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Ruby Benefits: कौन से लग्न के लोग धारण कर सकते है माणिक रत्न, यहां जानें

Ruby Benefits: माणिक रत्न को धारण करने से जातक के सौभाग्य में वृद्धि होती है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस राशि के जातकों को माणिक रत्न धारण करना चाहिए.

By Shaurya Punj | August 29, 2024 9:07 AM

Ruby Benefits:माणिक रत्न बहुत ही प्रभावी तथा लाभकारी रत्न है.सूर्य का रत्न है आपके कुंडली में सूर्य अनुकुल स्थिती में नही हो तब यह रत्न धारण किया जाता है.इस रत्न के प्रभाव से कई असाध्य रोग ठीक हो जाता है. सूर्य को आत्मा का कारक कहा जाता है. सूर्य आपके कुंडली में अनुकुल स्थिती में नही होते है तब अन्य ग्रह मजबूत है उस स्थिती में माणिक रत्न बहुत प्रभावी मना जाता है. इस रत्न के धारण करने से वयोक्ति को समाज में मान सम्मान खुब मिलता है. नौकरी नहीं लग रही है, या प्रमोशन नही मिल रहा है,यश नही मिल रहा है, इस अवस्था में माणिक रत्न धारण करने से लाभ मिलता है. इस रत्न के प्रभाव से आपके अंदर सकारात्मक विचार बनता है. आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. आइए जानते है माणिक रत्न कौन कौन लग्न वाले धारण कर सकते है. किसके लिऐ उपयोगी है.

कुंडली के दुसरे भाव में सूर्य के होने से धन -प्राप्ति में परेशानी होती है.स्वास्थ ठीक नही रहता है.नौकरी में परेशानी होती है. इस अवस्था में माणिक रत्न बहुत कारगर होता है.

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जन्मकुंडली के चौथे भाव में सूर्य के रहने से परिवारिक सुख की कमी तथा आजीविका में बाधक बनता है. ऐसे लोग अगर माणिक धारण करे को लाभ होगा .

यदि भाग्येश ,धनेश तथा राज्येश होकर छठे तथा आठवे स्थान पर हो माणिक धारण करना उपयोगी होता है .

सूर्य पंचम भाव का स्वामी हो शिक्षा तथा प्रेम संबन्ध, तथा संतान सुख व्योपार में लाभ में कमी दिखाईं दे तो माणिक रत्न धारण करने से अत्यधिक लाभ तथा उन्नति होता है .

सातवे का सूर्य स्वास्थ के लिए हानिकारक होता है पत्नी के साथ अनबन बनता है. व्योपार ठीक नही चलता है.ऐसे व्यक्ति को माणिक रत्न धारण करना चाहिए .

सूर्य अपने भाव से अष्टम या छठे भाव होकर पंचम या नवम भाव में हो तो माणिक रत्न धारण करना चाहिए.

एकादश भाव में सूर्य पुत्र के लिए चिंता उत्पन करता है.बड़े भाई के लिए कष्टकारी होता है. यश नही मिलता है धन की कमी बनी रहती है.

सूर्य द्वादश भाव में हो द्वादश भाव का सूर्य स्वास्थ के लिऐ अनुकूल नहीं रहता है. इस भाव में सूर्य के विराजमान होने से आंख की समस्या बनी रहती है.नेत्र को सुरक्षित रखने के लिए माणिक रत्न पहनना चाहिए.

कुंडली में पितृ दोष बना हो तो माणिक रत्न धारण करने से लाभ होता है.

मेष लगन वाले माणिक धारण कर सकते है.इसे सुख सम्पत्ति का लाभ मिलता है.संतान तथा राज्य की सुख मिलता है.

सिंह लगन वाले माणिक धारण कर सकते है.शत्रु भय मानसिक,शरारिक तथा आयु में वृद्धि होती है.

वृश्चिक लगन वाले माणिक धारण कर सकते है.मान सम्मान व्यापार तथा नौकरी में उन्नति होता है.

धनु लगन वाले अगर माणिक रत्न धारण करे तो आर्थिक लाभ.पिता का सुख तथा भाग्य में उन्नति होता है.

मीन लगन वाले माणिक रत्न धारण कर सकते है.इनके लिए लाभकारी होगा.

माणिक रत्न कब धारण करे,धारण करने की विधि

माणिक का खरीदारी रविवार ,सोमवार, गुरूवार को करे तथा सोने की अंगूठी में बनवाए.शुक्लपक्ष के किसी भी रविवार के दिन सूर्योदय के समय पहना चाहिए.धारण करने के पहले कच्चे दूध में या गंगाजल में डुबाकर रखना चाहिए. फिर जल से स्नान कराकर पुष्प ,चन्दन और धूप बत्ती से उसकी उपासना करनी चाहिए. साथ ही सूर्य का मंत्र का जप करना चाहिए.ॐ घृणि सूर्याय नम: इसे दाहिने हाथ के तर्जनी उंगली में धारण करे.

जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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