Sahibganj News: साहिबगंज-मनिहारी गंगा पुल निर्माण में लगी डीबीएल कंपनी की साइट पर 30 दिसंबर को हुए जहाज हादसे के चौथे दिन सोमवार को गंगा में समाये तीन और हाइवा को रेस्क्यू व गोताखोरों की टीम ने बाहर निकाला. इस तरह दो दिनों में चार हाइवा बाहर निकाले जा चुके हैं. उस हादसे में सात स्टोन लोडेड हाइवा व चालक सरफुद्दीन गंगा नदी में गिर गये थे. सोमवार को कोलकाता से आयी चार गोताखोरों की टीम व डीबीएल कंपनी की क्रेन से सुबह से शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
लापता चालक सरफुद्दीन का कोई सुराग नहीं मिला. डीबीएल कंपनी के मैनेजर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि लापता ड्राइवर सरफुद्दीन आज भी नहीं मिला है. पांचवें दिन भी राहत व बचाव कार्य जारी रहेगा. मौके पर एसडीओ राहुल जी आनंद जी, बीडीओ सुबोध कुमार, मुफ्फसिल थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश जवानों के साथ मौजूद थे.
धनबाद जिले के फुफवाडीह (गोविंदपुर) के रहनेवाले कबीर अंसारी ने सोमवार को मुफस्सिल थाने में आवेदन देकर डीबीएल कंपनी की लापरवाही की वजह से उनके सरफुद्दीन की भाई की मौत का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है. आवेदन में कहा गया कि सरफुद्दीन अंसारी (39) डीबीएल कंपनी में साहिबगंज में वोल्वो हाइवा (एमपी 39-एच2658), जीटी 52 के चालक पद पर कार्य करते थे. 30 दिसंबर सुबह करीब 8 बजे वोलवो को पानी जहाज पर लोड करके डीबीएल साइट पर बोल्डर लेकर जा रहा था.
जहाज में एक साथ 10 वोल्वो लोड कर पानी जहाज जैसी ही खुली गंगा के किनारे लगभग 200 मीटर दूरी में जहाज असंतुलित हो गयी. इस घटना में पानी जहाज में लोडेड 10 से सात वोलवो हाइवा नदी में गिर गये. पानी जहाज में क्षमता से अधिक लोड होने की वजह से यह दुर्घटना हुई. मेरे भाई को बचाव के लिए सेफ्टी जैकेट भी नहीं दिया गया था. आज चार दिन हो गये, अब तक मेरे भाई का शव नहीं मिला है. इधर, थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश ने बताया कि आवेदन मिला है. जांच कर कार्रवाई की जायेगी.