बरहरवा ( साहेबगंज), विकास जायसवाल : साहिबगंज जिले के पत्थर व्यवसायी और मजदूरों को होली का तोहफा मिला है. झारखंड प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से इस जिले के सात रेलवे रैक प्वाइंट को सीटीओ प्रदान किया गया है. वहीं, तीन रैक प्वाइंट को सीटीओ नहीं दिया गया है. इधर, सात रैक प्वाइंट से एक बार फिर स्टोन चिप्स की लोडिंग शुरू हो जाएगी. बता दें कि गत 23 फरवरी, 2023 से बंद रेलवे रैक प्वाइंट से स्टोन चिप्स की लोडिंग बंद था.
10 रैक प्वाइंट से स्टोन चिप्स की लोडिंग थी बंद
जानकारी के अनुसार, झारखंड सरकार की ओर से 20 फरवरी को एनजीटी के गाइडलाइंस के पालन कराने के लिए संयुक्त सचिव एल ख्याग्ते के नेतृत्व में जांच करने के लिए साहिबगंज जिले में एक टीम आयी थी. टीम द्वारा रेलवे साइडिंग का निरीक्षण किया गया था. जिसमें यह बात सामने आयी थी कि रेलवे द्वारा स्टोन चिप्स की जो लोडिंग की जा रही है उसमें रेलवे को झारखंड प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से सीटीओ प्राप्त करना है, लेकिन रेलवे द्वारा सीटीओ नहीं लिया गया था. इस कारण गत 23 फरवरी को साहिबगंज जिला के डीसी रामनिवास यादव ने इस जिले के सभी 10 रैक प्वाइंट से स्टोन चिप्स की लोडिंग बंद कर दी थी.
हर दिन रेलवे को करीब तीन कराेड़ रुपये का हो रहा था नुकसान
रैक प्वाइंट से स्टोन चिप्स की लोडिंग बंद हो जाने के बाद से यहां के मजदूरों द्वारा लगातार प्रदर्शन किया जा रहा था और रेलवे लोडिंग की मांग की जा रही थी. लोडिंग बंद होने से रेलवे को प्रत्येक दिन करीब तीन करोड़ रुपये का नुकसान भी हो रहा था. लोडिंग बंद होने से मजदूरों के समक्ष भी आर्थिक संकट पैदा होने लगा था.
मालदा रेल मंडल के सात रैक प्वाइंट को मिली सीटीओ
जानकारी के अनुसार, मालदा रेल मंडल अंतर्गत बरहरवा, बाकुड़ी, तालझारी, सकरीगली, करमटोला तालझारी और राजमहल के रैक प्वाइंट को सीटीओ प्रदान किया गया, वहीं साहिबगंज, मिर्जाचौकी और तीन पहाड़ को सीटीओ नहीं दिया गया है. इस कारण इन तीन रैक प्वाइंट से स्टोन चिप्स लोडिंग नहीं होगी. इस संबंध में रेलवे को भी जुर्माना वसूलने का भी प्रावधान रखा गया है. यह सीटीओ फिलहाल 31 मार्च, 2023 तक कंडिशनल दिया गया है जब गाइडलाइंस का पालन पूरी तरीके से होने लगेगा तब परमानेंट सीटीओ दिया जाएगा.