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Surya Grahan 2020: कल लगने वाला सूर्य ग्रहण दिलाएगा 25 साल पहले की याद, फिर से एक बार छा जाएगा दिन में अंधेरा

Surya Grahan 2020: 21 जून दिन रविवार को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह ग्रहण भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप व पूरे एशिया में देखा जा सकेगा. इस बार कुरुक्षेत्र इसका केंद्र बिंदु रहेगा. सूर्य ग्रहण मिथुन राशि मंगल के मृगशिरा नक्षत्र में लगेगा और तीन घंटे 25 मिनट व 17 सेकंड ग्रहण रहेगा. 05 जून के दिन चंद्र ग्रहण लगा था, इसके 16वें दिन बाद फिर से सूर्य ग्रहण लग रहा है.

By Radheshyam Kushwaha | June 20, 2020 7:20 AM
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Surya Grahan 2020: 21 जून दिन रविवार को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह ग्रहण भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप व पूरे एशिया में देखा जा सकेगा. इस बार कुरुक्षेत्र इसका केंद्र बिंदु रहेगा. सूर्य ग्रहण मिथुन राशि मंगल के मृगशिरा नक्षत्र में लगेगा और तीन घंटे 25 मिनट व 17 सेकंड ग्रहण रहेगा. 05 जून के दिन चंद्र ग्रहण लगा था, इसके 16वें दिन बाद फिर से सूर्य ग्रहण लग रहा है. चंद्र ग्रहण में सूतक मान्य नहीं था, लेकिन सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य होगा. सूतक काल 12 घंटे पहले से ही लग जाएगा. इसके बाद पांच जुलाई को एक बार फिर चंद्र ग्रहण लगेगा.

21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण कंकणाकृति ग्रहण होगा जिसमें सूर्य वलयाकार दिखाई देगा. ऐसी स्थिति में जब ग्रहण चरम पर होता है तो सूर्य किसी चमकते हुए कंगन, रिंग या अंगूठी की तरह दिखते है. ठीक ऐसा ही ग्रहण 25 साल पहले 1995 में लगा था. 24 अक्‍टूबर 1995 का दिन आज भी देश के लोगों को अच्‍छी तरह से याद है, जब भरे दिन में अंधेरा हो गया था. उस समय दिन में ही ऐसा लगा मानो रात हो गई है.

पक्षी भी अपने घोंसलों की ओर लौट आए थे. दिन में ही अंधेरा छा गया था. ठंडी-ठंडी हवाएं चल रही थी. उस ग्रहण की पहले से ही खूब चर्चा थी, जब ग्रहण लगा तो उस जमाने के हिसाब से सीमित प्रचार माध्‍यमों ने उसे बहुत अच्‍छे ढंग से दिखाया था. स्‍कूली बच्‍चों को स्‍कूल की ओर से मैदान में ग्रहण दिखाने के लिए ले जाया था. अब 21 जून, 2020 को लगने जा रहा सूर्य ग्रहण भी कंकणाकृति होगा जो पुराने ग्रहण की याद को ताजा करेगा.

सूर्य के वलय पर दिखाई देगा पूरे आकार का चांद

21 जून के ग्रहण के समय सूर्य के वलय पर चांद अपने संपूर्ण आकार में दिखाई देगा. यहां सूर्य का केंद्रीय भाग पूरी तरह से अंधेरा यानी काला दिखाई देगा, सूर्य के किनारों पर जरूर चमक बनी रहेगी. इस प्रकार के ग्रहण को दुनिया में चुनिंदा स्‍थानों पर ही देखा जाता है. कई जगहों पर ग्रहण दिखाई तो देता है लेकिन वह आंशिक होता है. सूर्य ग्रहण के समय अक्‍सर दो चंद्र ग्रहण का भी संयोग होता है. या तो दोनों चंद्र ग्रहण सूर्य ग्रहण से पहले घटते हैं या बारी-बारी से एक पहले व एक बाद में लगता है. इस बार 21 जून को भी ऐसा ही हो रहा है. 5 जून को चंद्र ग्रहण लगा था और इसके बाद अब 5 जुलाई को भी चंद्र ग्रहण लगेगा.

जानिए 2020 में कुल कितने लग रहे ग्रहण

– पहला चंद्र ग्रहण: 10-11 जनवरी,

– दूसरा चंद्र ग्रहण : 5 जून

– तीसरा सूर्य ग्रहण : 21 जून

– चौथा चंद्र ग्रहण : 5 जुलाई

– पांचवा चंद्र ग्रहण: 30 नवंबर

– छठा सूर्य ग्रहण : 14 दिसंबर

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