Sawan 2024 Start Date: भगवान शिव के प्रिय महीने और कांवड़ यात्रा की कब होगी शुरुआत, जानें सावन में जल चढ़ाने के लिए शुभ दिनों की सूची
Sawan Kab Se Hai: सावन माह भगवान शिव का प्रिय माह माना जाता है, जिसमें शिवभक्तों द्वारा उनकी पूजा की जाती है और मान्यता है कि उससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस पवित्र महीने में भगवान शिव के जलाभिषेक की शुभ तिथियां भी होती हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं. साल 2024 में सावन मास 25 जुलाई से शुरू होगा, जबकि कांवड़ यात्रा 29 जुलाई को प्रारंभ होगी…
Sawan 2024 Start Date: हिन्दू धर्म में सावन माह भगवान शिव का विशेष माह माना जाता है. इस साल सावन 25 जुलाई से शुरू हो रहा है, और कांवड़ यात्रा 29 जुलाई को आरंभ होगी. इस पवित्र माह में भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए कुछ विशेष दिन बहुत ही शुभ माने गए हैं, जो केवल उनके भक्तों ही नहीं बल्कि हिन्दू धर्म के सभी पुरुषार्थियों के लिए महत्वपूर्ण हैं. सनातन धर्म में माना जाता है कि सावन मास में हर पल महादेव शंकर को समर्पित है. साल 2024 में सावन 22 जुलाई से शुरू हो रहा है, और यह मास 29 दिन का है जिसका समापन 19 अगस्त, 2024 को होगा. इस साल के सावन में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना का मौका 5 बार मिलेगा, क्योंकि इस बार 5 सोमवार हैं. इसके साथ ही सावन की शुरुआत पुण्यदायी सोमवार से हो रही है, जो एक विशेष शुभ संयोग माना जाता है.
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कांवड़ यात्रा Start Date:
सावन महीने में भगवान शिव के भक्त और श्रद्धालु गंगा जी और अन्य पवित्र नदियों और सरोवरों से जल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं और भगवान शिव के चरणों और दिव्य शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं. इस साल सावन की शुरुआत सोमवार से हो रही है, इसलिए श्रद्धालुओं के लिए यह सवाल है कि पवित्र जल लेकर कांवड़ यात्रा पर किस दिन निकलना शुभ होगा? वे हरिद्वार और अन्य स्थानों से अपने गृह नगर के शिव मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए 300 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय करते हैं. जहां तक कांवड़ पर पवित्र जल लेकर यात्रा पर निकलने की शुभ तिथि की बात है, ज्योतिषियों और पंडितों के मुताबिक, लंबी यात्रा करने वालों के लिए आषाढ़ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि सर्वोत्तम मानी जाती है. यह तिथि हिन्दू धर्म में भगवान शिव को समर्पित है और प्रदोष व्रत का दिन होता है. वे भक्त जो कम दूरी यात्रा करते हैं, वे चतुर्दशी तिथि को चुन सकते हैं, जबकि श्रद्धालु जो और भी कम दूरी तक जाते हैं, वे पूर्णिमा के दिन अपनी कांवड़ यात्रा आरंभ कर सकते हैं, ताकि वे सावन के पहले सोमवार को शिवजी का जलाभिषेक कर पाएं. साल 2024 में आषाढ़ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 जुलाई को होगी.
सावन में भगवान शिव के जलाभिषेक के शुभ दिन: राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड सहित पूर्वोत्तर भारत के लिए सावन महीने में भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए शुभ दिनों की तालिका इस प्रकार है:
- 22 जुलाई, 2024 (सोमवार): पहला सोमवार, शिवरात्रि के आगमन के अवसर पर विशेष महत्व है.
- 29 जुलाई, 2024 (सोमवार): दूसरा सोमवार, जिसे भक्तों ने बड़े श्रद्धा भाव से स्वागत किया.
- 31 जुलाई, 2024 (बुधवार): कामिका एकादशी, इस दिन भगवान शिव के प्रति विशेष उपासना की जाती है.
- 1 अगस्त, 2024 (गुरुवार): प्रदोष व्रत, जलाभिषेक के लिए प्रसिद्ध दिन.
- 2 अगस्त, 2024 (शुक्रवार): सावन मासिक शिवरात्रि, शिव भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है.
- 5 अगस्त, 2024 (सोमवार): तीसरा सोमवार, भगवान शिव को समर्पित दिन.
- 12 अगस्त, 2024 (सोमवार): चौथा सोमवार, भगवान शिव की अराधना के लिए महत्वपूर्ण.
- 16 अगस्त, 2024 (शुक्रवार): पुत्रदा एकादशी, भगवान शिव की कृपा के लिए आशीर्वादपूर्ण दिन.
- 17 अगस्त, 2024 (शनिवार): प्रदोष व्रत, जलाभिषेक के लिए विशेष महत्व रखता है.
- 19 अगस्त, 2024 (सोमवार): पांचवां सोमवार, सावन के अंतिम दिन का उत्सव.
नोट- भगवान शिव के प्रिय दिन सोमवार के कारण, श्रावण महीने का प्रत्येक सोमवार उपवास का एक शुभ दिन बन जाता है. इस साल के श्रावण में कुल 5 सोमवार उपवास रखे जाएंगे, जो भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होंगे.