Stock Market 2025: नए साल में शेयर बाजार के लखटकिया होने की संभावना

Stock Market 2025: किसी भी राष्ट्र का शेयर बाजार उस राष्ट्र की आर्थिक स्थिति का प्रतिबिंब होता है। जब किसी देश का शेयर बाजार निरंतर उद्योगों की प्रगति के साथ धीरे-धीरे ऊंचाइयों को प्राप्त करता है और छोटे-छोटे सुधारों के साथ नए रिकॉर्ड स्थापित करता है, तो वह बाजार उन बाजारों की तुलना में अधिक आकर्षक होता है, जहां अत्यधिक उतार-चढ़ाव और सट्टेबाजी का प्रभाव देखने को मिलता है. यहां जानें नए साल 2025 में शेयर बाजार का क्या हाल रहने वाला है.

By Shaurya Punj | December 30, 2024 9:29 AM

Stock Market 2025: किसी भी देश का शेयर बाजार उस देश की अर्थव्यवस्था का आईना होता है. जिस देश का शेयर बाजार निरंतर उद्योगों की प्रगति के साथ धीरे-धीरे उंचाइयों को छूता है और मामूली सुधारों के साथ पुन: नये कीर्तिमान स्थापित करता है, वह बाजार उन बाजारों की तुलना में, जहां अत्यधिक तेजी-मंदी और सट्टेबाजी का प्रभाव दिखता है, विश्व के सभी वित्तीय संस्थानों और नागरिकों के लिए निवेश का आकर्षण केंद्र होता है. आज हमारे देश का शेयर बाजार विश्व में सबसे उत्तम निवेश का केंद्र माना जा रहा है.

जैसा कि कुछ शेयर विशेषज्ञों का भी अनुमान है, ज्योतिष शास्त्र भी लगभग उसी नतीजे पर पहुंचा है कि अगले वर्ष शेयर बाजार में सेंसेक्स एक लाख के नवीनतम कीर्तिमान को छू कर लखटकिया हो सकता है. इस वर्ष के बड़े उतार-चढ़ाव को देखते हुए यह संभावना प्रमुखता से चर्चा का विषय है. ग्रहों और नक्षत्रों की चाल के अनुसार, उद्योगों की प्रगति और निवेशकों की बढ़ती रुचि से बाजार की मजबूती बनी रहेगी. ऐसे में ब्लू-चिप कंपनियों और तकनीकी क्षेत्र में निवेश फायदेमंद हो सकता है. हालांकि, बाजार में अचानक बदलाव का भी अनुमान है, जिसके लिए सतर्कता आवश्यक है.

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बढ़ेंगे रोजगार के अवसर, विदेशी निवेश में आयेगी तेजी

पृथ्वीदेव, जलदेव, अग्नि देव और वायुदेव के मध्य इस वर्ष हमारे देश में समन्वय का आभाव दिखाई देगा, जिसके परिणाम स्वरूप वायु और जल का प्रदूषण देश में बीमारी का रूप लेता हुआ दिखाई देगा. परिणाम स्वरूप मेडिकल और अस्पताल उद्योग में तेजी रहेगी और नवीन उत्पादनों की भरमार रहेगी, जिससे इस उद्योग में निवेश से निरंतर लाभ की आशा रहेगी.

मौसम में भी असमानता दिखाई देगी, जिससे कृषि उत्पादनों में कमी रहेगी. अत्यधिक वर्षा भी अपना प्रकोप दिखा सकती है, जिससे फसलों को नुकसान होने का डर रहेगा. इस कारण उपभोगता वस्तु और रसोई घर के खर्चे में महंगाई का विशेष प्रभाव रहेगा और मुद्रास्फीति में वृद्धि होगी. लेकिन रक्षा उद्योग, टेलिकॉम, एविएशन, सड़क निर्माण और रियलिटी उद्योग में अप्रत्याशित तेजी की आशा रहेगी. इससे हमारे देश की जीडीपी में वृद्धि होकर 7.5 फीसदी रहने की आशा रहेगी. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और विदेशी निवेश में तेजी आयेगी. अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय देशों की चीन विरोधी नीतियों के चलते भारत में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेश में अनापेक्षित निवेश की आशा रहेगी, जिसके चलते इस वर्ष भी नवीन कीर्तिमान स्थापित होने की पूर्ण आशा रहेगी.

खाद्य पदार्थों में महंगाई के चलते सौंदर्य प्रसाधन, टूर- ट्रेवल और मनोरंजन उद्योग में प्रबल मंदी की आशा रहेगी.

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ग्रहों की चाल का असर विभिन्न सेक्टरों पर

  • वर्ष 2025 में भारत वर्ष की कुंडली में नव ग्रहों का गोचर में संचार शेयर बाजार को भी प्रभावित करेगा.
  • वर्ष 2025 में व्यापार का शुभारंभ 1 जनवरी, बुधवार के दिन होगा. आरंभ के समय में सूर्य देव धनु में, चंद्रदेव मकर में, मंगल देव कर्क में, बुद्धदेव वृश्चिक में, गुरुदेव वृषभ में, शुक्र देव और शनि देव कुंभ में, राहु देव मीन मे और केतुदेव कन्या राशि मे होंगे. वहीं शनि देव आरंभ में अपनी राशि कुंभ में होंगे और 29 मार्च को रात्रि 11.01 बजे मीन राशि में प्रवेश करेंगे और वर्षांत तक मीन राशि में ही रहेंगे.
  • मंगल देव कर्क राशि से यात्रा प्रारभ करके वर्षांत में धनु राशि में विद्यमान रहेंगे. सूर्य, बुध और शुक्र सभी 12 राशियों में भ्रमण करेंगे. चंद्रमा हर माह सभी राशियों में से होकर गुजरेगा.
  • ग्रहों के प्रभाव स्वरूप इस वर्ष सोने में गत वर्ष की तेजी पर लगाम लगेगी और मंदी की आशा रहेगी. इसलिए प्रत्येक तेजी पर बिकवाली करना ठीक रहेगा. जैसा कि मैंने गत वर्ष लिखा था कि चांदी में नवीन उच्चतम स्तर बनने के पूर्ण आसार बनेंगे, ठीक वैसा ही हुआ भी. लेकिन इस वर्ष चांदी में भी किसी विशेष तेजी की आशा नहीं रहेगी. इसलिए पहली तिमाही में यदि लाभ मिले, तो बिकवाली करके चलना ठीक रहेगा.
  • दोनों ही बहुमूल्य धातुओं में दीर्घकालीन निवेश से दूर रहना ठीक रहेगा. दूसरी तिमाही के बाद गिरावट पर निवेश के उचित अवसर मिलेंगे. उसके लिए नकदी संभाल कर रखना ठीक रहेगा.
  • ग्रहों के परिणाम स्वरूप कच्चे तेल की मांग में उत्पादन की तुलना में कमी के चलते और इस वर्ष आरंभ में कच्चे तेल और गैस के मूल्यों में मंदी देखने को मिलेगी. लेकिन, इसको निवेश के लिए एक उचित समय मान कर निर्णय ले सकते हैं, क्योंकि शनिदेव अपनी राशि से परिवर्तित होते हुए उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव दिखा सकते हैं, जिससे इनमें शीघ्र ही लाभ प्राप्ति की आशा रहेगी. दूसरी तिमाही में कच्चे तेल की कीमतों में अप्रत्याशित तेजी की आशा रहेगी. ऐसे में इसमें बिकवाली करना ठीक रहेगा. उसके पश्चात वर्षांत तक किसी विशेष तेजी या मंदी की आशा नहीं रहेगी.

नोट : उपरोक्त फलादेश गृह स्थिति पर आधारित है. इसका उद्देश्य पाठकों का मार्गदर्शन करना है. कोई भी निर्णय लेने से पहले बाजार को प्रभावित करने वाले अन्य कारणों पर भी ध्यान दें. किसी भी नुकसान के लिए लेखक एवं समाचार पत्र की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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