Surya Grahan 2020 Date, Timing in India: 06 घंटे का लंबा होगा सूर्य ग्रहण, इस ग्रहण का कोरोना से है क्या संबंध, आइए जानें

Surya Grahan June 2020 Date, Timings in India, Bihar, Jharkhand, Delhi, Uttar Pradesh, Surya Grahan Kab Lagega, Padega, Samay or Kab Ka Pad Raha Hai: कल इस साल का पहला ग्रहण लग रहा है. इस ग्रहण का लगना चर्चा का विषय बना हुआ है. इस ग्रहण का कोरोना कनेक्शन माना जा रहा है. यह ग्रहण 06 घंटे का लंबा सूर्य ग्रहण होगा. सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही लग जाता है.

By Radheshyam Kushwaha | June 20, 2020 8:29 PM

Surya Grahan 21 Jun 2020: कल इस साल का पहला ग्रहण लग रहा है. इस ग्रहण का लगना चर्चा का विषय बना हुआ है. इस ग्रहण का कोरोना कनेक्शन माना जा रहा है. यह ग्रहण 06 घंटे का लंबा सूर्य ग्रहण होगा. सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही लग जाता है. सूतक काल आज 09 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगा. सूतक काल में कई सावधानियां बरतनी चाहिए. ग्रहण कल 09 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा.

सूतक काल के दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते है. सूतक और ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श नहीं करना चाहिए. वहीं, अनावश्यक खाना-पीना, निद्रा, तेल मर्दन वर्जित है. झूठ-कपट आदि वृथा अलाप, नाखून काटने आदि से परहेज करना चाहिए. वृद्ध, रोगी, बालक एवं गर्भवती स्त्रियों को यथा अनुकूल भोजन या दवाई आदि लेने में कोई दोष नहीं है.

ग्रहण के समय करें स्नान और दान

सूर्य ग्रहण के बाद अन्न, कपड़े और धन का दान-पुण्य करने का विधान है. ऐसा करने से ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति मिलती है. नौकरी पेशा लोगों को प्रमोशन और अनुकूल ट्रांसफर के अवसर मिलते हैं.

घर पर करें शांतिपाठ: लोगों को सूर्य ग्रहण के दिन अपने-अपने घरों में रहकर शांतिपाठ करना चाहिए. इससे कई बिगड़ हुए काम भी बन जाते है.

राहु केतु की शांति के लिए करें पूजा पाठ

सूर्य ग्रहण के समय राहु केतु से संबंधित उपाय करना मंगलकारी होता है. ऐसा करने से राहु-केतु शांत रहते हैं और अनावश्यक कष्ट नहीं देते. राहु-केतु की शांति के लिए ग्रहण लगने से पूर्व तिल, तेल, कोयला, काले वस्त्र दान के लिए रख लें और ग्रहण ख़त्म होने के बाद जातकों को चाहिए कि स्नान- पूजा आदि करके उपरोक्त वस्तुओं को जरूरतमंद लोगों को दान में दे दें.

करें मन्त्रों का जप और ध्यान

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण के समय लोगों को गायत्री मंत्र, गुरु मंत्र, सूर्य मंत्र, नारायण मंत्र आदि का जप और ध्यान करना चाहिए. इससे सर्वोत्तम लाभ मिलता है. ऐसा करने से आपके कुंडली में मौजूद सभी ग्रहों के अशुभ प्रभाव क्षीण हो जाते हैं और आय में वृद्धि होती है.

करें पूजा और दीपदान का विधान

ग्रहण के बाद लोगों को पवित्र नदी या जल में गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद भगवान की पूजा करके दीपदान करना चाहिए. इससे स्वास्थ्य उत्तम होगा तथा सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी.

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