आयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर (Ram Mandir) का वैष्णो देवी माता (vaishno devi mata ) के मंदिर से एक खास कनेक्शन बनने जा रहा है दरअसल 5 तारीख के राम मंदिर नींव पूजन में देश के कई धर्मिक स्थलों की मिट्टी को एकत्र करके उस मिट्टी को नींव पूजन में लाया जाएगा. और इस नींव पूजन में माता वैष्णो देवी (mata vaishno devi ) के मंदिर की मिट्टी भी उपयोग में लाई जाएगी. यही वजह है कि राम मंदिर और वैष्णो देवी माता के मंदिर स्थल से एक खास कनेक्शन बनने जा रहा है.
बता दें कि राम मंदिर के नींव पूजन में जम्मू कश्मीर के 15 जिलों के 70 धार्मिक स्थलों की मिट्टी को एकत्र किया जाएगा. और इन सभी मिट्टी का राम मंदिर नींव पूजन में इस्तेमाल किया जाएगा. राम मंदिर के नींव पूजन में कई विभिन्न धार्मिक स्थलों की मिट्टी को उपयोग में लाया जा रहा है जिसमें पुंछ के बाबा बुड्ढा अमरनाथ, ऊधमपुर में सुदमहादेव मंदिर, बाबे वाली माता, रघुनाथ मंदिर, पीर खोह मंदिर प्रमुख रूप से शामिल हैं. इसके अलावा लद्दाख में सिंधु नदी के घाट की मिट्टी को भी शामिल किया जाएगा.
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मिट्टी एकत्र करने की पूरी जिम्मेदारी विश्व हिन्दू परिषद संगठन की है, वे जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों में स्थित मंदिरों और मठों के मिट्टी को एकत्र कर रहे हैं, 15 जिलों के 70 धर्मिक स्थल से अब तक मिट्टी एकत्र की जा चुकी है. इन सभी मिट्टी को एकत्र करके 29 जुलाई को अयोध्या के रवाना कर दिया जाएगा, इस काम के लिए एक विशेष वाहन की व्यवस्था की गयी है.
आपको बता दें कि राम मंदिर नींव पूजन में नरसिंह भगवान मंदिर कोहग, पंचवक्त्र मंदिर, पंचतीर्थी उज्ज, वरुण देवस्थान उज्ज पुल, बसंतर गंगा धार, उत्तरवाहिनी, बाबा योग ध्यान रामकोट, माता चिंतपूर्णी मकवाल समेत अन्य मंदिरों की मिट्टी को पूजन में शामिल किया जाएगा. गौरतलब है कि नींव पूजन को लेकर तैयारी जोरों पर है. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) खुद इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके अलावा 150 अन्य खास लोगों को भी इस विशेष अवसर पर शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है. इस दिन मंदिर स्थल के नीचे 200 फीट की गहराई में एक टाइम कैप्सूल भी दफनाया जाएगा. इसमें राम जन्म भूमि से जुड़ी सारी जानकारियां होंगी.
posted by : sameer oraon