Sawan Somwar 2024 Puja Samagri List: सावन का पहला सोमवार आज, नोट कर लें पूजा विधि और पूजन सामग्री लिस्ट

Sawan Somwar 2024 Puja Samagri List: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. आज सावन सोमवार का पहला दिन है. इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ रहे है. आइए जानते है भगवान शिव की पूजा करने के लिए पूजन सामग्री और पूजा विधि क्या है-

By Radheshyam Kushwaha | July 22, 2024 10:12 AM

Sawan Somwar 2024 Puja Samagri List: आज 22 जुलाई दिन सोमवार से सावन मास की शुरुआत हो चुकी है. आज शिव भक्त सावन का पहला सोमवार व्रत रखे हुए है. इसी दिन से सावन माह की शुरुआत भी हो रही है. आज का दिन महादेव को समर्पित है. ऐसे तो सावन का महीना महादेव को समर्पित है, लेकिन सावन सोमवार का दिन महादेव जी को बहुत ही प्रिय है. अगर आप इस दिन शिवलिंग पर सिर्फ बेलपत्र चढ़ाकर एक लोटा जल अर्पित करते है तो आपकी सभी कष्ट महादेव जी हर लेते हैं और आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति करते है. अगर कुंवारी कन्याएं भगवान शिव की पूजा करती है तो उनके जीवन में आ रही वैवाहिक बाधाएं समाप्त हो जाती हैं और जल्द विवाह के योग बनते हैं. अगर आप भी इस सावन में सोमवार के व्रत करने जा रहे हैं तो यहां व्रत करने की विधि और पूजा को दौरान इस्तेमाल होने वाली पूजन सामग्री के बारे में जानकारी दी जा रही है…

व्रत पूजा की सामग्री

सावन सोमवार के व्रत की पूजा में इन सामग्रियों का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. आइए जानते है महादेव की विधि विधान से पूजा करने के लिए कौन कौन सी पूजन सामग्रियां हैं- शहद, भांग, धतूरा, शक्कर, कच्चा दूध, गंगाजल, दही, घी, फल, चंदन, बेलपत्र, अक्षत, इत्र, लौंग, इलायची, केसर, शमी पत्र, पंचमेवा, भस्म, रुद्राक्ष, पान, सुपारी, काला तिल, कपूर, धूप, दीप, हरसिंगार, आक या कनेर के फूल आदि पूजन सामग्री में शामिल करें. भगवान शिव को हरसिंगार, आक और कनेर के फूल विशेष रूप से प्रिय हैं, इसके अलावा सोमवार की व्रत कथा पुस्तक भी जरूर रखें और पूजा के दौरान इसका पाठ करें.

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सावन सोमवार व्रत विधि

  • आज पूजा करने के लिए दिनभर शुभ समय है.
  • पूजा स्थल पर भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करें या शिव मंदिर जाएं.
  • सबसे पहले सभी देवी देवताओं को गंगाजल से स्नान कराएं.
  • फिर शिवलिंग का जलाभिषेक करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें.
  • इसके साथ ही शिव जी को अक्षत, भांग, धतूरा, गाय का दूध, धूप, सफेद चंदन, दीप, सफेद फूल, पंचामृत, सुपारी और उनका सबसे प्रिय बेलपत्र चढ़ाएं.
  • शिवपूजा में हल्दी, रोली और तुलसी का पत्र का भूलकर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिये.
  • इसके बाद संभव हो तो शिव चालीसा का पाठ पढ़ें.
  • सावन सोमवार व्रत की कथा सुनें या पढ़ें.
  • अंत में भगवान शिव की आरती उतारें.
  • फिर भगवान को भोग लगाकर प्रसाद सभी में बांट दें.

सावन सोमवार व्रत का महत्व

धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो कोई स्त्री-पुरुष सावन सोमवार का व्रत रखें हुए हैं, उनको वैवाहिक जीवन की सभी समस्याओं से निजात मिलती है. अविवाहितों को यह व्रत करने से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. देवों के देव महादेव की कृपा से सदैव साधक की रक्षा होती है. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान साधकों को स्वास्थ्य लाभ होता है. संतानहीन साधकों को संतान सुख की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यता यह भी है कि सावन सोमवार के व्रत करने से भगवान शिव के साथ-साथ शनिदेव और चंद्र देव की कृपा भी मिलती है. कई तरह के ग्रह दोष भी इस व्रत को करने से समाप्त हो जाते हैं और जीवन में खुशहाली और तरक्की मिलती है. इसके साथ ही आर्थिक परेशानियों का अंत भी होता है.

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