Ram Navami 2024 पर करें ये उपाय, बरसेगी कृपा

Ram Navami 2024 upay and totke: आज राम नवमी के दिन कुछ उपाय करने से शुभ फल मिलता है.

By Shaurya Punj | April 17, 2024 10:29 AM

Ram Navami 2024: हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक राम नवमी इस साल 17 अप्रैल, बुधवार को मनाया जा रहा है. इस दिन भगवान राम के जन्म का उत्सव मनाया जाता है. भक्त भगवान राम के आशीर्वाद और कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा-अर्चना और उपवास रखते हैं. रामनवमी के दिन कुछ विशेष उपाय करने से मां दुर्गा की कृपा बरसती है.

आइए जानें उन उपायों के बारे में

धन लाभ के लिए:
इस उपाय में आपको गोमती चक्र, कौड़ी, लौंग, बताशे की जरूरत पड़ेंगे. आपको लाल कपड़े में गोमती चक्र, कौड़ी, लौंग, बताशे बांधने हैं, जिसमें प्रत्येक की संख्या 11 हो उसे मां लक्ष्मी और भगवान राम को अर्पित करें. रामरक्षा मंत्र का 108 बार जाप करें और इस जल को घर के सभी कोनों में छिड़कें.

संतान प्राप्ति के लिए:
लाल कपड़े में एक नारियल लपेटकर मां सीता को अर्पित करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें.

सुख-शांति के लिए:
घी या तेल के दीए को जलाकर “श्री राम जय राम जय जय राम” का 108 बार जाप करें.

रोग मुक्त होने के लिए:
किसी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें.

रामनवमी आज, यहां से भेजें खास शुभकामनाएं और फोटोज

विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए करें ये उपाय


अगर आपके विवाह में बधाएं आ रही हैं, तो आपको श्रीराम और माता सीता की तस्वीर या मूर्ति पर हल्दी, कुमकुम और चंदन अर्पित कर “ॐ जय सीता राम” का 108 बार जाप करें.

Ram Navami 2024: शुभ मुहूर्त

नवमी तिथि प्रारंभ: 16 अप्रैल 2024, दोपहर 1:23 बजे
नवमी तिथि समाप्त: 17 अप्रैल 2024, दोपहर 3:14 बजे
मध्याह्न पूजा मुहूर्त: सुबह 11:03 बजे से दोपहर 01:38 बजे (अवधि: 2 घंटे 35 मिनट)

Ram Navami 2024: पूजा विधि

स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें.
पूजा के लिए एक वेदी बनाएं और उस पर भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान और गणेश जी की मूर्तियां या चित्र स्थापित करें.
दीप जलाएं और धूप करें.
भगवान राम, माता सीता और अन्य देवी-देवताओं को स्नान कराएं.
भगवान राम, माता सीता और अन्य देवी-देवताओं को वस्त्र, आभूषण और फूल अर्पित करें.
भगवान राम, माता सीता और अन्य देवी-देवताओं को भोग लगाएं.
भगवान राम, माता सीता और अन्य देवी-देवताओं की आरती करें.
राम रक्षा स्त्रोत्र, राम चालीसा या अन्य मंत्रों का जाप करें.
रामायण, रामचरितमानस या सुंदरकांड का पाठ करें.
दान-पुण्य करें.

इन मंत्रों का करें जाप

राम रक्षा स्तोत्र: “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रामचन्द्राय श्रीं नम:”
राम चालीसा: “जय श्री राम जय जय राम”
गायत्री मंत्र: “ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, जगतपतये महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्”

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

Next Article

Exit mobile version