Devuthani Ekadashi 2020, Wedding Dates, Marriage Dates In November & December 2020, Shubh Vivah Muhurat In 2021, Tulsi Vivah 2020: त्योहारों का मौसम नवंबर अपने अंतिम पड़ाव पर है. करवा चौथ से लेकर दिवाली और छठ पूजा जैसे पर्व समाप्त हो चुके है. लेकिन, इन सबके बीच एक और पर्व इसी बुधवार, 25 नवंबर (Dev Uthani Gyaras 2020 Date) को पड़ने वाला है. जिसे साल का सबसे महत्वपूर्ण एकादशी भी माना जाता है. देवउठनी एकादशी (Devutthana Ekadashi 2020) प्रख्यात इस दिवस की तिथि छठ पूजा के बाद आती है. आइये जानते हैं देवउठनी एकादशी 2020 का शुभ मुहूर्त और नवंबर, दिसंबर व वर्ष 2021 में पड़ने वाले शुभ विवाह मुहूर्त की तिथि (Shubh Vivah Muhurat In 2021)…
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में इस एकादशी को मनाने की परंपरा है. इस दिन से वैवाहिक जीवन में बंधने की इच्छा रखने वाले नये जोड़ो का विवाह आयोजन व अन्य धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हो जाता है. आइये जानते हैं विस्तार से दिसंबर तक कौन सा सबसे शुभ विवाह मुहूर्त..
दरअसल, चतुर्मास भी देवउठनी एकादशी से समाप्त हो जाती है. ऐसी मान्यता है कि देवउठनी एकादशी पर श्री भगवान विष्णु जी चार महीने की निद्रा से उठते है और वापस से सृष्टि का कार्य-भार संभालते है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की इसी एकादशी पर भगवान विष्णु ने माता तुलसी संग विवाह किया था. यही कारण है कि इस दिन तुलसी विवाह (Tulsi Vivah 2020 Date And Time) करने की भी परंपरा है. इस मामले के जानकारों की मानें तो देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह करना बेहद शुभ होता है. पारिवारिक या वैवाहिक जीवन काफी सुखद व्यतीत होता है.
इस साल देवउठनी एकादशी 25 नवंबर, बुधवार को है. इस तिथि को दोपहर 02:42 बजे से शुरू होकर, नवंबर 26, 2020 को 05 बजकर 10 मिनट तक रहेगी. ऐसी मान्यता है कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी के दिन भगवान गहरी निद्रा में सो जाते हैं और कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी को शुभ मुहूर्त में जागते है.
वैसे इस नवंबर दिसंबर में शादियों के शुभ मुहूर्त काफी कम है. अगले साल भी अर्थात वर्ष 2021 में भी गुरु और शुक्र के अस्त होने के कारण शादियों के मुहूर्त काफी कम हैं. आपको बता दें कि 17 जनवरी से 15 फरवीर के बीच देव गुरु अस्त हो जायेंगे. ऐसे में इस दौरान शहनाईयां नहीं बजेंगी. वर्ष 2020 का अंतिम विवाह मुहूर्त 11 दिसंबर को है. जिसके बाद सीधे अप्रैल 2021 में ही शहनाई की गुंज सुनाई देगी.
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27 नवंबर, शुक्र कार्तिक शु. द्वादशी अश्विनी नक्षत्र
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29 नवंबर, रवि कार्तिक शु. चतुर्दशी रोहिणी नक्षत्र
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30 नवंबर, सोम कार्तिक पूर्णिमा रोहिणी नक्षत्र
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1 दिसंबर, मंगल मार्गशीर्ष कृ. प्रतिपदा रोहिणी नक्षत्र
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7 दिसंबर, सोम मार्गशीर्ष कृ. सप्तमी मघा नक्षत्र
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9 दिसंबर, बुध मार्गशीर्ष कृ. नवमी हस्त नक्षत्र
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10 दिसंबर, गुरु मार्गशीर्ष कृ. दशमी चित्रा नक्षत्र
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11 दिसंबर, शुक्र मार्गशीर्ष कृ. एकादशी चित्रा नक्षत्र
Posted By: Sumit Kumar Verma