Vivah Muhurat 2024: 13 अप्रैल के बाद शुरू होंगे शुभ काम, 18 से 22 अप्रैल तक है शादी का मुहूर्त
ज्योतिषों के अनुसार खरमास को शुभ काल नहीं माना जाता है, इसलिए इस दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है. ऐसा माना जाता है कि जब सूर्य गुरु की राशि मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास लगता है.
Vivah Muhurat 2024: खरमास चल रहा है. खरमास के दौरान मुंडन, गृह प्रवेश और सगाई नहीं करनी चाहिए. इसके साथ ही खरमास में बेटी या बहू की विदाई भी करने की मनाही है. खरमास में केवल मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं, लेकिन खरमास में किसी भी वस्तु के क्रय-विक्रय की मनाई नहीं है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब ग्रहों के राजा सूर्य मीन या फिर धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास आरंभ होते हैं. ऐसे में साल में दो बार खरमास लगते है. ऐसा माना जाता है कि खरमास के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते है. वैदिक पंचांग के अनुसार 14 मार्च को सूर्य, कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं और इसी के साथ ही खरमास की शुरुआत हो गई है. जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे, तो खरमास समाप्त हो जाएगा. सूर्य 13 अप्रैल तक मीन राशि में रहेंगे. इसके बाद खरमास समाप्त हो जाएगा. ऐसे में 13 अप्रैल के बाद ही शुभ कार्य किए जा सकेंगे. आइए जानते हैं खरमास कब से कब तक है और कब शुरू होंगे मांगलिक कार्य…
नहीं किए जाते खरमास में शुभ कार्य
ज्योतिषों के अनुसार खरमास को शुभ काल नहीं माना जाता है, इसलिए इस दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है. ऐसा माना जाता है कि जब सूर्य गुरु की राशि यानी मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं. ऐसे में गुरु काफी कमजोर हो जाता है. ऐसे में किसी भी तरह के शुभ कार्यों को करने क मनाही होती है, क्योंकि गुरु का शुभ प्रभाव नहीं पड़ता है. इस बार खरमास करीब 30 दिनों तक रहेगा. इस अवधि के दौरान गृह प्रवेश, नए वाहन-भूमि खरीदना, विवाह, जनेऊ संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, नए काम की शुरुआत आदि कार्य नहीं किए जाने चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि खरमास में किए गए शुभ कार्य अशुभ परिणाम देते हैं.
खरमास के दौरान न करें ये काम
खरमास लगने के दौरान शादी-विवाह जैसे सगाई, तिलक, बेटी की विदाई आदि करने की मनाही होती है. हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा माना जाता है कि खरमास के दौरान ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में बाधाएं आती है. खरमास के दौरान नए व्यापार का आरंभ नहीं किया जाना चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से नए कार्य में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. खरमास के दौरान गृह प्रवेश नहीं किया जाता है. अगर आप गृह प्रवेश करते है तो घर में दोष लगता है. खरमास के दौरान मुंडन, जनेऊ जैसे कार्यक्रम करने की मनाही होती है.
खरमास के दौरान करें ये काम
खरमास के दौरान गंगा या अन्य पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए. इससे पुण्य की प्राप्ति होती है. खरमास के दौरान रोजाना सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. अर्घ्य के लिए तांबे के लोटे में जल, सिंदूर, लाल फूल और अक्षत जरूर डाले. मलमास के दौरान जप, तप और दान करने का भी विशेष महत्व है. इस तरह के कामों को करने से हर तरह के समस्याओं से मुक्ति मिलती है. खरमास में तीर्थ स्थल पर जरूर एक बार जाना चाहिए. खरमास के दौरान गाय, ब्राह्मण आदि की सेवा सत्कार करना चाहिए इससे पुण्य की प्राप्ति होती है.
मई और जून में नहीं होगी शादियां
साल 2024 की शुरुआत हो चुकी है. शादियों के लिहाज से यह साल अच्छा रहने वाला है. 24 वर्ष बाद मई और जून में एक भी दिन विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा, इसकी वजह दोनों महीनों में शुक्र ग्रह का अस्त होना है. शुक्र उदित होने के बाद जुलाई में ही विवाह मुहूर्त शुरू होंगे. बता दें कि ऐसी स्थिति वर्ष 2000 में भी बनी थी, तब भी मई और जून में कोई विवाह मुहूर्त नहीं था.
शादी विवाह के शुभ मुहूर्त
अप्रैल – 18, 19, 20, 21, 22 ( 5 दिन)
जुलाई – 3, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15 (8 दिन)
अक्टूबर – 3,7,17,21,23,30 (6 दिन)
नवंबर – 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 28 ( 9 दिन)
दिसंबर – 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 13, 14 व 15( 10 दिन)