Shani Vakri 2024 से इन राशियों को को नवंबर तक रहना होगा सचेत

Shani Vakri 2024 effect on various zodiac sign: शनि 30 जून रविवार को कुंभ राशि में वक्री हुए हैं. वे 15 नवम्बर 2024 तक उल्टी चाल चलेंगे.

By Shaurya Punj | July 2, 2024 10:49 AM

Shani Vakri 2024: ज्योतिष शास्त्र में शनि को काफी महतवपूर्ण ग्रह माना जाता जाता यह एक राशि में लम्बा समय तक विराजमान रहते है शनि को ज्योतिषशास्त्र में न्यायपालिका कहा जाता है शनि वयोक्ति को अनुशासन में रहने को सिखाते है.शनि व्यक्ति के जीवन में उर्जा प्रदान करते है सबसे धीमी गति से चलने वाला यह ग्रह है शनि अपने मूल त्रिकोण राशि कुम्भ राशि में है इस राशि में 2025 तक रहेंगे 29 जुलाई को शनि कुम्भ राशि में वक्री हुए है और यह 15 नवम्बर 2024 तक वक्री अवस्था में रहेंगे जिसे कुछ कुछ राशियों को सतर्क रहने की जरुरत है. शनि का वक्री चाल इन राशियों के लिए अनुकूल नहीं रहने वाला है .शनि का ठीक नहीं होना जीवन में कई तरह से परेशानी देते है जैसे मकान का सुख में कमी,विवाह में देर होना या दाम्पत्य जीवन में परेशानी, व्यापार ठीक नहीं चलेगी

आइए जानते है किन -किन राशियों को सचेत रहना पड़ेगा

मेष राशि

मेष राशि में शनि दशम भाव तथा एकादश भाव के स्वामी है इस राशि में एकादश भाव में वक्री वक्री हुए जो कुंडली के अनुसार लाभ का भाव होता है दामाद का भाव होता है जिसे कार्य में रुकावट होगा,नौकरी करने वाले के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ेगा आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहेगा परिवार में खर्च बढ़ जायेगा.प्रेम सम्बन्ध कमजोर होगा स्वस्थ्य ठीक नहीं रहेगा.मेष राशि के विधार्थियों को पढाई में विशेष ध्यान देना पड़ेगा तब आप सफल होंगे .

Shukra Uday 2024 से इन राशियों पर होगा खास असर आइए जानें

वृष राशि


वृष राशि में शनि नवम तथा दशम भाव के स्वामी है दशम भाव को कर्म का भाव है, नौकरी तथा पिता का सुख इस भाव से देखते है इस राशि में दशम भाव में में वक्री हुए है करियर में रुकावट बनेगा.आपके मन के अनुसार लाभ नहीं मिलेगा.आपको इस समय अपने कार्य क्षेत्र में मेहनत करना पड़ेगा सहकर्मी का सहयोग नहीं मिलेगा ,आर्थिक स्थिति ठीक रहेगा ,व्योपारी के लिए शनि के वक्री अवस्था बहुत लाभकारी रहने वाला है.परिवार के सदस्यो के साथ धार्मिक यात्रा बनेगी पिता का स्वाथ्य अनुकुल नहीं रहेगा.

मिथुन राशि

मिथुन राशि में शनि अष्टम भाव तथा नवम भाव के स्वामी है इस भाव से पुण्य कार्य, धर्म कार्य देखा जाता है भाग्य भी इस भाव से देखा जाता है इस राशि में शनि नवम भाव में वक्री हुए है जिसे आपको संभलकर रहने की जरुरत है.कार्य क्षेत्र आपके अनुरूप नहीं चलेगा नौकरी में परेशानी आएगी नौकरी में स्थान परिवर्तन हो हो सकता है धर्म के प्रति आपका झुकाव बनेगा पारिवारिक समस्या बनेगी प्रेम सम्बन्ध अनुकूल नहीं रहेगा.प्रेमी के साथ अनबन होगा.दाम्पत्य जीवन में परेशानी बनेगी.

उपाय

प्रत्येक शनिवार को सुबह में पीपल के पेड़ में जल दे ,सरसों के तेल का दीपक जलाए .काले तील का दान करे.

मंगलवार को हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद चढ़ाए तथा हनुमान चालीसा का पाठ करे.

कला कपड़ा दान करे,छत्ता दान करें.

जन्मकुंडली से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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