Vastu Tips: घर के मुख्य द्वार के सामने किचन बनाने से मिलता है नकारात्मक परिणाम, जानें वास्तु के उपाय

Vastu Tips for your kitchen: किचन की दिशा अगर सही नहीं हो तो इससे वास्तु दोष भी होता है. यहां जानें किचन से सकारात्मक परिणाम कैसे आ सकता है.

By Shaurya Punj | September 22, 2024 1:07 PM
an image

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का निर्माण करते समय दिशाओं और ऊर्जा प्रवाह का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक गलती जो लोग अक्सर करते हैं वह है घर के मेन गेट के ठीक सामने किचन बनाना. वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि यह अशुभ होता है और घर के सदस्यों के लिए नकारात्मक परिणाम ला सकता है.

क्यों अशुभ होता है मेन गेट के सामने किचन?

नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश: मेन गेट घर में प्रवेश करने का मुख्य द्वार है. जब किचन मेन गेट के सामने होता है, तो नकारात्मक ऊर्जा सीधे घर में प्रवेश कर सकती है, जिससे घर में अशांति और कलह पैदा हो सकती है.

धन हानि: वास्तु के अनुसार, मेन गेट से धन का प्रवेश होता है. यदि किचन मेन गेट के सामने है, तो धन घर में रुक नहीं पाता और बाहर निकल जाता है, जिससे धन हानि हो सकती है.

Jyeshtha Month 2024 में सूर्य उपासना और जल दान का विशेष महत्व

स्वास्थ्य समस्याएं: किचन में आग और पानी का उपयोग होता है, जो विपरीत तत्व हैं. जब किचन मेन गेट के सामने होता है, तो यह विपरीत तत्वों का टकराव पैदा करता है, जिससे घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

उपाय

पर्दा लगाएं: यदि आपके घर में मुख्य द्वार के सामने किचन है, तो आप इस समस्या का समाधान पर्दा लगाकर कर सकते हैं. मुख्य द्वार और किचन के बीच भारी पर्दा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश रुक जाता है.

किचन का स्थान बदलें: यदि संभव हो, तो किचन का स्थान बदलकर उसे मुख्य द्वार से दूर कर दें. यह सबसे अच्छा समाधान है, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो जाता है.

पूजा करें: आप मुख्य द्वार और किचन के बीच तुलसी का पौधा लगाकर और नियमित रूप से पूजा करके भी नकारात्मक ऊर्जा को कम कर सकते हैं.

अग्नि कोण का प्रयोग: वास्तु में अग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) को किचन के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. यदि आप किचन का स्थान नहीं बदल सकते, तो आप अग्नि कोण में गैस स्टोव रखकर नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं.

शीशे का प्रयोग: आप मुख्य द्वार और किचन के बीच शीशा लगाकर भी नकारात्मक ऊर्जा को परावर्तित कर सकते हैं.

घर के मुख्य द्वार के सामने किचन बनाना क्यों अशुभ है? जानें वास्तु के उपाय

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का निर्माण करते समय दिशाओं और ऊर्जा प्रवाह का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक गलती जो लोग अक्सर करते हैं वह है घर के मेन गेट के ठीक सामने किचन बनाना. वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि यह अशुभ होता है और घर के सदस्यों के लिए नकारात्मक परिणाम ला सकता है.

क्यों अशुभ होता है मेन गेट के सामने किचन?

नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश: मेन गेट घर में प्रवेश करने का मुख्य द्वार है. जब किचन मेन गेट के सामने होता है, तो नकारात्मक ऊर्जा सीधे घर में प्रवेश कर सकती है, जिससे घर में अशांति और कलह पैदा हो सकती है.

धन हानि: वास्तु के अनुसार, मेन गेट से धन का प्रवेश होता है. यदि किचन मेन गेट के सामने है, तो धन घर में रुक नहीं पाता और बाहर निकल जाता है, जिससे धन हानि हो सकती है.

स्वास्थ्य समस्याएं: किचन में आग और पानी का उपयोग होता है, जो विपरीत तत्व हैं. जब किचन मेन गेट के सामने होता है, तो यह विपरीत तत्वों का टकराव पैदा करता है, जिससे घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

उपाय

पर्दा लगाएं: यदि आपके घर में मुख्य द्वार के सामने किचन है, तो आप इस समस्या का समाधान पर्दा लगाकर कर सकते हैं. मुख्य द्वार और किचन के बीच भारी पर्दा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश रुक जाता है.

किचन का स्थान बदलें: यदि संभव हो, तो किचन का स्थान बदलकर उसे मुख्य द्वार से दूर कर दें. यह सबसे अच्छा समाधान है, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो जाता है.

पूजा करें: आप मुख्य द्वार और किचन के बीच तुलसी का पौधा लगाकर और नियमित रूप से पूजा करके भी नकारात्मक ऊर्जा को कम कर सकते हैं.

अग्नि कोण का प्रयोग: वास्तु में अग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) को किचन के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. यदि आप किचन का स्थान नहीं बदल सकते, तो आप अग्नि कोण में गैस स्टोव रखकर नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं.

शीशे का प्रयोग: आप मुख्य द्वार और किचन के बीच शीशा लगाकर भी नकारात्मक ऊर्जा को परावर्तित कर सकते हैं.

जन्मकुंडली से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

किचन और मुख्य द्वार के बीच शीशा लगाना वास्तु दोष को ठीक कर सकता है

हां, मुख्य द्वार और किचन के बीच शीशा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा परावर्तित हो सकती है और इसका प्रभाव कम किया जा सकता है.

मेन गेट के सामने किचन बनाना वास्तु के अनुसार क्यों अशुभ होता है?

वास्तु के अनुसार, मेन गेट से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है और किचन के सामने होने पर यह ऊर्जा घर में समस्याएँ पैदा कर सकती है जैसे धन हानि, कलह, और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ.

मेन गेट के सामने किचन होने पर किस प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं?

ऐसी स्थिति में घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है, जिससे धन की हानि, परिवार में कलह और सदस्यों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है.

मेन गेट के सामने किचन होने की समस्या का क्या समाधान है?

इस समस्या का समाधान पर्दा लगाकर, किचन का स्थान बदलकर, तुलसी का पौधा लगाकर, या अग्नि कोण में गैस स्टोव रखकर किया जा सकता है.

किचन के लिए वास्तु में कौन सी दिशा सबसे उपयुक्त मानी जाती है?

वास्तु के अनुसार, अग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) किचन के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है, क्योंकि यह दिशा आग और ऊर्जा के तत्वों को संतुलित करती है.

Exit mobile version