Bihar Flood News: बिहार की नदियों में फिर एकबार उफान देखने को मिल रहा है. लगातार हो रही बारिश ने नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी की है. कोसी वीरपुर बराज पर लाल निशान के ऊपर बह रही है. वहीं गंडक का भी अब कहर देखने को मिल रहा है. सूबे में कई जगहों पर तटबंध टूटने लगे हैं जिससे अब घर नदी में विलीन हो रहे और गांव में पानी फैलने लगा है. मुजफ्फरपुर में जमींदारी बांध तो सहरसा में कोसी के तटबंध कर स्पर टूटा है.
सहरसा के नवहट्टा कोसी पूर्वी तटबंध के स्पर 77.74 पानी का दबाव बढ़ने से टूट कर बह गया. इसमें कई लोगों का घर तेज बहाव में बह गया. जहां जल संसाधन विभाग के अधिकारी जुटे थे. राहत बचाव में लगे थे, लेकिन जलस्तर का दबाव बढ़ने से स्पर टूट गया.डीएम वैभव चौधरी व एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने कोसी पूर्वी तटबंध का जायजा लिया. वहीं सभी विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. तटबंध के स्पर ई टू स्पर का जायजा लेते हुए मौके पर मौजूद डीएम वैभव चौधरी ने कहा कि जलस्तर बढ़ने के बाद पानी फैला है. स्थानीय स्तर पर बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष नजर बनाकर आम लोगों को सुरक्षा मुहैया उपलब्ध करायें. तटबंध के अंदर बसे प्रभावित लोग को ऊंचे स्थल पर लायें. एसडीआरएफ की टीम को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया. बाढ प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए उचित नाव देने का निर्देश दिया. मौके पर सभी विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
मुजफ्फरपुर में जमींदारी बांध टूट गया. कटरा प्रखंड के बकुची स्थित बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बकुची में जमींदारी बांध करीब सौ फुट में टूट गया. इससे बकुची, पतारी, नवादा, गंगेया के सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी फैल गया है. बकुची के लोगों ने कहा कि जलस्तर में वृद्धि जारी है. घरों में पानी घुस जाने के कारण लोग ऊंचे स्थान की ओर पलायन करने लगे हैं. जलस्तर में दूसरे दिन भी वृद्धि के कारण प्रखंड के उत्तरी हिस्से के 14 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग रहा. बकुची यजुआर सहित लगभग 50 गांवों के लोगों को प्रखंड मुख्यालय तक आने के लिए दो किलोमीटर दूरी की जगह 50 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय तक आना पड़ता है. वाया बेनीबाद, गायघाट, जारंग, भुसरा होकर प्रखंड मुख्यालय तक लोग पहुंचते हैं.
औराई में बागमती नदी के जल अधिग्रहण वाले क्षेत्रों में विगत चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि दूसरे दिन भी जारी रही. औराई के कटौझा में बागमती का जलस्तर खतरे की निशान से लगभग दो मीटर ऊपर है. वहीं कटरा के निकट बागमती नदी पर बना जमींदारी बांध टूटने के कारण औराई के पूर्वी भाग होकर जल प्रवाह की संभावना है, जिससे एक बड़े भूभाग में खरीफ फसल को नुकसान हो सकता है. बागमती का जलस्तर बढ़ने से परियोजना बांध के बीच स्थित लगभग एक दर्जन गांवों एवं टोलों के लोगों को आवागमन के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. औराई के दक्षिणी भाग के लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने के लिए अतिरिक्त 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है. बभंगामा पश्चिमी मधुबन प्रताप,बाड़ा बुजुर्ग , बाड़ा खुर्द व चैनपुर गांव में तकरीबन 100 घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. तेजी से वृद्धि जारी रहने की वजह से लोग उसी गति से बागमती तटबंध पर आना आरंभ कर दिया है. अतरार पंचायत के सरपंच महुवारा के इंदल सहनी ने बताया कि स्थिति बहुत भयावह है. खासकर पशु के रखरखाव व चारा की व्यवस्था प्रभावित हो रही है . औराई पंचायत में बारिश के पानी से दो सौ परिवार बुरी तरह घिरे हुए हैं. सैकड़ों परिवार डूबा हुआ है.
बगहा में रामनगर प्रखंड के उत्तरांचल स्थित पहाड़ी नदियों के जलस्तर में नेपाल में हुई भारी बारिश के कारण जबरदस्त तूफान देखने को मिला. तटों पर स्थित गांव के लोग भयभीत हो गए है. एक दर्जन पहाड़ी नदियां उफान पर है. नतीजतन लोग बादल देखकर दोन से प्रखंड मुख्यालय का संपर्क बाधित हो चुका है. बगही-सखुआनी पंचायत के डुमरी गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसके कारण कई घंटे तक लोगों को दूसरी जगह आश्रय लेना पड़ गया. डुमरी गांव के नौका टोला में करीब 40 घरों में बाढ़ का पानी घुस गया. जिससे लोगों में हड़कंप मच गया. तत्काल लोगों ने ऊंचे स्थानों में शरण ली. जिससे उनकी जान बच सकी. डुमरी चेकपोस्ट के पास की मुख्य सड़क का करीब 20 फीट का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. फिलहाल बखरी बाजार से डुमरी समेत दोन के 22 गांवों का संपर्क टूट गया है.