Sharad Purnima 2024: शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर साल आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्णता में होता है, और इसे “कोजागरी पूर्णिमा” भी कहा जाता है. इस दिन चंद्रमा की रोशनी को अमृतमय माना जाता है, जो धरती पर अपनी अनुपम चमक बिखेरता है.
शरद पूर्णिमा की तिथि
इस वर्ष, शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर (बुधवार) को शाम 07:45 बजे से शुरू होगी और 17 अक्टूबर (गुरुवार) को शाम 04:53 बजे समाप्त होगी. इस दिन चंद्रमा 16 अक्टूबर को शाम 05:04 बजे उगेगा. यह समय विशेष रूप से पूजा और ध्यान के लिए महत्वपूर्ण है.
शरद पूर्णिमा पर क्या करें ?
चंद्रमा को जल अर्पित करें
इस दिन विशेष रूप से चंद्रमा को जल अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है. इसके लिए एक बर्तन में जल भरकर चंद्रमा की ओर रखना चाहिए.
गौरी लक्ष्मी की पूजा करें
इस दिन लक्ष्मी मां की विशेष पूजा करें. धन, समृद्धि और सुखशांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें.
दीये जलाएं
घर के सभी कोनों में दिया जलाकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें. यह घर को रोशन करने के साथसाथ सकारात्मकता का प्रतीक भी है.
मंत्र का जाप करें
लक्ष्मी और विष्णु के लिए मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है. “ॐ श्रीं महालक्ष्मयै च विद्महे, विष्णुपत्न्यै च धीमहि” का जाप करें.
धार्मिक ग्रंथ पढ़ें
इस दिन पवित्र ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए.भागवत गीता या श्री रामायण पढ़ना शुभ होता है.
दान करें
जरूरतमंदों को दान देना इस दिन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.यह न केवल पुण्य का काम है, बल्कि दूसरों के जीवन में खुशियां लाने का भी माध्यम है.
शरद पूर्णिमा पर क्या न करें ?
नकारात्मक विचार
इस दिन नकारात्मक विचारों को अपने मन में न आने दें. सकारात्मक सोच रखने का प्रयास करें.
झगड़े
किसी से भी झगड़ा करने से बचें. शांति बनाए रखना बहुत जरूरी है.
गुस्सा
गुस्सा करने से बचें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देता है.
झूठ बोलना
इस दिन सत्य बोलने का विशेष ध्यान रखें. झूठी बातें करना अशुभ माना जाता है.
विशेष बातें
तामसिक भोजन से बचें
इस दिन तामसिक भोजन जैसे लहसुन, प्याज, मांस आदि का सेवन न करें. शुद्ध और सात्विक भोजन का सेवन करें.
व्रत रखें
व्रत रखने से मन और शरीर की सफाई होती है. इसके अलावा, यह अमृत प्राप्त करने की संभावना को भी बढ़ाता है.
काला रंग न पहनें
काले रंग का उपयोग न करें; इस दिन हल्के और उजले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है.
खीर का महत्व
चांद की रोशनी में रखी खीर का सेवन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है.खीर को कांच, मिट्टी या चांदी के बर्तन में रखना चाहिए.
शरद पूर्णिमा का महत्व
शरद पूर्णिमा की पूजा से घर में समृद्धि और खुशहाली आती है.मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं. चंद्रमा की रोशनी में रखी खीर का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है और यह चंद्रमा के साथ जुड़ाव को बढ़ाता है.
आर्थिक स्थिति में होता है सुधार
इस दिन घर की सफाई, दीप जलाना और लक्ष्मी की पूजा करने से न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि मानसिक शांति और संतोष भी मिलता है. यह दिन आत्मिक विकास का एक अद्भुत अवसर भी प्रदान करता है. इस तरह, शरद पूर्णिमा एक ऐसा पर्व है जो भक्ति, समर्पण और सामूहिकता का प्रतीक है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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