Raksha Bandhan 2023 Live: रंग- बिरंगी राखी लेके आयी बहना.. जानें आज राखी बांधने का क्या है शुभ मुहूर्त

Raksha Bandhan 2023 Date Live: भाई - बहन के निश्चल प्रेम का त्यौहार रक्षा बंधन की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं.. हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, रक्षाबन्धन श्रावण मास की पूर्णिमा आज है. पूर्णिमा तिथि 31 अगस्त 2023 दिन गुरुवार यानि आज प्रातः 07 बजकर 50 मिनट तक है. उदया तिथि को मानते हुए पूर्णिमा में रक्षाबंधन का पर्व आज मनाया जाएगा. आज राखी बांधने का शुभ समय है.

By Radheshyam Kushwaha | August 31, 2023 7:19 AM

मुख्य बातें

Raksha Bandhan 2023 Date Live: भाई – बहन के निश्चल प्रेम का त्यौहार रक्षा बंधन की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं.. हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, रक्षाबन्धन श्रावण मास की पूर्णिमा आज है. पूर्णिमा तिथि 31 अगस्त 2023 दिन गुरुवार यानि आज प्रातः 07 बजकर 50 मिनट तक है. उदया तिथि को मानते हुए पूर्णिमा में रक्षाबंधन का पर्व आज मनाया जाएगा. आज राखी बांधने का शुभ समय है. Also Read: Mehndi Design PHOTOS: फेस्टिव सीजन में लगाएं लेटेस्ट मेहंदी डिजाइन Also Read: Raksha Bandhan Mehndi Design PHOTOS: रक्षाबंधन पर हाथों में लगाएं मेहंदी के लेटेस्ट डिजाइन

लाइव अपडेट

Raksha bandhan ka Time:  जानें राखी बांधने का शुभ समय

आज 07 बजकर 05 मिनट तक पूर्णिमा तिथि है. इसके बाद भाद्रपद कृष्ण प्रतिपदा शुरू हो जाएगी. बहनें आज 07 बजे से पहले पूजा कर पूरे दिन किसी समय राखी बांध सकती हैं. क्योंकि उदया पूर्णिमा होने के कारण पूरे दिन मान्य रहेगा. बहन को अपने भाई को दाहिने हाथ की कलाई पर राखी पहनानी चाहिए. यानि भाई के सीधे हाथ में राखी बांधना शुभ होता है.

Raksha bandhan ka Time: आज राखी बांधने शुभ समय

आज उदया पूर्णिमा है. आज 31 अगस्त के दिन भद्रा का साया नहीं होगा. आज सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले राखी बांधी जा सकती है. अगर आज इस समय राखी की थाल की पूजा कर लिए है तो आप दिन में कभी राखी बांध सकते है.

Raksha bandha ka  Time: आज भी बांधी जाएगी राखी, नोट कर लें शुभ समय

31 अगस्त को पूर्णिमा तिथि सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक ही रहेगी. इस समय तक राखी बांधी जा सकती है. इस समय राखी बांधना शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023 Date Live : राखी बांधने से पहले कुछ बातों का ख्याल करें

सबसे पहले अपने इष्टदेव की विधिवत पूजा-अर्चना करें. फिर सबसे पहले भगवान गणेश को रक्षासूत्र बांधे और घर के मंदिर में अपने-अपने इष्टदेव की पूजा करते हुए घी का दीपक जलाएं और उन्हें रक्षासूत्र अर्पित कर आशीर्वाद लें. इसके बाद ही अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन करें.

Raksha Bandhan 2023 : किसी की बहन या किसी को भाई ना हो ता क्या करें

अगर किसी की बहन या किसी का भाई ना हो तो वो रक्षाबंधन पर भगवान गणेश, श्रीकृष्ण और शिवजी को राखी बांध सकती है. इसके अलावा आप अपने चचेरे , ममेरे भाई- बहनों से भी राखी बंधवा सकते हैं या बांध सकते हैं. ब्राह्मण को भी राखी बांधना शुभ फल देता है

Raksha Bandhan 2023 : राखी बांधने की सही विधि (Rakhi Bandhne Ki Vidhi)

सबसे पहले थाली में राखी, रोली, दीपक, कुमकुम, अक्षत और मिठाई रख लें. भाई का मुख पूर्व या उत्तर दिशा रखें. इस बात का ख्याल रखें कि तिलक करते वक्त भाई के सिर पर कोई कपड़ा जरूर हो. इसके बाद भाई की आरती करें और हाथ में राखी बांधे.

Raksha Bandhan 2023: आज कितने बजे से बांध सकते हैं राखी

30 अगस्त राखी बांधने का शुभ समय रात 9 बजकर 02 मिनट के बाद से है. इस समय के बाद से राखी बांधी जा सकती है. पूर्णिमा तिथि का आरंभ हो चुका है. 30 अगस्त सुबह 10 बजकर 58 मिनट से श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि शुरु हो चुकी है. लेकिन आज पूरा दिन भद्रा का साया है.

Aaj Pure Din Bhadra Kaal: आज पूरे दिन भद्रा काल

आज सावन की पूर्णिमा है. लेकिन पूर्णिमा तिथि के साथ भद्रा होने के कारण आज राखी नहीं बांध सकते हैं. भद्रा काल आज रात 9 बजकर 01 मिनट तक रहेगा. इसके बाद राखी बांधी जा सकती है.

Raksha Bandhan 2023 Muhurat Time : आज नहीं तो कल कब तक बांधी जा सकती है राखी

आज पूर्णिमा है. सावन पूर्णिमा तिथि में ही रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. लेकिन आज पूरे दिन भद्रा होने के कारण राखी नहीं बांधी जाएगी. भद्रा काल आज रात 09 बजे के बाद समाप्त होगा. रात के 9 बजे के बाद राखी बांधी जा सकती है. वहीं 31 अगस्त को पूर्णिम तिथि सुबह 07 बजकर 7 मिनट पर खत्म हो जाएगी. ऐसे में कल सुबह 7 बजे से पहले राखी बांध सकते हैं. आज पूरे दिन राखी बांधना शुभ नहीं रहेगा. पंडितों का कहना है कि 31 अगस्त दिन गुरुवार को सुबह 07 बजकर 05 मिनट से पहले राखी बांधना अत्यधिक शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023: राखी बांधने के नियम

भाई को राखी बांधते समय बहनें इस बात का ध्यान रखें कि राखी हमेशा भाई के दाएं हाथ में ही बांधनी चाहिए. राखी बांधते समय भाई के सिर पर रुमाल होना चाहिए. इसके साथ ही जब आप राखी बांधे तो उससे पहले भाई को तिलक जरूर करें. तिलक करके उस पर अक्षत यानि चावल भी लगायें. भाई को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि राखी बंधवाते समय हाथ कभी खाली न रखें, मुट्ठी में कुछ चावल के दाने या फिर पैसे जरूर रखें.

Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन पर अपने इष्टदेव को भी बांधे राखी

आज सावन मास का आखिरी दिन और पूर्णिमा तिथि है. इसके बाद कल से भादों का महीना शुरू हो जाएगा. आज पूर्णिमा तिथि में भद्रा काल है. भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना गया है. रात 9 बजे के बाद अपने इष्टदेव की विधिवत पूजा-अर्चना करें. फिर सबसे पहले भगवान गणेश को रक्षासूत्र बांधे और घर के मंदिर में अपने-अपने इष्टदेव की पूजा करते हुए घी का दीपक जलाएं और उन्हें रक्षासूत्र अर्पित कर आशीर्वाद लें. इसके बाद ही अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन करें.

Raksha Bandhan 2023: आज पूरे दिन राखी बांधन शुभ नहीं

ज्योतिष अनुसंधान केंद्र लखनऊ के संस्थापक वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि शास्त्रों में बताया गया है कि भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं माना गया है. इसलिए आज रात 09 बजकर 02 मिनट के बाद ही रक्षाबंधन ज्यादा उपयुक्त रहेगा. अगर आप सूर्योदय से सुबह 07 बजकर 05 मिनट के बीच में रक्षाबंधन करते है तो अत्यधिक शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023: कल राखी बांधना अत्यधिक रहेगा शुभ

कल 31 अगस्त दिन गुरुवार की सुबह 7 बजकर 05 मिनट तक पूर्णिमा तिथि रहेगी. इसके बाद से भाद्रपद मास प्रारंभ हो जाएगा. उदया पूर्णिमा तिथि होने के कारण सुबह 07 बजकर 05 मिनट से पहले राखी की पूजा कर पूरे दिन में किसी समय बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकती है. ध्यान रहे की राखी की थाल की पूजा शुभ मुहूर्त में ही करें.

Raksha Bandhan 2023: भद्रा काल में क्या नहीं करना चाहिए?

जब भी भद्रा काल लग रहा हो तो उस समय धार्मिक या मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. हालांकि भद्रा के वक्‍त तंत्र-मंत्र की पूजा और कोर्ट-कचहरी का कोई काम करना अशुभ नहीं माना जाता है. लेकिन भद्रा काल में विवाह, सगाई, होलिका दहन या गृह प्रवेश वर्जित माने जाते हैं. भद्रा काल में राखी भी बांधना शुभ नहीं माना गया है.

Raksha Bandhan 2023: भद्रा काल में रक्षाबंधन क्यों नहीं करना चाहिए?

भद्रा के वक्‍त भगवान शिव तांडव करते हैं और क्रोध की अवस्‍था में होते हैं. ऐसे वक्‍त में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. भद्रा काल में किसी प्रकार की शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है. इसलिए भाई को हर बुरी नजर से बचाने के लिए और उनकी दीर्घायु के लिए भूलकर भी भद्रा में राखी नहीं बांधनी चाहिए.

Raksha Bandhan 2023: कैसे जानें कब है भद्राकाल

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होते है, तब भद्रा का वास पृथ्वी पर होता है. चंद्रमा जब मेष, वृष, मिथुन या वृश्चिक में रहता है तब भद्रा का वास स्वर्गलोक में होता है. जब चन्द्रमा कन्या, तुला, धनु या मकर राशि में स्थित होता है तो भद्रा का वास पाताल लोक में होता है. आज भद्रा काल सुबह 10 बजकर 58 मिनट से रात 09 बजकर 01 मिनट तक रहेगी.

Raksha Bandhan 2023: उदया पूर्णिमा तिथि में कल मनेगा रक्षाबंधन

हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष श्रावण पूर्णिमा तिथि 30 और 31 अगस्त दो दिनों तक रहेगी. हिंदू पंचांग के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है. इस बार पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल शुरू हो रहा है. भद्रा काल आज रात में 09 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी. रक्षाबंधन पर भद्रा होने के कारण भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांधी जा सकती है. शास्त्रों में भद्राकाल को अशुभ समय माना जाता है. इस तरह से भद्रा के खत्म होने पर ही राखी बांधना शुभ रहेगा. इस लिए धार्मिक विशेषज्ञों का कहना है कि 31 अगस्त की सुबह उदया पूर्णिमा तिथि में राखी बांधना अत्यधिक शुभ रहेगा.

Rakhi Bandhane ka Mantra: राखी बांधते समय जरुर पढ़ें ये मंत्र

रक्षाबंधन पर राखी की थाल की पूजा कर पहले अपने इष्ट देव को राखी समर्पित करें. फिर भाई को राखी बांधते समय ‘येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि, रक्षे माचल माचल:।।’ मंत्र का जाप करना चाहिए. भाई की उन्नति के लिए ये शुभ माना जाता है.

Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन आज नहीं, कल मनाया जाएगा

आज सावन मास की पूर्णिमा है. इसी दिन रक्षाबांधन का त्योहार मनाया जाता है. लेकिन आज पूरे दिन भद्रा लगा रहेगा. भद्रा काल में राखी बांधन शुभ नहीं माना गया है. इसलिए 31 अगस्त दिन गुरुवपार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जायेगा.

Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन के दिन न खाएं ये चीजें

आज का दिन बेहद खास है. पूर्णिमा तिथि में रक्षाबंधन करने का विधान है. रक्षाबंधन के दिन घर पर मांस, मंदिरा या प्याज-लहसुन युक्त तामसिक भोजन से परहेज करें. इस दिन कुछ मीठा और शुद्ध व सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए.

Raksha Bandhan 2023 Shubh Muhurat: भूलकर भी आज भद्रा काल में न बांधे राखी 

सावन मास की पूर्णिमा आज है. 30 अगस्त 2023 को भद्रा सुबह 10 बजकर 58 मिनट से शुरू हो रही है और रात 09 बजकर 01 मिनट तक है. ऐसे में भद्रा की समाप्ति के बाद राखी बांधना शुभ रहेगा. भद्राकाल में राखी बांधने से भाई पर विपदा आती है. वहीं आज सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह पंच महायोग बनाएंगे.

रक्षाबंधन पर भद्रा काल कब से कब तक है?

आज 30 अगस्त को रक्षाबंधन पर भद्रा काल सुबह सुबह 10 बजकर 58 मिनट से आज रात 09 बजकर 01 मिनट तक है. भद्रा की पूंछ शाम 05 बजकर 30 मिनट से 06 बजकर 31 मिनट तक और भद्रा मुख 06 बजकर 31 मिनट से 08 बजकर 11 मिनट तक है.

Raksha Bandhan 2023 Shubh Muhurat: रक्षाबंधन की श्रावण पूर्णिमा तिथि कब से कब तक है?

  • सावन पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ: आज 30 अगस्त दिन बुधवार की सुबह 10 बजकर 58 मिनट से

  • सावन पूर्णिमा तिथि का समापन: कल 31 अगस्त दिन गुरुवार की सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर

Raksha Bandhan 2023 Shubh Muhurat: 31 अगस्त को राखी बांधने का मुहूर्त

31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाना अत्यधिक शुभ रहेगा. इस दिन सुबह 7 बजकर 05 मिनट से पहले भाई की कलाई पर राखी बांधें. इसके बाद सावन पूर्णिमा की तिथि और रक्षाबंधन का महत्व दोनों समाप्त हो जाएंगे. कुछ पंडित कह रहे है कि 31 अगस्त को शुभ मुहूर्त में राखी की थाल की पूजा हर हाल करनी होगी. शुभ मुहूर्त में राखी की पूजा करने के बाद राखी गुरुवार को पूरे दिन में किसी समय रक्षाबंधन कर सकते है

Raksha Bandhan 2023 Shubh Muhurat: 30 अगस्त को राखी का मुहूर्त

30 अगस्त को सुबह पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल शुरू हो जा रहा है. भद्राकाल रात 9 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगा. इसलिए बहनें भद्रा काल समाप्त होने के बाद ही भाई को राखी बांध सकेंगी. 30 अगस्त को आपको राखी बांधने के लिए केवल रात्रि पहर का ही समय मिलेगा. 30 अगस्त को रक्षाबंधन मना रहे हैं तो रात 9 बजकर 02 मिनट के बाद ही राखी बांधनी चाहिए.

Raksha Bandhan 2023 Bhadra Timing: भद्रा काल का समय

रक्षाबंधन पर भद्रा काल में भाई को राखी बांधना वर्जित माना गया है. इस बार 30 अगस्त दिन बुधवार को पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल आरंभ हो जाएगा, जो रात 9 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगा. भद्रा काल करीब 10 घंटे तक लगा रहेगा. इसलिए बहनें 30 अगस्त को भद्रा काल के बाद ही भाई की कलाई पर राखी बांध सकेंगी.

Raksha Bandhan 2023 Date: 30 अगस्त को राखी बांधना क्यों शुभ नहीं

रक्षाबंधन का त्योहार 30 और 31 अगस्त दोनों दिन मनाए जाने की बात कही जा रही है. कुछ पंडितों का कहना है कि बहनों को सिर्फ भद्रा काल को ध्यान में रखते हुए भाई को राखी बांधने का समय निकालना होगा. रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त की रात 9 बजकर 2 मिनट से लेकर 31 अगस्त की सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगा. लेकिन वहीं कुछ धार्मिक विशेषज्ञों का कहना है कि रात के वक्त सोने के टाइम आज तक कभी रक्षाबंधन नहीं मनाया गया है. इसलिए पूर्णिमा उदया तिथि में 31 अगस्त दिन गुरुवार को सुबह 07 बजकर 50 मिनट से पहले राखी बांधना शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023 Date: सावन पूर्णिमा तिथि

रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन शुक्ल पूर्णिमा तिथि में मनाया जाता है. सावन शुक्ल पूर्णिमा तिथि का आरंभ 30 अगस्त दिन बुधवार को सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर होगा. वहीं पूर्णिमा तिथि का समापन 31 अगस्त दिन गुरुवार को सुबह 7 बजकर 05 मिनट पर होगा. लेकिन पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल शुरू हो जा रहा है, जो इसी दिन रात 09 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगा.

Raksha Bandhan 2023 Live: पूजा के बाद सबसे पहले इष्ट देवता को बांधे राखी

रक्षाबंधन के दिन पूजा करें. उसके बाद सबसे पहले अपने इष्ट देव को राखी बांधनी चाहिए. ऐसा करने से परिवार पर देवताओं की कृपा सदैव बनी रहती है. आप रक्षाबंधन के दिन शिवलिंग को भी पहली राखी बांध सकते हैं. शिवजी की कृपा से जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है.

Raksha Bandhan 2023 Live: भद्रा काल में क्यों नहीं बांधी जाती है राखी

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा जी ने भद्रा को श्राप दिया कि जो भी भद्राकाल में किसी भी तरह का शुभ कार्य करेगा, उसमें उसे सफलता नहीं मिलेगी. यही कारण है कि राखी बांधने जैसा शुभ कार्य भी भद्रा काल में निषेध माना गया है.

Raksha Bandhan 2023 Live: भद्रा काल क्या है?

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार भद्रा भगवान सूर्य की पुत्री है और राजा शनि की बहन है. स्वभाव में भद्रा भी अपने भाई शनि देव की तरह ही कठोर मानी जाती हैं. भद्रा के स्वभाव को नियंत्रित करने के लिए ही भगवान ब्रह्मा ने उन्हें कालगणना या पंचांग के एक प्रमुख अंग विष्टि करण में स्थान दिया था. भद्रा की स्थिति में कुछ शुभ कार्यों, यात्रा और उत्पादन आदि कार्यों को निषेध माना गया है. लेकिन भद्रा काल को तंत्र कार्य, अदालती कार्यों और रातिनीतिक चुनावों के लिए शुभ माना जाता हैं.

Raksha Bandhan 2023 Live: रक्षाबंधन का भ्रम यहां करें दूर

भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है. श्रावण पूर्णिमा तिथि इस बार दो दिन 30 व 31 अगस्त को मिल रही, लेकिन पहले दिन सुबह से भद्रा व दूसरे दिन छह घटी (2.24 घंटा) से कम समय तक ही पूर्णिमा मिल रही है. कुछ पंडितों का कहना है कि 30 अगस्त की रात 9 बजे के बाद रक्षाबंधन कर सकते है. वहीं कुछ धार्मिक विशेषज्ञों का मानना है कि रात में सोने के समय रक्षाबंधन का त्योहार आज तक कभी नहीं मनाया गया है. 31 अगस्त को पूर्णिमा उदया तिथि के वक्त राखी बांधना अत्यधिक शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023 Live: जानें कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन का पर्व

धार्मिक विशेषज्ञ भावनाथ झा ने कहा कि मैथिल-बनारस की बात कर जो लोग भेदभाव-फैलाना चाहते हैं, उन्हें एक बार अनन्तदेव का ग्रन्थ स्मृतिकौस्तुभ भी देख लेना चाहिए. अनन्तदेव ने स्पष्ट लिखा है कि यह तिथि औदयिकी होनी चाहिए. बनारस के भी विद्वान प्राचीनकाल में औदयिकी तिथि मानते रहे हैं. रात में रक्षाबन्धन का विधान अतीत में नहीं हुआ है तो इस बार क्या नए-नए धर्मशास्त्री भ्रम फैलाने का काम कर रहे है. सीधी-सी बात है कि कोई 'एजेंसी' काम कर रही है, जो हर जगह मतभेद फैला कर हमें कमजोर करने के लिए पुरजोर कोशिश में लगी है. हम सतर्क रहें. बहुत कम ही पर्व में Mithila School of Law तथा Benaras School of law में अंतर है. रक्षाबन्धन में बनारस के प्राचीन विद्वानों का मत तथा मिथिला के विद्वानों का मत एक ही है. रात्रि में किसी ने नहीं मनाया है. अतः हम सब औदयिकी तिथि में 31 अगस्त 2023 दिन गुरुवार को रक्षाबन्धन मनाएंगे.

Raksha Bandhan 2023 Live: अरुण कुमार उपाध्याय की राय

30 अगस्त को भोजन के बाद सोने के समय रक्षा बंधन किसी भी शास्त्र चर्चा से उचित नहीं कह सकते है. यह समाज के लोगों के प्रेम पूर्ण मिलन का अवसर है, जो 31 अगस्त दिन गुरुवार को प्रात: काल रक्षाबंधन करना शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023 Live: 31 अगस्त को रक्षाबंधन करना शुभ

विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार श्रावणी पूर्णिमा 31 अगस्त को सुबह है. अयोध्या राममंदिर का शिलापूजन कराने वाले आचार्य गंगाधर पाठक ने फेसबुक पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि मैं रक्षाबन्धन 31 को करुंगा. क्योंकि शास्त्र भी कह रहा है कि 31 अगस्त को ही रक्षाबंधन करना चाहिए.

भूलवश भी न बांधें ऐसी राखी

रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई को काले रंग के धागे से बनी राखी या काले रंग वाली राखी न बांधें. काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है. इसे धार्मिक कार्यों की दृष्टि से भी अशुभ माना जाता है.

।। ॐशिवायनमस्तुभ्यम्।।

रक्षाबंधन को लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे कुछ पंडित: भवनाथ झा

रक्षाबन्धन को लेकर लोगों के मन में भ्रम की स्थिति बनी हुई है. इसी कंफ्यूजन की दूर करने की प्रयास धार्मिक विशेषज्ञ भवनाथ झा ने किया है. उनका कहना है कि जिन लोगों को दिनमान से मुहूर्त गणना करने का भी ज्ञान नहीं है वे भी 30 अगस्त की रात्रि को रक्षाबन्धन सिद्ध करने में लगे हुए है. कुछ लोग मुहूर्तमान भी नहीं निकाल सकते, लेकिन लोगों को भ्रम में डालने का प्रयास कर रहे है. 31/40 घटी वाले दिनमान में 3 मुहूर्त का मान 2/24 घण्टे (दो घण्टे चौबीस मिनट) बताने में लज्जा नहीं आ रही है. उन्होंने 31 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाने की सलाह दी है.

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Raksha Bandhan 2023 Live: क्या रात में राखी बांधी जा सकती है?

धार्मिक शास्त्र विशेषज्ञ भवनाथ झा ने बताया कि रात में आशीर्वाद लेना और देना दोनों ही निषेध है. इससे पहले भी रात में रक्षाबंधन का कोई विधान नहीं रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्णिमा तिथि 31 अगस्त की सुबह 07 बजकर 50 मिनट तक रहेगी. इसलिए धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो रक्षाबंधन का शुभ समय 31 अगस्त दिन गुरुवार की सुबह पूर्णिमा तिथि में रहेगा. धार्मिक शास्त्र विशेषज्ञ भावनाथ झा ने बताया कि जिन बहनों को राखी लेकर दूर जाना होगा, वह पूर्णिमा तिथि में सुबह 7 बजकर 50 मिनट से पहले राखी की थाल की पूजा करके गुरुवार को पूरे दिन राखी बांध सकती है. बिहार के मिथिला में 31 अगस्त दिन गुरुवार को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा.

Raksha Bandhan 2023 Live: भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं

हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. काशी विश्व पंचांग के अनुसार इस साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त दिन बुधवार को 10 बजकर 59 मिनट पर हो रही है. लेकिन पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल शुरू हो जा रहा है, जो इसी दिन बुधवार की रात 09 बजकर 02 मिनट तक रहेगा. धर्मशात्र के विशेषज्ञ पंडित भवनाथ झा ने बताया कि रात को आशीर्वाद लेना और देना दोनों निषेध है. इसलिए पूर्णिमा काल में 31 अगस्त दिन गुरुवार को राखी बांधना शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023 Live: रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है?

पौराणिक कथा के अनुसार, जब भगवान विष्णु राजा बलि के साथ पाताल लोक में रहने चले गए थे, इस विषय पर माता लक्ष्मी चिंतित हो उठी थी. तब पति को वापस लाने के लिए उनको नारद जी ने राजा बलि को राखी बांधकर भाई बनाने का सुझाव देते हुए बोले कि वरदान के रूप में भगवान विष्णु को मांग लीजिए. देवी लक्ष्मी ने भेष बदलकर राजा बलि को राखी बांधी और विष्णु जी को मांग लिया. संयोग से उस दिन सावन पूर्णिमा थी. ऐसा माना जाता है कि तभी से भाई- बहन का पवित्र पर्व रक्षाबंधन मनाया जाने लगा. कहा जाता हैं कि सबसे पहले देवी लक्ष्मी ने ही राखी बांधने की शुरुआत की थी.

Raksha Bandhan 2023 Live: राखी कितने बजे बांधनी चाहिए?

धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि में राखी बांधने के लिए दोपहर का समय शुभ होता है. लेकिन इस दिन दोपहर के समय भद्रा काल हो, तो फिर प्रदोष काल में भी राखी बांधना शुभ होता है. इस साल राखी बांधने का प्रदोष काल मुहूर्त 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार की रात 09 बजकर 03 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजे तक है. लेकिन धार्मिक विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि रात में रक्षाबंधन करना ठीक नहीं रहेगा. इस लिए 31 अगस्त दिन गुरुवार की सुबह सूर्योदय काल से 07 बजकर 05 मिनट से पहले राखी बांधने का शुभ समय है. क्योकि 31 अगस्त दिन गुरुवार की सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक पूर्णिमा तिथि रहेगी.

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Raksha Bandhan 2023 Live: राखी कब बांध सकते हैं?

धर्मशात्र के विशेषज्ञ पंडित भवनाथ झा ने बताया कि रात को आशीर्वाद लेना और देना दोनों निषेध है. इसलिए पूर्णिमा काल में 31 अगस्त दिन गुरुवार को राखी बांधना शुभ रहेगा. बहन पूर्णिमा तिथि में सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक राखी बांध सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर बहन पूर्णिमा तिथि में सुबह राखी की थाल की पूजा कर लेती हैं तो वह 31 अगस्त दिन गुरुवार को पूरे दिन राखी बांध सकती है. धर्मशास्त्र में राखी की थाल की पूजा पूर्णिमा तिथि में होनी चाहिए.

Raksha Bandhan 2023 Live: रक्षाबंधन कब है 2023 शुभ मुहूर्त?

रक्षाबन्धन श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि में 30 अगस्त बुधवार को भद्रा समाप्ति के बाद रात्रि 08 बजकर 57 मिनट के बाद से प्रारम्भ होकर उदय कालिक पूर्णिमा तिथि 31 अगस्त 2023 दिन गुरुवार को प्रातः 07 बजकर 46 मिनट के मध्य अपनी-अपनी व्यक्तिगत सुविधा के अनुसार किया जायेगा. इसमें किसी प्रकार का कोई धार्मिक व्यवधान नहीं है. भद्रा काल में राखी बांधना वर्जित है. चाहे भद्रा का निवास कहीं भी हो. इसलिए राखी बांधना 31 अगस्त दिन गुरुवर की सुबह ही शुभ रहेगा.

Raksha Bandhan 2023 Live: राखी बांधने का शुभ समय

पौराणिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा तिथि में राखी बांधने के लिए दोपहर का समय शुभ होता है. लेकिन इस दिन दोपहर के समय भद्रा काल हो, तो फिर प्रदोष काल में भी राखी बांधना शुभ होता है. इस साल राखी बांधने का प्रदोष काल मुहूर्त 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार की रात 09 बजकर 03 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजे तक है. इसके बाद 31 अगस्त दिन गुरुवार की सुबह सूर्योदय काल से 07 बजकर 05 मिनट से पहले राखी बांधने का शुभ समय है.

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