Shardiya Navratri 2020: 25 किलो स्वर्ण आभूषणों से सजीं हैं मां दुर्गा की प्रतिमा, जानिए क्या है इसकी खासियत
Shardiya Navratri 2020: पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा को लेकर विशेष तैयारियां हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रही हैं. कोरोना काल के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी है. कोलकाता के श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब ने इस बार केदारनाथ की थीम पर बनाये गये पंडाल में मां दुर्गा की मूर्ति को 25 किलो सोने के आभूषणों से सजाया है.
Shardiya Navratri 2020: पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा को लेकर विशेष तैयारियां हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रही हैं. कोरोना काल के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी है. कोलकाता के श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब ने इस बार केदारनाथ की थीम पर बनाये गये पंडाल में मां दुर्गा की मूर्ति को 25 किलो सोने के आभूषणों से सजाया है.
पिछले साल कोलकाता के संतोष मित्रा चौराहे पर 13 फीट ऊंची मां दुर्गा की मूर्ति को 50 किलो सोने के आभूषण से सजाया गया था और इसकी कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये बतायी गयी थी. मूर्ति को ऊपर से लेकर नीचे तक सोने के आभूषणों से सुसज्जित करने के कारण इसे ‘कनक दुर्गा’ कहा गया था. वहीं, श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब दुर्गा पूजा ने बॉलीवुड फिल्म ‘पद्मावत’ से प्रेरणा लेते हुए चित्तौड़ महल जैसा मंडप तैयार किया था. कोरोना के कारण इस बार एक छोटे पंडाल का निर्माण किया गया है.
यहां पर मां दुर्गा की प्रतिमा की जगह दिखाई गई प्रवासी महिला मजदूरों की मूर्तियां
कोलकाता के बेहला के बड़िशा क्लब ने इस बार दुर्गा पूजा पर अनोखी मूर्तियां प्रस्तुत की हैं. मुर्ति में देवी दुर्गा की गोद में बच्चा दिखाया गया है. इस मुर्ति में साड़ी पहनी एक महिला बिना कपड़े के बच्चे को अपनी गोद में उठाए हुए सड़क पर चलती नजर आ रही है. कमेटी ने न सिर्फ दुर्गा बल्कि मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की मूर्तियों की जगह भी प्रवासी मजदूरों की मूर्ति तैयार करने का फैसला किया है.
इस पांडाल की थीम ही ‘राहत’ है. मजदूर महिला की मूर्ति बनाने वाली कलाकार रिंकू दास ने द टेलीग्राफ अखबार से बातचीत में कहा है- दरअसल उस महिला को ही देवी के तौर पर प्रदर्शित किया गया है. वो साहसी है और तपती धूप में भूखे-प्यासे अपने बच्चों के साथ जा रही है. वो खाना, पानी और अपने बच्चों के लिए राहत और मदद की तलाश कर रही है.
News posted by : Radheshyam kushwaha