Shani Dev Pooja Vidhi: इन उपायों से करें शनिदेव को प्रसन्न, जानिए कब और कैसे करें शनिवार की पूजा
Shani Dev ki Pooja Vidhi: हिन्दू धर्म में शनि देवता को कर्म देवता माना गया है. भक्तों के कार्य का फल शनि भगवान जरूर देते हैं. अगर आप सनातनी उपाय शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करते हैं तो इससे आपकी कुंडली के सभी दोष दूर हो जाते हैं. शनिदेव को कष्ट दूर और न्याय का देवता कहा जाता है. शनि देव व्यक्ति को उसके द्वारा किये गए अच्छे काम और बुरे कामों के अनुसार फल देते हैं. कहा जाता है अगर शनि देव किसी से नाखुश हैं तो उसके जीवन में कष्टों का आगमन होने लगता है.
Shani dev ki pooja vidhi: हिन्दू धर्म में शनि देवता को कर्म देवता माना गया है. भक्तों के कार्य का फल शनि भगवान जरूर देते हैं. अगर आप सनातनी उपाय शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करते हैं तो इससे आपकी कुंडली के सभी दोष दूर हो जाते हैं. शनिदेव को कष्ट दूर और न्याय का देवता कहा जाता है. शनि देव व्यक्ति को उसके द्वारा किये गए अच्छे काम और बुरे कामों के अनुसार फल देते हैं. कहा जाता है अगर शनि देव किसी से नाखुश हैं तो उसके जीवन में कष्टों का आगमन होने लगता है.
शनिदेव की कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन काले वस्त्रों के दान के अलावा एक और काम कर सकते हैं। शनिवार के दिन गरीबों या अपाहिजों को धन या अन्य किसी चीज से सहायता देकर आप शनि के प्रतिकूल प्रभाव को कम कर सकते हैं। इसके पीछे यह तर्क दिया जाता है कि शनि देव का एक पैर चोटिल है और वह लंगड़ा कर चलते हैं क्योंकि पिप्पलाद ऋषि ने ब्रह्मदंड से इनका एक पैर तोड़ दिया था।
अगर शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती किसी भी व्यक्ति पर चलती है और आपके जीवन में कई सारी समस्याएं होती हैं. ऐसे में आप इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें. यह मंत्र काफी प्रभावी शनिदेव के प्रकोप को शांत करने के लिए होता है. शनिदेव के इस मंत्र को सच्चे मन से जपने से आपको इसका लाभ निश्चित रूप से मिलता है.
इस मंत्र का करें जाप
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनिश्चराय नम:
सूर्य पुत्रो दीर्घ देहो विशालाक्ष: शिव प्रिय:।
मंदाचाराह प्रसन्नात्मा पीड़ां दहतु में शनि:।।
पूजा विधि
– हर शनिवार को मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाएं. इस दीपक को भगवान के मंदिर में उनकी शिला के सामने जलाएं.
– यदि आपके घर के आस पास शनि देव का मंदिर ना हो तो दिया पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं.
– शनि महाराज को तेल के दिये के साथ काली उड़द और फिर कोई भी काली वस्तु भेंट करें.
– शनि देव को भेंज चढ़ाने के बाद शनि चालीसा पढ़ें.
– शनि देव की पूजा करने के बाद हनुमान जी भी पूजा करें. उनकी मूर्ति पर सिंदूर लगाएं और केला चढ़ाएं.
– आखिर में शनि देव का मत्र पढ़ें. ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
शनि की पूजा के समय बरतें सावधानियां
– शनिदेव की पूजा हमेशा सूर्योदय से पहले करें या सूर्यास्त के बाद करें.
– शनिदेव की पूजा में हमेशा साफ सुथरे कपड़े पहन कर और नहा धोकर ही करें.
– शनिदेव की पूजा पाठ में हमेशा सरसों के तेल या तिल के तेल का ही प्रयोग करें.
– शनिदेव की पूजा हमेशा शांत मन से करें.
– पूजा में काले या नीले रंग के आसन का इस्तेमाल करें.
– शनि की पूजा पीपल के पेड़ के नीचे करें.
News Posted by: Radheshyam kushwaha