सहरसा के धबौली पश्चिम पंचायत स्थित संस्कृत मध्य विधालय, धबौली का सोमवार को दबंगों ने रास्ता बंद कर दिया. विरोध में शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों के सहयोग से स्कूल के सामने मुख्य सड़क पर ही बैठकर पठन-पाठन शुरू कर दिया. इस कारण लगभग दो घंटे से भी अधिक समय तक यातायात ठप रहा. राहगीरों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा.
संस्कृत मध्य विधालय धबौली के प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल से सड़क पर आने के लिए एकमात्र कच्ची सड़क है जो स्कूल के स्थापना काल से ही बनी है. कुछ लोगों ने सोमवार को अचानक बांस-बल्ला घेरकर रास्त बंद कर दिया. इससे स्कूल आने-जाने में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं, छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.इस कारण शिक्षक व छात्र-छात्राएं सड़क पर धरना देने के लिए मजबूर हो गये.
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क किनारे उक्त जमीन पर वर्षों पूर्व झिंगुर बिंदी कन्या उच्च विद्यालय धबौली का विधिवत कागजी प्रकिया पुरी कर स्कूल खोला गया था.स्कूल के अस्तित्व में नहीं रहने के कारण झिंगुर सिंह की पुत्री ने उक्त जमीन को बेच दिया. इससे रास्ता अवरुद्ध हुआ है तथा उक्त रास्ते की जमीन को धबौली निवासी संवेदक पंकज सिंह के द्वारा सात कठ्ठा बारह धूर जमीन शैल देवी से केवाला करवाते हुए दाखिल खारिज करवा लिया गया.
Also Read: Bihar News: मोतिहारी में असामाजिक तत्वों ने गांधी की प्रतिमा तोड़ी, चरखा पार्क पहुंचे डीएम, केस दर्ज
स्कूल का रास्ता बंद किये जाने की सूचना पाकर एएसआइ अनिरुद्ध यादव पुलिस बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे व मामले की तहकीकात की. इधर सरपंच रूपेश मिश्रा सहित अन्य के द्वारा पंकज सिंह के भाई दीपक सिंह से बातचीत कर सामाजिक स्तर से समस्या का समाधान करने का आग्रह किया. इसके बाद जाम समाप्त हुआ व सभी शिक्षक, छात्र-छात्राओं के साथ स्कूल पहुंचकर पठन-पाठन शुरू किया.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan