नीम करोली बाबा ने इन तीन चीजों से बचने की दी सलाह, जीवन में आएंगी खुशियां अपार

Neem Karoli Baba Tips: नीम करोली बाबा, जो सरल और सादा जीवन जीने के लिए प्रसिद्ध हैं, को उनके अनुयायी इस युग का दिव्य पुरुष मानते हैं. बाबा के भक्तों में देश-विदेश की कई प्रमुख हस्तियों का समावेश है. कैंची धाम आश्रम में आने वाले सभी लोग खाली हाथ नहीं लौटते हैं. बाबा ने अनेक व्यक्तियों को जीवन जीने का सही मार्ग दिखाया है.

By Shaurya Punj | January 7, 2025 8:52 AM
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Neem Karoli Baba Tips: बाबा नीम करोली को कलयुग में हनुमान जी का अवतार माना जाता है. उनके भक्तों की संख्या भारत के साथ-साथ विश्व के विभिन्न हिस्सों में भी बहुत अधिक है. उन्होंने जीवन के बारे में कई महत्वपूर्ण शिक्षाएँ दी हैं. नीम करोली बाबा के बारे में कहा जाता है कि उन पर हनुमान जी की विशेष कृपा थी. इसी कारण, जो भी व्यक्ति अपनी समस्याओं के साथ उनके पास जाता, बाबा उसे सही समाधान प्रदान करने में सक्षम होते थे. नीम करोली बाबा ने लोगों को एक बेहतर जीवन जीने के लिए तीन चीजों से बचने की सलाह दी है.

क्रोध को छोड़ने से जीवन में सुधार होगा

नीम करोली बाबा का यह मानना था कि क्रोध, जिसे हम गुस्सा भी कहते हैं, मानव जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है. क्रोध व्यक्ति की बुद्धि और धैर्य को समाप्त कर देता है. बाबा के अनुसार, जो व्यक्ति क्रोध में रहता है, उस पर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ने लगता है. इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है. इसलिए नीम करोली बाबा का सुझाव है कि जब भी क्रोध उत्पन्न हो, तो कुछ समय के लिए शांत रहकर यह विचार करें कि क्या इससे समस्या का समाधान होगा या नहीं.

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घमंड को अपने से दूर रखें

अहंकार या घमंड व्यक्ति के जीवन की एक प्रमुख कमजोरी मानी जाती है. नीम करोली बाबा का कहना था कि, अहंकार न केवल व्यक्ति की कमियों को उजागर करता है, बल्कि उसकी वास्तविक पहचान को भी सबके सामने लाता है. अहंकार के कारण व्यक्ति दूसरों को समझने की क्षमता खो देता है. बाबा के अनुसार, जो व्यक्ति अहंकार को छोड़ना चाहता है, उसे अपनी सभी सफलताओं का श्रेय ईश्वर और अपने प्रियजनों को देने की आदत डालनी चाहिए.

लालच जीवन को नष्ट कर सकता है

नीम करोली बाबा के उपदेशों में अक्सर लोभ और लालच का उल्लेख होता था. बाबा का मानना था कि, लालच व्यक्ति की इच्छाओं को सीमित नहीं होने देता. जो व्यक्ति लोभ और लालच को त्याग देता है, उसके मन में संतोष और शांति का अनुभव होता है. इसके साथ ही, यह जीवन से नकारात्मकता को भी दूर कर देता है.

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