सावन का अंतिम प्रदोष व्रत 28 अगस्त दिन सोमवार को है. उस दिन प्रदोष व्रत पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं.
प्रदोष के दिन अंतिम सावन सोमवार, आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का शुभ संयोग है.
01- आयुष्मान योग: प्रात:काल से लेकर सुबह 09 बजकर 56 मिनट तक रहेगा. आयुष्मान योग शुभ कामों के लिए उत्तम होते हैं. इस दौरान देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने पर सभी कष्ट दूर हो जाते है.
02- सौभाग्य योग: सुबह 09 बजकर 56 मिनट से पूरी रात तक रहेगा. प्रदोष व्रत पर सौभाग्य योग के बनने से इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है.
03. सर्वार्थ सिद्धि योग: मध्यरात्रि 02 बजकर 43 मिनट से 29 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ माना गया है.
04. रवि योग: मध्यरात्रि 02 बजकर 43 मिनट से 29 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक. रवि योग में महादेव की पूजा करना बेहद शुभ रहेगा.
05. सावन प्रदोष के दिन सावन मास का अंतिम सोमवार है. इस दिन सावन सोमवार और प्रदोष व्रत का संयोग है, इसलिए रुद्राभिषेक के लिए यह दिन बहुत ही उत्तम है.