षटतिला एकादशी व्रत के दिन इन चीजों के सेवन से करें परहेज

Shattila Ekadashi 2025: षट्तिला एकादशी हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है. गृहस्थ जीवन की परंपरा के अनुसार, इस दिन व्रत, पूजा और दान का विशेष महत्व होता है. धार्मिक व्रतों का पालन करने और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है. इनमें से सबसे प्रमुख है, कुछ अनावश्यक चीजों से दूर रहना. आइए विस्तार से समझते हैं कि षट्तिला एकादशी पर किन व्यक्तियों से बचना चाहिए और इसके पीछे का कारण क्या है.

By Shaurya Punj | January 20, 2025 1:20 PM

Shattila Ekadashi 2025: षटतिला एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. यह दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित है. यह माघ मास के कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को मनाई जाती है. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. इस पावन तिथि पर उपवास करने वाले साधकों को अपने आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इस दौरान की गई गलतियों से व्रत भंग हो सकता है. आइए, व्रत के नियमों के बारे में जानते हैं.

षटतिला एकादशी पर भोजन का रखें ध्यान

अगर आप षटतिला एकादशी व्रत कर रहे हैं, तो अपने भोजन का पूरा ध्यान दें, क्योंकि यह व्रत को सफल और असफल बनाने में अहम भूमिका निभाता है.साथ ही इसदिन तिल का दान जरू करें और तिल के पानी मे ही स्नान करें.

षटतिला एकादशी पर करें ये उपाय, बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

    षटतिला एकादशी व्रत में न खाएं ये चीजें

    षटतिला एकादशी के दिन अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए.इस दिन तामसिक भोजन से बचना चाहिए जैसे:मांस, मदिरा,प्याज,लहसन,मसाले, तेल,आदि से दूर रहना चाहिए, साथ ही एकादशी के दिन चावल और नमक का सेवन करना भी अशुभ माना जाता है.

    षटतिला एकादशी पर किन- किन चीजों का करें सेवन

    षटतिला एकादशी व्रत पर जो लोग व्रत रखते हैं वे दूध, दही, फल, शरबत, साबुदाना, बादाम, नारियल, शकरकंद, आलू, मिर्च सेंधा नमक, राजगीर का आटा आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं. वहीं, व्रती को इस बात का ध्यान होना चाहिए कि श्री हरि की उपासना के बाद ही उपवास को तोड़े,साथ ही भोग बनाते समय पवित्रता का पूरा ध्यान दें, जिससे व्रत सफलतापूर्वक पूर्ण हो सके.

    षटतिला एकादशी के दिन तिल दान करने के फायदे

    षटतिला एकादशी व्रत के दिन 6 प्रकार के तिल का उपयोग करना शुभ माना जाता है

    • तिल स्नान
    • तिल की उबटन
    • तिल का हवन
    • तिलोदक
    • तिल का भोजन
    • तिल का दान

    षटतिला एकादशी पर करें इन चीजों का दान

    • षटतिला एकादशी पर तिल का दान करने से दुर्भाग्य, दरिद्रता तथा अनेक प्रकार के कष्ट से मुक्ति मिलती है.इस दिन लाल गाय को तिल, गुड़ व घास खिलाने का भी महत्व है.
    • इस दिन तिल मिले जल से स्नान करने, तिल का उबटन लगाने, तिल मिला हुआ जल पीने, तिल के लड्‍डू खाने तथा तिल का दान करने से शरीर के सारे कष्ट मिट जाते हैं, मानसिक पाप नष्ट हो जाते हैं.
    • इस दिन वैदिक ब्राह्मणों को तांबे के कलश में तिल भर कर उस पर गुड़ रखकर दान देना शुभ होता है,जिसे आपकी आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है.
    • इस दिन सौभाग्यवती महिलाओं को सौभाग्य सामग्री के साथ-साथ तिल से बनी खाद्य सामग्री का दान करना चाहिए. इससे सुहाग की रक्षा होती है,साथ ही रिश्तों मे विश्वास बनता है.
    • षटतिला एकादशी के दिन गाय को तिल-गुड़ व घास खिलाने के बाद पानी पिलाने से पितृ प्रसन्न होकर जीवन के सभी सुखों का आशीर्वाद मिलता है.
    • महाभारत के अनुसार जो मनुष्य माघ मास में तपस्वियों को तिल दान करता है, वह कभी नरक का दर्शन नहीं करता है.

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