Shani Ki Sadhe Sati 2021: शनि इस समय मकर राशि में है. शनिदेव वर्ष 2021 में राशि परिवर्तन नहीं करेंगे. मकर राशि शनि की अपनी राशि है. एक तरह से मकर राशि शनि का घर है. शनि इस समय अपने घर में विराजमान हैं. शनि की इस स्थिति के कारण धनु, मकर और कुम्भ राशि पर साढ़ेसाती चल रही है. इन तीनों राशियों में ये साढ़ेसाती 2020 से चल रही है जो 2021 में भी रहेगी. तीनों राशियों की साढ़ेसाती की स्थिति अलग-अलग है. तीनों राशियों पर इसका प्रभाव भी अलग-अलग हैं. शनि की साढ़ेसाती से जातक की परेशानियां बढ़ जाती हैं. कार्यों में तरह-तरह की बाधाएं आने लगती हैं.
मकर राशि में शनि के साथ चार ग्रह मौजूद हैं. इस समय शनि के साथ सूर्य, गुरु और बुध भी विराजमान हैं. सूर्य के पुत्र शनि है. मकर संक्रांति पर सूर्य अपने पुत्र के घर पर आए हैं. ज्योतिष गणना के अनुसार बृहस्पति 17 जनवरी 2021 रविवार की शाम 5 बजकर 52 मिनट पर अस्त हो जाएंगे.
शनि के साथ गुरु का संबंध बराबर है. यानि गुरु के साथ शनि की न दोस्ती है और न ही दुश्मनी. लेकिन विशेष बात ये है कि शनि 7 जनवरी को अस्त हो चुके हैं और गुरु 17 जनवरी को अस्त होने जा रहे हैं. ऐसे में सभी राशियों पर इन दोनों ग्रहों के अस्त होने का प्रभाव पड़ने जा रहा है.
वर्तमान समय में मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है, वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढे़साती चल रही है. इसलिए इन राशियों को शनिवार के दिन शनि को शांत करने के उपाय करने चाहिए.
शनिदेव को ज्योतिष शास्त्र में क्रोधित ग्रह माना गया है. शनि देव कर्म के आधार पर फल देते हैं. शनि शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल प्रदान करते हैं. क्योंकि शनि का कार्य दंड देना भी है. यदि कोई व्यक्ति गलत कार्य करता है तो शनि उसे कठोर दंड देते हैं. शनिवार को शनि का दान देना चाहिए. शनिवार के दिन सरसों का तेल, उड़द की दाल, काला कंबल, छाता आदि का दान करना चाहिए.
ऐसा करने से शनि शांत होते हैं. इसके साथ ही शनिवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाने और हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करने से भी शनि शांत होते हैं. वहीं मजदूर, गरीब, निर्धन, दिव्यांग और कमजोर वर्ग को नहीं सताना चाहिए. जो लोग इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं, शनि उसे कठोर दंड देते हैं.
Posted by: Radheshyam Kushwaha