबर में शादियां शुरू होगी. (तारीख दिन तिथि नक्षत्र) 27 नवंबर शुक्र कार्तिक शु. द्वादशी अश्विनी 29 नवंबर रवि कार्तिक शु. चतुर्दशी रोहिणी 30 नवंबर सोम कार्तिक पूर्णिमा रोहिणी नक्षत्र में है. वहीं, दिसंबर 2020 में शादी के लिए शुभ मुहूर्त सिर्फ पांच दिन ही है.
(दिन तिथि नक्षत्र) 01 दिसंबर मंगल मार्गशीर्ष कृ. प्रतिपदा रोहिणी 7 दिसंबर सोम मार्गशीर्ष कृ. सप्तमी मघा 9 दिसंबर बुध मार्गशीर्ष कृ. नवमी हस्त 10 दिसंबर गुरु मार्गशीर्ष कृ. दशमी चित्रा 11 दिसंबर शुक्र मार्गशीर्ष कृ. एकादशी चित्रा. नवंबर में सिर्फ तीन दिन ही शादियां हो सकेंगी. वहीं, दिसंबर में 05 शुभ मुहूर्त है. नवंबर और दिसंबर मिलाकर 08 दिन हीं शुभ मुहूर्त है, जिसमें शादियां हो सकेंगी.
2021 में विवाह मुहूर्त
जनवरी – 18 फरवरी- 15, 16 (रात्रि में विवाह मुहूर्त नहीं है) मार्च- विवाह मुहूर्त नहीं है अप्रैल- 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30 मई- 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 26, 28, 29, 30 जून- 3, 4, 5, 20, 22, 23, 24 जुलाई- 1, 2, 7, 13, 15 नवंबर- 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30 दिसंबर- 1, 2, 6, 7, 11, 13
विवाह मुहूर्त निकालने का तरीका
हिंदू धर्म में विवाह से पूर्व सबसे पहले वर और कन्या की कुंडलियों में 36 गुणों का मिलान किया जाता है, जिनमें से वर और कन्या के कम से कम 18 गुण मिलना जरूरी होता हैं. इन गुणों के मिलने के बाद ही शादी की तारीख निकाली जाती है. इसके बाद वर-वधु की जन्म राशि के आधार पर ही विवाह संस्कार के लिए निश्चित तिथि, वार, नक्षत्र तथा समय को निकाला जाता है. फिर दोनों की कुंडली में विवाह के लिए एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिए लिया जाता है.