Navratri 2020: 17 अक्टूकर से नवरात्रि शुरू हो रही है. इस साल शारदीय नवरात्र पर राजयोग, द्विपुष्कर योग, सिद्धियोग, सर्वार्थसिद्धि योग और अमृत योग जैसे संयोग बन रहे हैं. 17 से 25 अक्तूबर तक नवरात्र मनाए जाएंगे. मान्यता है कि इन दिनों मां दुर्गा का पाठ करना बहुत ही उत्तम रहता है. दैवज्ञ ज्योतिर्विद डॉ श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि इस बार नवरात्र पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और भैंसे पर सवार होकर विदा होंगी. इसे शुभ नहीं माना जा रहा. ऐसा माना जाता है कि माता के वाहन के रूप से भविष्य के कई संकेत मिलते हैं.
दैवज्ञ ज्योतिर्विद डॉ श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार 17 अक्तूबर को घट स्थापना मुहूर्त सुबह 06 बजकर 27 मिनट से 10 बजकर 13 मिनट तक रहेगा. अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक होगा. 23 अक्तूबर को सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर सप्तमी तिथि रहेगी. इसलिए सप्तमी तिथि को सातवां नवरात्र मानेंगे. 24 को सुबह 6 बजकर 59 मिनट पर अष्टमी तिथि रहेगी, जबकि सूर्य उदय 6:30 पर होगा. कंजक व अष्टमी पूजन इसी सुबह माना जाएगा. इसके बाद नवमीं तिथि लग जाएगी.
श्री शुभ संवत 2077, शाके -1942, हिजरी सन-1441-42
सूर्योदय-06:17
सूर्यास्त-05:43
सूर्योदय कालीन नक्षत्र- चित्रा उपरांत स्वाती, विष्कुंभ- योग, किं- करण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार-सूर्य- कन्या, चंद्रमा- तुला, मंगल- मीन, बुध- तुला, गुरु- धनु, शुक्र- सिंह, शनि – धनु, राहु- वृष, केतु – वृश्चिक
प्रात: 06:00 से 07:30 तक चर
प्रातः 07:30 से 09:00 तक लाभ
प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक अमृत
प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक काल
दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक शुभ
दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक रोग
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक उद्वेग
शामः 04:30 से 06:00 तक चर
नवरात्र में माता दुर्गाजी को शहद को भोग लगाने से भक्तो को सुंदर रूप प्राप्त होता है व्यक्तित्व में तेज प्रकट होता है।
आराधनाःॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ॥
खरीदारी के लिए शुभ समयःदोपहरः12:00 से 01:30 बजे तक लाभ
राहु काल:10:30 से 12:30 बजे तक.
दिशाशूल-नैऋत्य एवं पश्चिम
News posted by : Radheshyam kushwaha