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Nirjala Ekadashi 2024: ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष को है निर्जला एकादशी, इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए करें अद्भुत उपाय

nirjala ekadashi upay: निर्जला एकादशी का व्रत व्रत 17 जून 2024 को रखा जाएगा. इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से शुभफल प्राप्त होता है.

By Shaurya Punj | June 13, 2024 2:55 PM

Nirjala Ekadashi 2024: निर्जला एकादशी, जिसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान विष्णु को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू व्रत है. यह व्रत 17 जून 2024 को रखा जाएगा. इस पवित्र दिन भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए आप अनेक उपाय कर सकते हैं, जिनमें से कुछ 5 अद्भुत उपाय इस प्रकार हैं:

विष्णु सहस्रनाम का पाठ

भगवान विष्णु के हजारों नामों का समावेश करने वाला विष्णु सहस्रनाम, इस व्रत का विशेष मंत्र माना जाता है. इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.

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आप सुबह जल्दी उठकर शांत वातावरण में बैठकर विष्णु सहस्रनाम का पाठ कर सकते हैं. यदि आप चाहें तो आप किसी अनुभवी व्यक्ति से विष्णु सहस्रनाम का पाठ सीख सकते हैं. विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते समय मन को एकाग्र रखें और भगवान विष्णु का ध्यान करें.

तुलसी पूजा

तुलसी को भगवान विष्णु की प्रियतम माना जाता है. इस दिन तुलसी पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.

आप अपने घर में तुलसी का पौधा लगा सकते हैं और उसकी नियमित रूप से पूजा कर सकते हैं. तुलसी के पौधे को स्नान कराकर, उस पर चंदन, रोली, अक्षत और फूल अर्पित करें. तुलसी के पौधे के पास दीप जलाएं और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें.

दान-पुण्य

दान-पुण्य करना पुण्य का कार्य माना जाता है. निर्जला एकादशी के दिन दान-पुण्य करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और आपके पापों का नाश होता है.

आप इस दिन अन्न, वस्त्र, दवा या धन का दान कर सकते हैं. आप किसी गरीब व्यक्ति या जरूरतमंद को भोजन खिला सकते हैं. आप किसी गौशाला में जाकर गायों को चारा खिला सकते हैं.

भगवान विष्णु के मंदिर में दर्शन

निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मंदिर में दर्शन करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और मन को शांति मिलती है.

आप सुबह जल्दी उठकर भगवान विष्णु के मंदिर में जा सकते हैं और दर्शन कर सकते हैं. मंदिर में भगवान विष्णु को भोग लगा सकते हैं और दीप जला सकते हैं. मंदिर में कुछ समय शांत बैठकर भगवान विष्णु का ध्यान करें.

व्रत कथा का श्रवण

निर्जला एकादशी व्रत कथा का श्रवण करने से व्रत का महत्व और फल प्राप्त होता है.

आप किसी अनुभवी व्यक्ति से व्रत कथा का श्रवण कर सकते हैं. आप व्रत कथा का ऑडियो या वीडियो भी सुन सकते हैं. व्रत कथा का श्रवण करते समय मन को एकाग्र रखें और श्रद्धा भाव से सुनें.

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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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