आंगन में किलकारी मारते तुलसी के राम, मीरा के श्याम में राम का नाम, जानें कबीरदास की साखियों में राम की कहानी

Prabhu Shri Ram Ki Leela: आज मौका है प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का. बरसों के इंतजार के बाद यह शुभ घड़ी आयी है, जब भक्तों के त्याग, तप और तपस्या की पूर्णाहुति होने जा रही है.

By Radheshyam Kushwaha | January 22, 2024 10:32 AM

Prabhu Shri Ram Ki Leela: अनेक प्रकार के शुभ शगुन हो रहे हैं, आकाश में नगाड़े बज रहे हैं. नगर के पुरुषों और स्त्रियों को सनाथ करके भगवान श्री रामचंद्रजी महल की ओर चले. रामचरित मानस में यह वर्णन उस समय का है, जब भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक होता है. आज प्रभु श्रीराम हमारे भावपूरित संकल्प के स्वरूप सिंहासन पर विराजमान होंगे. उत्सव की इस बेला में भक्ति भाव से विभोर रामनगरी मंगल ध्वनि से गूंज उठेगी. आइए जानते है तुलसी, मीरा कबीरदास के द्वारा किए गए प्रभु श्रीराम के वर्णन…

आंगन में किलकारी मारते तुलसी के राम

तन की दुति श्याम सरोरुह लोचन

कंज की मंजुलताई हरैं।

अति सुंदर सोहत धूरि भरे छबि

भूरि अनंग की दूरि धरैं ।।

दमकैं दँतियाँ दुति दामिनि ज्यों

किलकैं कल बाल बिनोद करैं ।

अवधेस के बालक चारि सदा

तुलसी मन मंदिर में बिहरैं ।।

मीरा के श्याम में राम का नाम

पायोजी मैंने राम रतन धन पायो।

वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु किरपा

कर अपनायो ।।

पायो जी मैं तो…

मीरा के प्रभु गिरिधर नगरहर्ष

हर्ष जस गायो।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।।

संत रविदास के राम की छवि

अब कैसे छूटे राम रट लागी।

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी, जाकी

अंग-अंग बास समानी ।।

प्रभुजी तुम घन वन हम मोरा, जैसे

चितवत चंद चकोरा ।

प्रभुजी तुम दीया हम बाती, जाकी

जोति बरै दिन राती ।।

प्रभुजी तुम मोती हम धागा, जैसे

सोनहिं मिलत सोहागा ।

प्रभुजी तुम स्वामी हम दासा, ऐंसी

भक्ति करै रैदासा ।।

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कबीरदास की साखियों में राम

सकल हंस में राम बिराजे ,

राम बिना कोई धाम नहीं।

सब भरमंड में जोत का बासा ,

राम को सिमरण दूजा नही ।।

सकल हंस में राम बिराजे……

नाभि कमल से परख लेना,

हृदय कमल बीच फिरे मणि।

अनहद बाजा बाजे शहर में ,

ब्रह्माण्ड पर आवाज हुयी ।।

सकल हंस में राम बिराजे…

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