अमिताभ श्रीवास्तव/ संतोष कुमार , पटना सिटी. तुम हो सब राजन के राजा, ..बादशाह दरवेश गुरु गोविंद सिंह, ..तही प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर बिखै भव लयो,.. पंथ चले तब जगत मैं, जब तुम करहु सहाइ, ..
अब मैं अपनी कथा बखानों सरीखे शबद कीर्तन से मंगलवार को अशोक राजपथ गुंजयमान हो उठा, मौका था खालसा पंथ के संस्थापक गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की 354वें प्रकाश उत्सव पर निकाले गये नगर कीर्तन का.
गायघाट स्थित बड़ी संगत गुरुद्वारा से पंच प्यारे की अगुआइ में निकले नगर कीर्तन में उच्च विद्यालय के बच्चों का बैंड के साथ मार्च पास्ट और पंजाब से आये गताका दलों का जाैहर लोगों के आकर्षण का केंद्र बना था.
आकर्षक बैंड बाजों से सजे नगर कीर्तन में महिलाओं, युवाओं और बच्चों की टोली शबद कीर्तन करते हुए चल रही थी. वहीं पुष्प पंखुड़ियों से सजे रथ पर नगर कीर्तन के बीच में गुरुग्रंथ साहिब की सवारी चल रही थी.
इसकी सेवा तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन कर रहे थे. गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी के आगे श्रद्धालु सड़कों पर झाड़ू लगाते, पानी छिड़क उसकी सफाई करते और पुष्प बरसा करते हुए चल रहे थे.
नगर कीर्तन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेंद्रजीत सिंह आहलूवालिया, प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित, महासचिव महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन, कनीय उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा, सदस्य जगजोत सिंह सोही, हरवंश सिंह, सदस्य हरपाल सिंह जाैहर, पूर्व मुख्य सचिव जीएस कंग, गुरुदयाल सिंह उपस्थित थे.
इसके अलावा पूर्व सदस्य आर एस जीत, सरदार जगजीवन सिंह, सरदार दर्शन सिंह, सरदार प्रेम सिंह, इंद्रजीत सिंह बग्गा, तेजेंद्र सिंह बग्गा, रणजीत सिंह, त्रिलोक सिंह, महाकांत राय,तेजेंद्र सिंह बंटी, पपींद्र सिंह, अधीक्षक दलजीत सिंह व प्रबंधक दिलीप सिंह पटेल समेत अन्य उपस्थित थे.
Posted by Ashish Jha