Shardiya Navratri 2024: इस नवरात्रि बन रहा है अष्टमी और नवमी का अनोखा संयोग, जानें पूजा का महत्व और शुभ समय

Shardiya Navratri 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन एक या दो नहीं, बल्कि तीन शुभ योगों का संयोग हो रहा है. इस बार अष्टमी और नवमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 को एक साथ आ रही है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है.

By Shaurya Punj | October 9, 2024 11:45 AM

Shardiya Navratri 2024: नवरात्रि, यानी देवी दुर्गा की पूजा का खास समय. हर साल भक्तों के लिए एक बड़ा उत्सव होता है. यह पर्व 9 दिनों तक चलता है, जिसमें हर दिन देवी के एक अलग रूप की पूजा की जाती है. इस साल, नवरात्रि का नौवां दिन, जिसे महानवमी कहा जाता है खास है. यह विजयादशमी (दशहरा) से पहले आता है. इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन नवरात्रि का समापन होता है.इस दिन मां दुर्गा अपने भक्तों को विशेष आशीर्वाद देती हैं.

नवरात्रि 2024 का खास संयोग

अष्टमी और नवमी एक साथ2024 में एक खास खगोलीय घटना होने जा रही है.अष्टमी और नवमी तिथियां एक ही दिन, यानी 11 अक्टूबर को पड़ेंगी।.यह घटना नवरात्रि के पर्व को और भी खास बना देती है. इससे भक्तों के लिए अनुष्ठान करना जैसे हवन, कन्या पूजन और भी महत्वपूर्ण हो जाएगा.

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अष्टमी और नवमी की तारीखें और समय

दुर्गाष्टमी- शुक्रवार, 11 अक्टूबर, 2024
अष्टमी तिथि प्रारंभ- 10 अक्टूबर, 2024 को दोपहर 12:31 बजे
अष्टमी तिथि समाप्त- 11 अक्टूबर, 2024 को दोपहर 12:06 बजे
महा नवमी- शुक्रवार, 11 अक्टूबर, 2024
नवमी तिथि प्रारंभ- 11 अक्टूबर, 2024 को दोपहर 12:06 बजे
नवमी तिथि समाप्त- 12 अक्टूबर, 2024 को सुबह 10:58 बजे
कन्या पूजन- शुक्रवार, 11 अक्टूबर, 2024

नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का महत्व

जब अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन होती हैं, तो भक्तों के लिए यह समय भक्ति और उत्साह का होता है. इस दिन उपवास रखने और प्रार्थना करने से भक्तों को देवी दुर्गा से असीमित आशीर्वाद मिलता है. इसे खास माना जाता है क्योंकि इस दिन देवी दुर्गा की 9 शक्तियों का मेल होता है और यह उनके अलग-अलग रूपों को दिखाता है.

अष्टमी और नवमी अनुष्ठान और पूजा

इस साल भक्तों के लिए अष्टमी और नवमी की पूजा करने का एक अनोखा अवसर होगा. चाहे आप कन्या पूजन करें, संधि पूजा करें ध्यान रखें कि आप निर्धारित समय का पालन करें. इससे आपको इन शुभ फलों की प्राप्ति होगी.

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