Loading election data...

Masik Shivratri 2021: फरवरी में मासिक शिवरात्रि कब है, जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व…

Masik Shivratri 2021: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है. हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि मनाई जाएगी. मासिक शिवरात्रि साल के प्रत्येक महीने में और महाशिवरात्रि साल में एक बार मनाते हैं. शिवरात्रि शिव और शक्ति के संगम का एक पर्व है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2021 8:27 AM

Masik Shivratri 2021: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है. हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि मनाई जाएगी. मासिक शिवरात्रि साल के प्रत्येक महीने में और महाशिवरात्रि साल में एक बार मनाते हैं. शिवरात्रि शिव और शक्ति के संगम का एक पर्व है.

मासिक शिवरात्रि हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. मासिक त्योहारों में शिवरात्रि के व्रत का बहुत महत्व होता है. इस दिन भगवान शिव की आराधना कर आप महावरदान की प्राप्ति कर सकते हैं. साल की दूसरी मासिक शिवरात्रि 10 फरवरी 2021 दिन बुधवार को मनाई जाएगी.

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि

  • इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर लें.

  • स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें.

  • इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अधिक शुभ होता है.

  • इसके बाद मंदिर में या अपने घर में भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी, कार्तिकेय व नन्दी जी की पूजा करें.

  • शिव परिवार को पंचामृत से स्नान कराएं.

  • बेलपत्र, फल, फूल, धूप,दीप, नैवेद्व और इत्र आदि भगवान को अर्पित करें.

  • इस दिन शिव पुराण, शिव चालीसा, शिवाष्टक, शिव मंत्र और शिव आरती आदि करें.

मासिक शिवरात्रि का महत्व

मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत प्रभावशाली होता है. इस दिन उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से सारी मनोमनाएं पूरी हो जाती हैं. ये व्रत रखने और पूजा करने वाले लोगों की सारी समस्याएं दूर होती हैं.

मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है और विवाह में आ रही रुकावटें भी दूर होती हैं. मासिक शिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का बहुत महत्व होता है. शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

Next Article

Exit mobile version