राहु चलेंगे उल्टी चाल, मुसीबत में फसेंगे मेष-कर्क, कन्या और वृश्चिक राशि वाले जातक, जीवन में आएगा तुफान

Rahu Vakri 2023: राहु का गोचर सभी ग्रहों के गोचर से अलग होता है. यह विपरीत दिशा में गोचर करते है. यही कारण है इन्हे मायावी ग्रह के नाम से जाना जाता है. आम तौर पर ग्रहों का जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में जाते है यानि राशि का परिवर्तन करते है उसे ज्योतिष की भाषा में उसे गोचर कहते है.

By Radheshyam Kushwaha | August 8, 2023 4:24 PM
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Rahu Vakri 2023: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राहु केतु छाया ग्रह है, इनके राशि परिवर्तन पर जीवन में कई तरह से प्रभाव पड़ता है. ग्रहों का परिवर्तन वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. ऐसा ही परिवर्तन बहुत जल्द हो रहा है. इस परिवर्तन से व्यक्ति के जीवन में बहुत ही बदलाव दिखाईं देगा. नवग्रह में इसका प्रमुख स्थान है. यह छाया ग्रह में आते है. यह हमेशा वक्री चाल चलते है. इनको किसी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है. इसे उतर संपात कहा जाता है . इनका वाहन सिह है. इनका रंग मटमैला होता है. भागोलिक रूप से यह सूर्य से टूटकर बने हुए पिंड का एक हिस्सा है. यह प्रथम श्रेणी के पाप ग्रह में आते है. यह अचानक गुप्त धन भी दिलवाता है. राहु के कारण जीवन में कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है, इसीलिए इसे पापी ग्रह के रूप में माना जाता है.

राहु का राशि परिवर्तन

राहु का गोचर सभी ग्रहों के गोचर से अलग होता है. यह विपरीत दिशा में गोचर करते है. यही कारण है इन्हे मायावी ग्रह के नाम से जाना जाता है. आम तौर पर ग्रहों का जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में जाते है यानि राशि का परिवर्तन करते है उसे ज्योतिष की भाषा में उसे गोचर कहते है. राहु एवं केतु एक ऐसा ग्रह है, जिन्हें किसी भी राशि का स्वामित्व नहीं करते है. इसलिए इसे छाया ग्रह के नाम से जाना जाता है. राहु वर्तमान में मंगल के अधिपत्य मेष राशि में बैठे है. इनका दृष्टि सिह, तुला तथा धनु राशि पर है जिसे इस राशि को परेशानी बना हुआ है. 30 अक्तूबर से इनका परेशानी दूर होगा इन सभी राशियों के जीवन में अद्भुत बदलाव दिखाई देगा.

कब कर रहे है राहु गोचर

30 अक्टूबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर मेष राशि से निकलकर देव गुरु की बृहस्पति का अधिपत्य मीन राशि में गोचर करेंगे.

राहु कौन -कौन से राशि को करेंगे प्रभावित

राहु के गोचर करने के बाद यह देव गुरु की बृहस्पति का अधिपत्य मीन राशि में गोचर करेंगे. मेष , कर्क, कन्या , वृश्चिक राशि के लिए बेहतर नहीं रहने वाला है. इनको सचेत रहने की जरुरत है, जो लोग राजनितिक क्षेत्र में काम कर रहे है उनके लिए यह गोचर फायदेमंद रहेगा.

राहु के अशुभता के लक्षण क्या है-

राहु जब खराब होते है व्यक्ति के जीवन में आत्महत्या की प्रवृति बन जाता. वैवाहिक जीवन में अर्चन आने लगता है, दाम्पत्य जीवन में सुख की कमी प्राइवेट पार्ट में तकलीफ होता है. संतान को कष्ट मिलता है, पर स्त्री के साथ संबंध होता है, जुआ, कोर्ट -कचहरी के काम में फस सकते है. गलत लत लग जाता है जिसे राहु और प्रबल हो जाते है. पालतू जानवर की मृत्यु होता है, परिवार में बेवजह लड़ाई -झगड़ा होता है घर के आसपास सांप दिखाई देता है.

राहु के राशि परिवर्तन के बाद जाने कुंडली के बारह राशियों पर क्या प्रभाव पडे़गा

मेष राशि वाले को बारह भाव में गोचर करेगे जिसे खर्च बढ़ जायेगा. दैनिक कार्य में जल्दबाजी नहीं करे बेवजह के परेशानी होगी. भौतिक सुख में कमी रहेगा. धार्मिक कार्य में रूचि बढ़ जाएगा, जो लोग विदेश यात्रा की तैयारी कर रहे है उनको सफलता मिलेगी.

वृषभ राशि वाले को राहु एकादश भाव में गोचर करेंगे, जिसे रुके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे. आय के स्त्रोत ठीक रहेगा. धन में वृद्धि होगा, जो लोग राजनितिक से जुड़े हुए लोग है. उनके लिए सुनहरा अवसर है. पारिवारिक सुख मिलेगा. विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम करना पडे़गा.

मिथुन राशि वाले को राहु दशम भाव में गोचर करेंगे, जिसे सभी काम आसानी से हल होगा. राजनितिक क्षेत्र में रूचि बढ़ जाएगी, लेकिन धन का संचय नहीं हो पायेगा. परिवार में आपसी मतभेद बढ़ जाएगा. भौतिक सुख में कमी दिखाई पडे़गा. शत्रु पराजित होंगे.

कर्क राशि वाले को राहु नवम भाव में गोचर करेंगे. जिसे आपके भाग्य में रुकावट होगा. विदेश यात्रा बनेगा. इस समय आप भ्रमित रहेंगे. भाई-बहन का सुख में कमी रहेगा. छात्रों के लिए बेहतर नहीं रहेगा. पढाई में बाधा बनेगा. पिता के स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा.

सिंह राशि वाले को राहु अष्टम भाव में गोचर करेंगे, जिसे कार्य क्षेत्र में परेशानी देगा. जो लोग व्योपार कर रहे है. उन्हे सचेत रहने की जरुरत है. इस समय पूंजी का निवेश नहीं करें. हानि होगा. दूसरे पर गुप्त तरीका से प्रहार से बचे. धन का खर्च बढ़ जायेगा. स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहे वाहन संभल कर चलाये. माता के सुख में कमी रहेगा.

कन्या राशि वाले को राहु सप्तम भाव में गोचर करेंगे, जिसे दाम्पत्य जीवन में कमी रहेगा. प्राइवेट पार्ट में समस्या बनेगा. आय में रुकावट होगा. शारीरिक कष्ट बनेगा. भाई बहन के साथ सुख में कमी बनेगा. धर्म के कार्य में रूचि कम हो जायेगा.

तुला राशि वाले को छठे भाव में गोचर करेंगे. जिसे आपके अन्दर साहस बढ़ जायेगा. शत्रु का नाश होगा. आपके जीवन के कुछ नयी शुरुआत होगी. व्यापार ठीक तरह से चलेगा, लेकिन खर्च बढ़ जायेगे. स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा.

वृश्चिक राशि वाले को राहु पंचम भाव में गोचर करेंगे, जिसे आपके विवेक ठीक रहेगा बौद्धिक विकास होगा.निर्णय क्षमता में बढ़ोतरी होगा,गर्ववती महिला के लिए सचेत रहने की जरुरत है इस समय आपके प्रेम संबध बढ़ जायेगा .विधार्थियों के लिए कठिन समय रहेगा मेहनत करने की जरुरत है .

धनु राशि वाले को राहु चौथे भाव में गोचर करेंगे, जिसे आपके काम का बोझ बढ़ जायेगा. परिवार में अनबन होगा. माता को कष्ट मिलेगा भौतिक सुख में कमी रहेगा, जो लोग नौकरी कर रहे है उनके लिए बेहतर रहने वाला है. लेकिन खर्च बढ़ जायेगे.

मकर राशि वाले को राहु तीसरा भाव में गोचर करेंगे, जिसे आपके कार्यक्षेत्र बेहतर होगा. आपके यश और पराक्रम में बढ़ोतरी होगा. भाई बहन के सुख मिलेगा. आपके मान -सम्मान में बढ़ोतरी होगा. राजनितिक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के लिए बहुत सफलदायक रहने वाला है. भाग्य का उदय होगा, व्यापार ठीक चलेगा. आय ठीक रहेगा.

कुम्भ राशि वाले को राहु दुसरे भाव में गोचर करेंगे, जिसे आपके स्वास्थ्य ठीक रहेगा. स्वादिस्ट भोजन खाने को मिलेगा. आर्थिक स्थिति ठीक रहेगा. पारिवारिक जीवन में समस्या बनेगा. विरोधी पराजित होंगे. व्यापार ठीक चलेगा, जिसे आपके आर्थिक स्थिति ठीक रहेगा.

मीन राशि वाले को राहु पहला भाव में गोचर करेंगे, जिसे आपके तनाव बढ़ जायेगा. कार्य में सफलता मिलेगा. रुके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे. आपके अन्दर निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होगा. आताम्विश्वास बढ़ जायेगा. वाणी में सुधार होगा.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

मो. 8080426594/9545290847

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