Jharkhand News: केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल पर शुक्रवार (सात अक्टूबर, 2022) की शाम टाटानगर रेलवे स्टेशन से बेंगलुरु के लिए सरायकेला-खरसावां से चयनित 69 जनजातीय युवतियों को ट्रेन से रवाना किया गया. इन युवतियों का चयन टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, होसूर (तमिलनाडु) में हुआ है. बता दें कि इससे पहले गत 27 सितंबर, 2022 को झारखंड की 822 बेटियां रांची के हटिया रेलवे स्टेशन से तमिलनाडु के लिए रवाना हुई थी. शुक्रवार को 69 युवतियां का दूसरा बैच रवाना हुई.
झारखंड की 1984 युवतियां जाएंगी तमिलनाडु
यह पहला मौका है जब केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल पर झारखंड की 1984 युवतियों को ट्रेनिंग और नौकरी के साथ पढ़ाई के लिए तमिलनाडु के होसूर स्थित टाटा समूह की कंपनी ‘टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड’ में भेजा जा रहा है.
झारखंड की युवतियों का हुआ चयन
इस संबंध में केंद्रीय जनजातीय मंत्री सह खूंटी सांसद अर्जुन मुंडा ने बताया कि सरायकेला-खरसावां, चाईबासा, खूंटी, तमाड़ और सिमडेगा की जनजातीय समुदाय की युवतियों को रोजगार देने के उद्देश्य से उनकी टाटा समूह के उच्चाधिकारियों से बात हुई थी. इसके बाद कंपनी ने विशेष रुचि लेकर पिछले दिनों सरायकेला, चाईबासा, खूंटी और सिमडेगा में भर्ती कैंप लगाकर युवतियों का चयन किया.
अब इन युवतियों का अभिभावक मैं भी हूं : केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि टाटा समूह की यह जनजातीय समुदाय के लिए शानदार पहल है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स इन इंटर पास युवतियों को कौशल विकास के साथ रोजगार देगी. कंपनी इन युवतियों को एक साल का ट्रेनिंग देने के बाद नौकरी देगी. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कंपनी द्वारा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी. सभी को बेहतर भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं है. अपनी बच्चियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा. अब इन युवतियों का अभिभावक मैं भी हूं. कहा कि जल्द ही इनसे मिलने मैं होसूर जाऊंगा. सबका साथ, सबका विश्वास के साथ आज जनजातीय कार्य मंत्रालय के प्रयासों की बदौलत रोजगार के नये अवसर इनकी प्रतीक्षा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध भारत की परिकल्पना में यह प्रयास भी एक कड़ी है. रोजगार भर्ती अभियान में चयनित सभी लोग लर्निंग-अर्निंग के साथ-साथ आगे की उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे.
रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला-खरसावां.