Navratri 2021 date: इस बार डोली पर सवार होकर आएंगी मां शेरोवाली, हाथी पर होंगी विदा

Navratri 2021 Date: शारदीय नवरात्र 07 अक्तूबर गुरुवार से शुरू होगी. इसके बाद 15 अक्तूबर शुक्रवार की प्रातः पारण से इसका समापन होगा. नवरात्रि महज 08 दिनों की ही होगी. मां दुर्गा का आगमन इस बार डोली पर हो रहा है. नवरात्र के दौरान पंचमी तिथि व षष्टी तिथि का भोग एक ही दिन होने के कारण आठ दिन का ही होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2021 3:17 PM

Navratri 2021 Date: शारदीय नवरात्र 07 अक्तूबर गुरुवार से शुरू होगी. इसके बाद 15 अक्तूबर शुक्रवार की प्रातः पारण से इसका समापन होगा. नवरात्रि महज 08 दिनों की ही होगी. मां दुर्गा का आगमन इस बार डोली पर हो रहा है. नवरात्र के दौरान पंचमी तिथि व षष्टी तिथि का भोग एक ही दिन होने के कारण आठ दिन का ही होगा.

ज्योतिषाचार्य पं शिवादित्य पांडे ने बताया कि नवरात्रि में आठ दिनों तक साधना का समय है. इस अवधि में मां की आराधना हर घर में होती है. इस वर्ष मां भगवती के डोली पर आने से सुभिक्ष व प्रसन्नता की वृद्धि होगी. मनुष्य व पशुओं में बीमारी जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, हैजा जैसी खतरनाक बीमारी की बढ़ोतरी हो सकती है.

इसके साथ ही मां दुर्गा का हाथी पर विदा होना भारी वर्षा का सूचक है. इसमें कहीं-कहीं काफी ज्यादा बारिश होने की संभावना है. इससे बाढ़ आने की संभावना बढ़ जाती है. गौरतलब है कि प्रशासन की ओर से अभी तक कोरोना संक्रमण को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है व गाइडलाइन जारी नहीं हो सका है.

पं जयकृष्ण पांडे ने बताया कि आठ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में हरेक दिन मां दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों को समर्पित है. शुरुआत के तीन दिनों में मां दुर्गा की शक्ति व ऊर्जा की पूजा की जाती है. इसके बाद के तीन दिन यानी चौथा, पांचवां व छठा दिन जीवन में शांति देने वाली माता लक्ष्मी जी को पूजा जाता है. सातवें दिन कला व ज्ञान की देवी को पूजा जाता है. आठवें दिन देवी महागौरी को समर्पित होता है. आखिरी दिन यानी नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री देवी की पूजा की जाती है.

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नवरात्र पूजा से पहले होती है कलश स्थापना

शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि का पहला दिन बहुत महत्वपूर्ण है. पहले दिन ही कलश की स्थापना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है. इसलिए नवरात्रि पूजा से पहले कलश की स्थापना की जाती है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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