Varaha Jayanti 2024: वराह जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु के तीसरे अवतार, वराह, जो कि सूअर के सिर वाले देवता थे, के प्रकट होने की याद में मनाया जाता है. आइए जानें ये त्योहार कब मनाया जाएगा और इसका शुभ मुहूर्त क्या है
वराह जयंती का शुभ मुहूर्त क्या है ?
भगवान वराह और भगवान विष्णु की पूजा का शुभ मुहूर्त 6 सितंबर 2024 को दोपहर 01:35 बजे से शाम 04:06 बजे तक रहेगा.
तृतीया तिथि आरंभ – 5 सितंबर 2024 को दोपहर 12:21 बजे
तृतीया तिथि समाप्त – 6 सितंबर 2024 को दोपहर 03:01 बजे
वराह जयंती का महत्व क्या है ?
ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु के वराह अवतार की पूजा करने से भक्तों को सौभाग्य और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने तीनों लोकों को परेशान करने वाले दो राक्षसों को मारने के लिए आधे मनुष्य और आधे सूअर के रूप में पुनर्जन्म लिया था. माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से बुराइयों से छुटकारा मिलता है और जीवन खुशियों से भर जाता है.
भगवान वराह लाते हैं अपार समृद्धि
ऐसा माना जाता है कि भगवान वराह की पूजा करने से भक्तों के जीवन में समृद्धि, खुशी और अच्छा स्वास्थ्य आता है. भगवान विष्णु इस वराह जयंती पर सभी भक्तों को अपार खुशी, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद दें और उनके जीवन से सभी पापों को मिटा दें.