Narak Chaturdashi 2024: नरक चतुर्दशी में इस दिशा में जलाएं यम का दीपक

Narak Chaturdashi 2024: दिवाली से पहले मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार नरक चतुर्दशी है. इसे 'छोटी दिवाली' के नाम से भी जाना जाता है. यह मृत्यु के देवता को समर्पित त्योहार है जिन्हें हिंदू पौराणिक कथाओं में "यमराज" के नाम से जाना जाता है. यह वह दिन भी है जब कृष्ण, काली और सत्यभामा की तिकड़ी ने नरकासुर नामक राक्षस राजा का वध किया था.

By Shaurya Punj | October 29, 2024 3:09 PM

Narak Chaturdashi 2024:  नरक चतुर्दशी का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इसे यम चतुर्दशी और छोटी दीवाली के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भक्तगण भगवान कुबेर, देवी लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और यम देव की पूजा करते हैं, जिन्हें मृत्यु का देवता माना जाता है. हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष धार्मिक महत्व है. इसके साथ ही, यह यम का दीपक जलाने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो नरक चतुर्दशी की संध्या को किया जाता है.

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नरक चतुर्दशी कब है?

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को यम चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चतुर्दशी तिथि का आरंभ 30 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर होगा, जो कि 31 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर समाप्त होगा. शास्त्रों के अनुसार, यम चतुर्दशी के दिन यम के नाम का दीपक प्रदोष काल, अर्थात् शाम के समय जलाया जाता है. इसलिए, यम चतुर्दशी की पूजा 30 अक्टूबर को ही की जाएगी.

इस दिशा में जलाएं यम का दीपक

नरक चतुर्दशी के दिन यम दीप जलाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है. यह माना जाता है कि यम दीप जलाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-शांति रहती है, लेकिन यम दीप को किस दिशा में जलाना चाहिए, इस बारे में कई लोगों के मन में संशय रहता है. आमतौर पर यम दीप को दक्षिण दिशा में जलाने की परंपरा है. दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है. इसलिए यम दीप को दक्षिण दिशा में जलाकर यमराज को प्रसन्न किया जाता है.

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