इस दिन है साल की पहली एकादशी, बन रहा है शुभ योग
Paush Putrada Ekadashi 2025: पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी का व्रत आयोजित किया जाता है. इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही, संतान की लंबी आयु और उसके अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी पुत्रदा एकादशी का व्रत किया जाता है.
Paush Putrada Ekadashi 2025: नए वर्ष 2025 की पहली एकादशी पौष पुत्रदा एकादशी है, जो पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. यह व्रत उन दंपतियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो संतान की प्राप्ति की कामना रखते हैं.
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 कब है?
हिंदू पंचांग के अनुसार, जनवरी में पुत्रदा एकादशी का व्रत पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर आयोजित किया जाता है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 9 जनवरी को सुबह 10 बजकर 52 मिनट पर होगा, जबकि इसका समापन 10 जनवरी को सुबह 8 बजकर 49 मिनट पर होगा. इस प्रकार, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 10 जनवरी 2025 को किया जाएगा.
Pausha Putrada Ekadashi 2025: इसलिए रखा जाता है पौष पुत्रदा एकादशी व्रत, जानें तिथि और पूजा समय
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 पर बन रहा है शुभ योग
ज्योतिषियों के अनुसार, पौष पुत्रदा एकादशी के अवसर पर एक शुभ योग का निर्माण हो रहा है. यह योग दोपहर 02 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगा. इस अवधि में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी और सभी विफल कार्य सफल हो जाएंगे.
नक्षत्र एवं करण
पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग बन रहा है. यह योग दोपहर 01 बजकर 45 मिनट से प्रारंभ होगा. साथ ही, बव और बालव करण का भी संयोग है. ज्योतिष में बव और बालव करण तथा रोहिणी नक्षत्र को शुभ माना जाता है. इन योगों में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक पर लक्ष्मी नारायण जी की विशेष कृपा प्राप्त होगी.