Photo: बलिया जिले के सिंहपुर गांव में मठिया बाबा परिसर में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह राम कथा का आयोजन किया गया है. इस दौरान अयोध्या से पहुंची कथा वाचिका प्रज्ञा शुक्ला अपनी अमृत वाणी से लोगों को खूब झुमा रही है.
कथा मंच पर सिंहपुर गांव के मौलवी मोहम्मद जुबैर अंसारी के साथ बड़ी संख्या में मुस्लीम सामुदाय के लोग पहुंचे और कथा वाचिका प्रज्ञा शुक्ला को प्रणाम करते हुए सम्मानित किया.
मठिया बाबा मंदिर प्रांगण महायज्ञ अनुष्ठान में हिंदू मुस्लिम एकता की अनोखी मिशाल की एक झलक देखने को मिली. मौलवी साहब ने हिन्दू मुस्लिम में पारस्परिक संबंध और आपसी तालमेल को लेकर देश और दुनिया को अच्छा संदेश दिया.
श्री मठिया बाबा मंदिर प्रांगण महायज्ञ अनुष्ठान में श्रद्धालु बनकर पधारे मुस्लिम भाईयों को यज्ञ मंडली समिति के कोषाध्यक्ष श्री संजय कुमार सिंह द्वारा मंच पर अंगवस्त्र भेंट किया गया.
श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ मठिया पर चल रहे नौ दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया.
इस मौके पर कथावाचक परम् पूज्य पवन देव महाराज जी ने संगीतमय कथा वाचन कर भगवान की बाल लीलाओं के चरित्र का वर्णन किया.
पवन देव महाराज जी ने श्रोताओं से कहा कि लीला और क्रिया में अंतर होती है. अभिमान तथा सुखी रहने की इच्छा प्रक्रिया कहलाती है.
इसे ना तो कर्तव्य का अभिमान है और ना ही सुखी रहने की इच्छा, बल्कि दूसरों को सुखी रखने की इच्छा को लीला कहते हैं. भगवान श्रीकृष्ण ने यही लीला की, जिससे समस्त गोकुलवासी सुखी और संपन्न थे.
उन्होंने कहा कि माखन चोरी करने का आशय मन की चोरी से है. कन्हैया ने भक्तों के मन की चोरी की. उन्होंने तमाम बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए उपस्थित श्रोताओं को वात्सल्य प्रेम में सराबोर कर दिया.
बता दे कि संगीतमय श्रीराम कथा और भागवत कथा सुनने के लिए हर शाम बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है.
बता दे कि संगीतमय श्रीराम कथा और भागवत कथा सुनने के लिए हर शाम बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है. इस दौरान मंदिर के मठाधीश शिवानंद गिरी महाराज जी से यज्ञ को लेकर विचार विमर्श करते समिति के अध्यक्ष राणा विजेंद्र प्रताप सिंह, दिलीप सिंह, रामदेव यादव समेत अन्य सदस्य.
शाम 6 बजे से लेकर रात के आठ बजे तक श्रीराम कथा जबकि रात आठ बजे से दस बजे तक भागवत कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. इस दौरान यज्ञाधीश कन्हैया दास महाराज जी और यज्ञ संरक्षक संजय महाराज जी से विचार विमर्श करते समिति के अध्यक्ष राण विजेंद्र प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष संजय सिंह, सिपू सिंह, जितेंद्र कश्यप, जितेंद्र पाण्डेय, आशुतोष तिवारी, सुधीर सिंह समेत अन्य सदस्य.