Pradosh Vrat 2023: सावन मास का अंतिम प्रदोष व्रत बेहद खास, इस दिन बन रहे हैं 5 शुभ संयोग
Sawan Last Pradosh Vrat 2023: प्रदोष व्रत सभी प्रकार के दोषों को दूर करता है और भगवान शिव की कृपा से सभी मनोकामनाएं की पूर्ति करता है. इस दिन 5 शुभ संयोग बन रहे हैं.
सावन का अंतिम प्रदोष व्रत 28 अगस्त दिन सोमवार को है. उस दिन प्रदोष व्रत पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं.
प्रदोष व्रत के दिन बन रहे 5 शुभ संयोगप्रदोष के दिन अंतिम सावन सोमवार, आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का शुभ संयोग है.
01- आयुष्मान योग: प्रात:काल से लेकर सुबह 09 बजकर 56 मिनट तक रहेगा. आयुष्मान योग शुभ कामों के लिए उत्तम होते हैं. इस दौरान देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने पर सभी कष्ट दूर हो जाते है.
सौभाग्य योग02- सौभाग्य योग: सुबह 09 बजकर 56 मिनट से पूरी रात तक रहेगा. प्रदोष व्रत पर सौभाग्य योग के बनने से इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है.
सर्वार्थ सिद्धि योग03. सर्वार्थ सिद्धि योग: मध्यरात्रि 02 बजकर 43 मिनट से 29 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ माना गया है.
रवि योग04. रवि योग: मध्यरात्रि 02 बजकर 43 मिनट से 29 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक. रवि योग में महादेव की पूजा करना बेहद शुभ रहेगा.
सावन सोमवार व्रत05. सावन प्रदोष के दिन सावन मास का अंतिम सोमवार है. इस दिन सावन सोमवार और प्रदोष व्रत का संयोग है, इसलिए रुद्राभिषेक के लिए यह दिन बहुत ही उत्तम है.